यहां ऐसे दो चिन्ह मिलते हैं जिनका उद्देश्य एक ही होता है – सोच, काम व भावनाओं की आजादी। ये दोनों ही इस बात की परवाह नहीं करते कि दुनिया क्या कहेगी। क्योंकि दोनों ही खुले दिल वाले व जो मन में आए वो कह देने में विश्वास रखते हैं, इसलिए ये एक सुंदर संबंध साबित हो सकता है। दोनों को ही अपनी व्यक्तिगत आजादी बहुत पसंद होती है। दोनों ही एक-दूसरे को उसकी इच्छा व सोच के अनुसार काम करने के लिए पूरा समय देते हैं। ज्यादा अच्छा होना भी कभी-कभी बुराई का कारण बन जाता है, इसलिए इन्हें एक-दूसरे का ख्याल रखना चाहिए। मिथुन व धनु मिल कर एक साथ अपने जीवन की योजनाएं बना सकते हैं। जब तक इन्हें एक-दूसरे की आजादी से कोई परेशानी ना हो ये मिल कर आराम से अपना जीवन जी सकते हैं। लेकिन ऐसा समय भी आता है जब कि ये दोनों ही अपना घोंसला छोड़ कर उड़ना चाहते हैं और ऐसे में इनमें मतभेद पैदा हो जाता है और ये मतभेद वैचारिक विभिन्नता के कारण ही होता है। कुल मिला कर बुध व ज्यूपिटर का संयोग अच्छा साबित हो सकता है।