18 अगस्त शुक्रवार 2017 को प्रात:काल 5 बजकर 53 मिनट मिथुन के चंद्रमा के साथ कर्क राशि में प्रविष्ट होंगे जिसका प्रत्येक राशि पर अलग-अलग प्रभाव होगा।
मेष – मेष राशि से राहू का परिवर्तन चतुर्थ घर में हो रहा है जो कि आपका सुख व संतुष्टि का घर है। जहां पर आपकी सुख सुविधाओं व संतुष्टि को प्रभावित करेगा। आपकी राशि में यह घर माता का घर भी होता है। माता के प्रति यह राहू कष्टप्रद रह सकता है। राहू के साथ साथ केतू का परिवर्तन आपकी कुंडली से दसवें घर में होगा जो कि कार्य के प्रति आपकी प्रतिबद्धता में वृद्धि करेगा। कार्य के भार के कारण आपको कठोर परिश्रम करना पड़ सकता है। इससे पहले आपको केतु भाग्य का पूरा साथ दे रहा था अब आपको कर्म से ही अपने समय को बदलना होगा। विशेषकर मेष राशि वालों के लिये राहू का परिवर्तन बैर भाव को बढ़ाने वाला रहेगा एवं राजभय से डर भी उत्पन्न होने के आसार हैं। राहू की दृष्टि से और इसके कुप्रभाव से बचने के लिये समय समय पर इसके उपाय भी करते रहें।
वृषभ – वृषभ राशि से राहू का परिवर्तन तीसरे घर में हो रहा है। यह आपके पराक्रम का भाव है। राहू आपके पराक्रम भाव में आपकी कार्यकुशलता, आपकी मेहनत करने की क्षमता को बढ़ाते हैं। जो आपके सपने थे जिन कार्यों को करने में आप स्वयं को असमर्थ पाते थे उन कार्यों को अंजाम देने के लिहाज से यह समय आपके लिये एकदम सही है। राहू आपकी राशि के लिये शुभ फल देने वाला रहेगा। वहीं आपकी राशि से नवम भाव में केतु का परिवर्तन होने से अब आपको भाग्य का पूरा साथ मिलने के आसार हैं। घर में मांगलिक कार्य और धार्मिक रूचियों में आपका मन बढ़ेगा। विशेषकर राहू और केतु के परिवर्तन से आपके लिये यह समय ऐश्वर्य, धन वैभव और मान सम्मान दिलाने वाला रहने के आसार हैं।
मिथुन – मिथुन राशि के जातकों के लिये राहू का परिवर्तन दूसरे स्थान में हो रहा है साथ ही केतु अष्टम भाव में आ रहे हैं। धन भाव में राहू का परिवर्तन हमेशा चिंता का कारक माना जाता है तथा मानसिक और शारीरिक चिंताओं को बढ़ाने वाला भी होता है। अष्टम के केतु व्यक्ति को बिना मतलब की भागदौड़ करवाते हैं जिससे कोई लाभ नहीं मिलता। सर्पदंश और मादक पदार्थों से जितना हो सकते बचने का प्रयास करें। विशेषकर आपकी राशि में राहू का परिवर्तन पारिवारिक कलह, कार्यक्षेत्र व आपसी संबंधों को बिगाड़ने वाला रह सकता है।
कर्क – कर्क राशि वाले जातकों के लिये राहू का परिवर्तन आपकी राशि पर ही हो रहा है जो कि मानसिक चिंता व शारीरिक पीड़ा का कारण भी बन रहा है। राशि का राहू आपको हमेशा भ्रमित बनाये रख सकता है जिससे आपको जीवन में निर्णय लेने में परेशानी हो सकती है। किसी प्रकार का अंजाना डर भी आपको सता सकता है। वहीं केतु का परिवर्तन आपकी राशि से सातवां होगा जो कि पेट से संबंधित रोगों का कारक माना जाता है। दांपत्य जीवन में भी अनेक प्रकार की कठिनाईयों का सामना आपको करना प़ड़ सकता है। अगर किसी का दांपत्य जीवन पहले से पीड़ित चल रहा है तो उनके लिये उन संबंधों को सुधारने का अच्छा मौका है। आपके लिये राहू केतु का परिवर्तन पीड़ा और भय का कारक रहने के आसार हैं। समय समय पर राहू के उपाय करें।
