21/3-19/4
20/4-20/5
21/5-20/6
21/6-22/7
23/7-22/8
23/8-22/9
23/9-22/10
23/10-21/11
22/11-21/12
22/12-19/1
20/1-18/2
19/2-20/3
चिन्ह तिथि | 22/11 - 21/12 |
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शुभ रंग | सुनहरा, पीला, नीला |
शुभ रत्न | काला मोती |
शुभ दिन | रविवार, बुधवार, बृहस्पतिवार |
प्रतीक/चिन्ह | धनुष |
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शुभ अंक | 9 |
सत्तारूढ़ गृह | बृहस्पति |
संगत राशि चक्र चिह्न | मेष, धनु, सिंह |
धनु राशि (Dhanu Rashi) के स्वामी बृहस्पति हैं। धनु राशि में जन्में जातक उत्साही प्रवृति के होते हैं, इनके अंदर ऊर्जा की कमी नहीं होती है। लेकिन कभी कभार अति उत्साह में ये उद्देश्य से भटक जाते हैं। असुरक्षा की भावना के कारण ये निर्णय और न्याय के प्रति संदेहास्पद हो जाते हैं। इनका व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली होता है, जो लोगों को आकर्षित करता है। ये बड़े ही परोपकारी होते हैं। यह भावना इनमें स्वाभाविक रुप से जन्म से ही होती है। इनसे किसी का दुख देखा नहीं जाता। धनु राशि के जातक ईमानदार होते हैं, अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। उदारता भी इनके व्यक्तित्व में निहित होती है जो इन्हें साफ दिल का बनाती है। अध्ययनशील प्रवृति के होने के कारण इन्हें पढ़ने, लिखने, और अज्ञात विषयों की खोज करने में आनंद मिलता है और जातक एक अच्छे शिक्षार्थी भी होते हैं। धनु राशि का चिन्ह घोड़े और मानव शरीर का मिश्रित रुप है जिसमें नीचे का भाग घोड़े का है और कमर से ऊपर का हिस्सा मनुष्य का है। जिसने धनुष से निशाना साध रखा है। यह इनके लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है अर्थात धनु राशि के जातक लक्ष्य पटु होते हैं। एक बार किसी लक्ष्य को पाने की ठान ले तो उसे पाकर रहते हैं। इस राशि के जातक सामाजिक रुप से भी काफी सक्रिय होते हैं। जिससे समाज में इनकी अच्छी पकड़ होती है। ये हमेशा गतिशील रहने में विश्वास रखते हैं। एक जगह ठहरकर रहना इनके स्वभाव में नहीं है। नई-नई चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त कर अपने ज्ञान को बढ़ाना इन्हें अच्छा लगता है। ये ज्ञान की खोज में पूरी दुनिया घूमने की चाह रखते हैं। यदि इन्हें किसी काम को करने से रोका जाय तो ये धैर्य खोने लगते हैं जिससे इन्हें संभाल पाना मुश्किल हो जाता है। नेतृत्व करने की भी अपार संभावनाएं इनमें होती हैं, किसी भी प्रोजेक्ट या संगठन का नेतृत्व बड़ी ही कुशलता से कर सकते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस राशि के जातक एक सकारात्मक सोच वाले इंसान होते हैं। परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, जातक उसकी अच्छाई की ओर ध्यान केंद्रित करके कुछ ना कुछ अच्छी बात निकाल ही लेते हैं।
धनु राशि (Dhanu Rashi) के लोग अक्सर दूसरों की भावनाओं को चोट पहुंचा देते हैं। लेकिन, इनके बातों से लोगों को प्रेरणा भी मिलती है। ये उत्सुक, आध्यात्मिक और सत्य में विश्वास रखने वाले होते हैं। जातक आनंद और विश्वास की भावना से दूसरों को आकर्षित करने में सफल रहते हैं। बात करें कार्यक्षेत्र की यानि कि करियर कि तो, ये अपने लक्ष्य के प्रति सचेत व सजग रहते हैं और उसे हासिल करने की दिशा में निरंतर गतिशील एवं प्रयत्नशील होते हैं। धनु जातकों का ध्यान लक्ष्य से भटकाना बड़ा मुश्किल है क्योंकि इनका मन बहुत ही एकाग्र होता है। जिसके चलते इन्हें कार्यस्थल पर काफी सफलता और मान-सम्मान मिलता है। धनु जातक अपने सहकर्मियों एवं वरिष्ठ कर्मियों को हमेशा अपने तर्कों से संतुष्ट करते हैं। कार्यस्थल पर इनका हिसाब-किताब भी साफ सुथरा रहता है। परिस्थितियों का उचित आकलन कर भविष्य का सटीक पूर्वानुमान लगाने में माहिर धनु जातकों की राय सहकर्मियों के लिये काफी मायने रखती है। लोग इनसे महत्वपूर्ण विषयों पर इनकी राय लेते हैं।
जातक सामाजिक रुप से काफी सक्रिय होते हैं, समाज के विकास व उत्थान के लिए कार्य करते हैं। सामाजिक होने के कारण ये अपने साथी के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसी लिये इनका रोमांटिक या वैवाहिक जीवन भी काफी अच्छा रहता है। बस इन्हें गुस्सा जल्दी आता है और कुछ ही समय में गायब भी हो जाता है। धनु राशि के जातक काफी स्पष्ट और खुले विचारों के होते हैं इन्हें अपनी ही तरह के खुले विचार वाले साथी पसंद आते हैं। ये विश्वास करने लायक होते हैं लेकिन खुद दूसरों पर बहुत कम विश्वास करते हैं। यदि आपकी रुचियां धनु जातकों से मेल खाती हैं तो आपकी इनके साथ अच्छी पटेगी। अगर किसी जातक की धनु राशि (Dhanu Rashi) या धनु लग्न की कन्या या वर से विवाह हो तो उसे भाग्यशाली समझना जाना चाहिए। क्योंकि ऐसी कन्या या वर अपने साथी को समझने वाले और सही परामर्श देने वाले होते हैं। धनु राशि के जातकों के लिए शुभ दिन बुधवार और शुक्रवार है। शुभ रंग श्वेत, क्रीम, हरा, नारंगी और हल्का नीला है।