आईपीएल 2020 के 19वें मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 59 रनों से शिकस्त दी थी। इससे पहले साल 2010 में दिल्ली ने आरसीबी को 37 रनों से हराया था। आईपीएल में खेले गए अभी तक 5 मुकाबलों में विराट की सेना की यह दूसरी हार है और अंकतालिका में टीम पांचवें पायदान पर पहुंच गई है। जबकि तीन बार आईपीएल की विजेता रही धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स 13वें सीजन में कमाल करती नजर नहीं आ रही है। आईपीएल के 13वें सीजन के 21वें मैच में केकेआर ने सीएसके को 10 रनों से हराया। वहीं चेन्नई की यह चौथी हार है। इसके साथ ही टीम 4 अंक बटोरकर छठें पायदान पर काबिज है। आगामी 10 अक्टूबर को होने वाले मुकाबले में धोनी और विराट की टीम आमने सामने होगी। ऐसे में यह देखना काफी रोमांचकारी होगा कि क्या धोनी के धुरंधर विराट की सेना पर विजय पाते हैं या विराट की सेना धोनी के धुरंधरों को धूल चटाती है? फिलहाल ज्योतिषीय आकलन के आधार पर हम आपको बताते हैं कि कौन सी टीम के जीतने के आसार अधिक हैं ?
बहरहाल एस्ट्रोयोगी ज्योतिषी द्वारा की गई ज्योतिषीय भविष्यवाणी की मदद से जानते हैं कि इस मैच का परिणाम क्या रहने वाला है। दरअसल नाम के पहले अक्षर से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की नाम राशि तुला बनती है। तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं। राशि स्वामी शुक्र छठे स्थान में चंद्रमा की राशि मे विराजमान हैं। राशि से बारहवें घर में सूर्य हैं। आरसीबी के लिये अच्छी बात यह कि तीसरे स्थान में राहु बैठे हैं जिसकी वजह से इनकी राशि से आठवां स्थान बनता है। वहीं दशम स्थान में गुरु गोचर कर रहे हैं जो कि कर्म स्थान है, जो टीम के लिए अच्छा साबित हो सकता है। अंक ज्योतिष से देखें तो Royal Challengers Bangalore के नाम में प्रयुक्त हुए अंग्रेजी अक्षरों का योग करने पर 7 अंक आता है। इनके लघु नाम (RCB) के अंको का योग भी 7 बनता है। अंक सात के स्वामी केतु हैं। इनकी नाम राशि भी राशिचक्र की सातवीं राशि है। इनकी राशि से केतु का लाभ भाव में गुरु के साथ गोचर करना इनके प्रदर्शन में निखार लाने का संकेत दे रहे हैं।
वहीं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली की जन्म तिथि और जन्म समय(12 बजे) के अनुसार, विराट कोहली (Virat Kohli) की नाम राशि वृषभ बनती है। विराट की नाम राशि वृषभ होने से भी उनकी परफॉर्मेंस भी अच्छी रहने के आसार हैं। क्योंकि राशि का स्वामी शुक्र उस दिन अपने ही भाव में रहेगा, जो चंद्रमा के साथ एक योगकारी ग्रह बन गया है। यह इनके लिए अच्छी शुरुआत देने वाला योग बना रहा है। चंद्रमा का उस दिन उच्च का होकर बैठना मन में जोश व उत्साह भरने वाला होगा। जन्मतिथि के अनुसार विराट का मूलांक 2 और भाग्यांक 5 बन रहा है। मूलांक के मुताबिक कोहली आईपीएल में अपना जलवा एक बार फिर बिखेरते नजर आएंगे। लेकिन भांग्यांक 5 बुध का अंक माना गया है जिसकी वजह से उनकी वाणी और बुद्धि विषम परिस्थितियों में उनका पूरा साथ देगी लेकिन टीम का साथ ना मिलने की वजह से कप्तान कोहली को हार का सामना करना पड़ सकता है।
दूसरी ओर चेन्नई सुपर किंग्स की नाम राशि मेष है। मेष का स्वामी मंगल गोचर के अनुसार पराक्रम स्थान में पराक्रमेश हो रहे हैं, जो चेन्नई को जीत की ओर ले जा रहा है। ऐसे में चेन्नई सुपर किंग्स का विजेता बनना उसकी नाम राशि के स्वामी मंगल के गोचर करने से यह तय माना जा सकता है। परंतु जीत के लिए चेन्नई को परिश्रम भी करना होगा। वहीं नाम के मुताबिक धोनी की नाम राशि सिंह है जो कि सूर्य की राशि मानी जाती है। सूर्य राशि के जातक बड़ें पराक्रमी भी होते हैं। ये विपरीत परिस्थिति में भी अपने आप को नियंत्रण में रखकर इसका तोड़ निकाल लेते हैं। यही धोनी की खूबी भी है। कैप्टन कूल का खिताब महेन्द्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को इसी के चलते मिला हैं। नाम राशि के हिसाब से धोनी का यह आईपीएल सामान्य रहेगा।
जन्म तिथि को देखा जाए तो धोनी का मूलांक 7 बनता है। जो कि अंक ज्योतिष में केतु का अंक माना जाता है। केतु को वैदिक ज्योतिष में एक छाया ग्रह व क्रूर ग्रह माना जाता है, जो अपने साथ बैठे राशि व अपने स्थान के हिसाब से जातक को परिणाम देता है। केतु का गोचर में धनु राशि यानि कि गुरु के घर में आना गुरु की तरह परिणाम देगा। क्योंकि बृहस्पति गोचर में स्वग्रही है। गुरु का साथ मिलने पर केतु बलवान होकर गुरु का ही फल एमएस धोनी को देगा। जिस कारण मूलांक 7 का कारक ग्रह केतु महेंद्र सिंह धोनी व चेन्नई सुपर किंग के लिए फलदायी ही माना जाएगा। भाग्यंक 6 जो कि शुक्र का अंक है। यह भी धोनी के हित में ही रहेगा। कुल मिलाकर धोनी के लिए इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां संस्करण मिला-जुला परिणाम देगा।
कुल मिलाकर ग्रह गोचर के अनुसार दोनों टीमों के बीच टक्कर जबरदस्त होने के आसार हैं लेकिन लगन के अनुसार जीत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की लग रही है। हालांकि क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है, इसलिए ये तो वक्त ही बताएगा कि कौन जीत का स्वाद चखेगा।