सिंह – सिंह राशि वाले जातकों के लिये राहू का परिवर्तन 12वें घर में हो रहा है। काफी समय से राहू आपकी राशि में ही विचरण कर रहे थे जो कि आपकी शारीरिक और मानसिक क्षमता को कमजोर करके रखा हुआ था उस दृष्टि से राहू आपको बंधन मुक्त कर सकते हैं। किंतू 12वें घर में राहू का होना व्यर्थ के धन व्यय और मस्तिष्क पीड़ा का कारक भी होता है। वहीं केतु का परिवर्तन आपकी राशि से छठे घर में हो रहा है जो कि शत्रु वृद्धि का कारक माना गया है किंतु आपके गुप्त शत्रुओं की पहचान भी आपको इसी समय में हो सकती है। केतु आपके लिये विदेश यात्राओं के योग भी बना सकते हैं। राहू केतु का परिवर्तन आपके जीवन में धन व्यय व शारीरिक पीड़ा का कारण बन सकता है।
कन्या – कन्या राशि वाले जातकों के लिये राहू का परिवर्तन लाभ घर में हो रहा है जो कि आपके लिये शुभ संकेत नहीं है। काफी समय से कार्यक्षेत्र में आप झूझ रहे थे तथा धन की दृष्टि से भी आप अपने आपको असहाय महसूस कर रहे थे। राहू के परिवर्तन से आप अपने प्रतिद्वंदी के सामने स्वयं को साबित कर सकते हैं। घर वाहन या संपति संबंधी लाभ भी राहू के प्रभाव से आपको मिल सकते हैं। आपकी मेहनत व सपनों को पूरा करने का योग भी बनता है। कहीं केतु का स्थान आपकी राशि से पांचवा है जोकि संतान बुद्धि और विद्या के लिये सामान्य बने रहने के आसार हैं। इस समय जन्म लेने वाले जातकों के लिये संतान संबंधी सुख देर से मिलता है मुख्यत: राहू का परिवर्तन आपकी राशि से धन लाभ वैभव और सुख का योग बनायेगा।
तुला – तुला राशि के जातकों से राहू का परिवर्तन दसवें घर में हो रहा है जो कि आपका कार्यक्षेत्र है। कार्यक्षेत्र में नई तरह की चुनौतियां देखने को मिल सकती हैं। कार्य के भार से आपका मन उससे निकलने को कर सकता है। व्यापार कर रहे हैं तो उसमें भी कई तरह की परेशानियों, रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। पिता के घर में राहू का संचार होने से पिता से वैमनस्य अथवा उनके स्वास्थ्य के प्रति आपकी चिंता को बढ़ा सकता है। वहीं केतु का परिवर्तन आपकी राशि से चौथे घर में होगा जोकि कठिन प्रयास करने के पश्चात आपको अपेक्षा से कम परिणाम देगा। पैतृक संपति का लाभ भी मिलने के आसार आपके लिये बन सकते हैं। विशेषकर राहू का परिवर्तन आपके जीवन में चिंता और कलह के योग बना सकता है।
