Chaitra Navratri 2022 Date: कर्ज की चिंता हर किसी ईमानदार व्यक्ति के लिये बड़ी भारी चिंता होती है, लेकिन कई बार हालात ऐसे बने रहते हैं कि लाख चाहने के बावजूद भी जीवन में सूरत ए हाल बदलता ही नहीं। व्यक्ति दिन ब दिन कर्जदार होता चला जाता है। यदि आपके साथ भी ऐसा ही कुछ हो रहा है तो यह लेख आपके लिये ही है। इसे पढ़कर आप कुछ आसान से उपाय जान सकेंगें जिनसे आपको कर्ज से मुक्ति मिल सकती है। नवरात्र के दिनों में तो यह उपाय विशेष रूप से कारगर सिद्ध होते हैं क्योंकि मां दुर्गा की आराधना से ही ये उपाय जुड़े हैं।
मां दुर्गा अपने भक्तों का बेड़ा अवश्य पार लगाती हैं। सच्ची श्रद्धा से जो कोई भी मां की आराधना करता है उसका जीवन तो मां सफल करती ही हैं यदि इसके साथ-साथ कुछ सरल उपाय भी किये जायें तो मान्यता है कि किसी भी प्रकार के कर्ज से मां मुक्ति दिला देती हैं।
नवरात्रि में एस्ट्रोयोगी पर इंडिया के बेस्ट एस्ट्रोलोजर्स से गाइडेंस लें।
आटे से उपाय -
आपको करना सिर्फ यह है कि आटे को स्वच्छ जल में गूंथकर उसकी एक लोई बना लें व इसे बहते जल में प्रवाहित कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से मां की कृपा होती है व जल्द ही अच्छे परिणाम मिलने लगते हैं।
कमल गट्टे से उपाय –
कमल गट्टे से किया गया यह उपाय भी सिद्ध माना जाता है। इसके लिये आपको यह करना है कि कमल गट्टे को पीसकर उसमें देशी घी से बनी सफ़ेद बर्फियां मिला कर इसकी 21 आहूतियां दें।
गुलाब के फूलों से उपाय –
गुलाब के फूलों से भी एक उपाय है जो आप कर्ज के बोझ से मुक्ति पाने के लिये अपना सकते हैं। इसके लिये आप एक सफेद वस्त्र लें और इसमें पांच फूल गुलाब के, एक चांदी का टुकड़ा, कुछ चावल व थोड़ा गुड़ रखकर इसे बांध लें। अब 21 बार सही उच्चारण करते हुए गायत्री मंत्र का पाठ करें व कर्ज से मुक्ति की कामना करते हुए इसे पानी में बहा दें।
लौंग व कपूर से उपाय –
लौंग व कपूर से भी आप उपाय कर सकते हैं। करना आपको यह है कि कमल के फूल की पत्तियां लें। अब इन पर मक्खन व मिसरी लगायें। अब 48 लौंग व 6 कपूर की माता को आहूति दें। मान्यता है कि ऐसा करने से जल्द ही कर्ज का बोझ कम होने लगता है।
इसके अलावा नवरात्र के प्रारंभ में केले के पेड़ की जड़ में चावल, रोली, फूल, पानी अर्पित करें व नवमी वाले दिन इसी पेड़ की थोड़ी सी जड़ अपनी तिजोरी में रखें। मान्यता है कि इससे धन में वृद्धि होने लगती है। या फिर आप यह भी कर सकते हैं कि रोली, चावल, फूल, धूप, दीप आदि से पीली कौड़ी अथवा हर सिंगार की जड़ की पूजा कर उसे धारण कर लें, धारण न करना चाहें तो जेब में भी रख सकते हैं। कर्ज से मुक्ति के लिये यह उपाय भी कारगर सिद्ध होता है।
हालांकि कई बार आप पूरी श्रद्धा से उपाय करते हैं लेकिन उसका कोई फल आपको नहीं मिलता इसका अर्थ है कि आपने उस उपाय की विधि में कोई चूक अवश्य की है या फिर आपकी कुंडली में ग्रह कोई और ही चक्र चला रहे हैं। इस बारे में आप एस्ट्रोयोगी पर इंडिया के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर्स से गाइडेंस ले सकते हैं। ज्योतिषियों से अभी बात करने के लिये यहां क्लिक करें।
माता के नौ रुप
माँ शैलपुत्री - नवरात्रि के पहले दिन की पूजा विधि | माँ ब्रह्मचारिणी- नवरात्रे के दूसरे दिन की पूजा विधि | माता चंद्रघंटा - तृतीय माता की पूजन विधि
कूष्माण्डा माता- नवरात्रे के चौथे दिन करनी होती है इनकी पूजा | स्कंदमाता- नवरात्रि में पांचवें दिन होती है इनकी पूजा
माता कात्यायनी- नवरात्रि के छठे दिन की पूजा | माता कालरात्रि - नवरात्रे के सातवें दिन होती है इनकी पूजा | माता महागौरी - अष्टमी नवरात्रे की पूजा विधि
माता सिद्धिदात्री - नवरात्रे के अंतिम दिन की पूजा | नवरात्र 2020 | नवरात्र – चैत्र नवरात्रि में करें मां भगवती की आराधना
जानें नवरात्र कलश स्थापना पूजा विधि व मुहूर्त | भारत में नवरात्रि के रंग | जानें नवरात्रों में, करने और ना करने वाले कुछ कार्य
शारदीय नवरात्र - किस दिन होगी माता के किस रूप की पूजा | नवरात्रों में डायबिटीज के रोगियों के लिए आवश्यक बातें | मां दुर्गा के 108 नाम