वृश्चिक – आपकी राशि से राहू का परिवर्तन नवें घर में हो रहा है जो कि आपके भाग्य का स्थान है। आप महसूस कर रहे होंगे कि पूर्व समय में भाग्य का भरपूर साथ मिला थोड़े प्रयासों से आप अपेक्षाकृत अधिक सफलता हासिल कर रहे थे लेकिन राहू परिवर्तन से इस स्थिति में बदलाव आने की संभावना है। इस बदलाव के लिये तत्पर रहें क्योंकि अब आपको अधिक कर्म करके लाभ प्राप्त होगा। माता पिता की चिंताओं से भी आपको मुक्ति मिलेगी जिससे यह क्षेत्र आपको परेशानियों से हटा देगा। राहू का परिवर्तन आपकी कुंडलिका में पीड़ा और कलह का कारक योग बना सकता है। केतु आपके पराक्रम क्षमता को बाधित कर सकते हैं इसलिये समयानुसार केतु शांति के उपाय करें।
धनु – धनु राशि वाले जातकों के लिये राहू का परिवर्तन आपकी राशि से आठवें घर में होगा जो कि आपके लिये व्यर्थ की यात्राओं को करवाने का योग बना रहा है। धन भाव में दृष्टि होने के कारण आपके संचित धन को व्यय करवा सकता है। अष्टम राहू होने के कारण आपके विचार और सोच में नकारात्मकता आ सकती है जिससे कभी-कभी भारी नुक्सान भी झेलना पड़ सकता है। केतु आपकी कुंडलिका में धन भाव में विचरण करेंगें जो कभी-कभी भाग्यवश अचानक बदलाव का योग भी बनाते हैं। नेत्र संबंधी योग अथवा मस्तिष्क पीड़ा का सामना भी करना पड़ सकता है। विशेषकर राहू केतु का परिवर्तन आपके जीवन में मध्यम शुभकारी रहने के आसार हैं।
मकर – आपकी राशि से राहू का परिवर्तन सप्तम स्थान में हो रहा है। यह आपके दांपत्य जीवन से संबंधित परेशानियों को बढ़ा सकता है। स्वास्थ्य से संबंधित चिंताओं को बढ़ाने वाला भी हो सकता है। नये प्रेम प्रसंग में जुड़े हैं तो उनमें भी शुभ संकेत नहीं हैं। वहीं केतु आपकी ही राशि में विराजमान रहेंगें। आपका कठोर परिश्रम और कार्य करने की लगन को यह सफल बनाने में सहयोग करेगा। त्वचा से संबंधित रोगों में वृद्धि हो सकती है। आपसी संबंधों में मनमुटाव व राजभय का योग भी बन रहा है। विशेषकर राहू का परिवर्तन आपके जीवन में वैर और राजभय से संबंधित बना रहेगा।
कुंभ – कुंभ राशि के जातकों के लिये राहू का परिवर्तन छठे घर में होगा जो कि आपके शत्रु और रोग को काटने वाला योग बना रहा है। 12वें घर में राहू की दृष्टि होने के कारण लंबी दूरी की यात्राओं का योग बनेगा और यात्राएं लाभप्रद रहेंगी। आपकी राशि से छटा राहू हमेशा सुख समृद्धि देने वाला माना गया है। यह समय आपके लिये शत्रु से भी प्रशंसा पाने का रहेगा। वहीं आपकी राशि से 12वां केतु आपकी कुंडलिका में आपको शांति सुख व समृद्धि देने वाला माना गया है। आपकी राशि में राहू का परिवर्तन सुख धन व शांति वृद्धि वाला रहेगा।
मीन – आपकी राशि से राहू का परिवर्तन पंचम स्थान में हो रहा है जो कि आपके संबंध विद्या व संतान के मामले में चिंताजनक रह सकता है। लाभ घर में दृष्टि रहने के कारण लाभ के स्त्रोत कम हो सकते हैं। किसी को दिये हुए धन की हानि के योग भी बन रहे हैं। ग्यारहवां केतु आपको कर्ज और लोगों के उपकारों के बोझ तले दबा सकता है कभी कभी आक्समिक धन हानि के योग भी इसमें बनते हैं। आपकी राशि में राहू का परिवर्तन धन हानि व व्यय होने के योग बना सकता है समय समय पर राहू शांति के उपाय करें।
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