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Hindu Calender 2025: क्या आप जानते हैं कि विक्रम संवत् 2082 कब से शुरू हो रहा है और इसका आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा? हिंदू पंचांग के अनुसार, विक्रम संवत् 2082 की शुरुआत 30 मार्च 2025 से होगी। जबकि चैत्र माह होली के बाद कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही शुरू हो जाता है। वहीं हिन्दू कैलेंडर चैत्र नवरात्रि के बाद शुरू होता है। यह संवत्सर हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति में बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे नववर्ष, त्योहारों और व्रतों का निर्धारण किया जाता है।
विक्रम संवत हिन्दू कैलेंडर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे भारतीय सम्राट विक्रमादित्य ने 57 ईसा पूर्व में प्रारंभ किया था। यह कैलेंडर सौर और चंद्र चक्रों के आधार पर चलता है, जिसमें समय के हिसाब से महीनों की गणना की जाती है। विक्रम संवत का नाम सिद्धार्थी संवत रखा गया है, और यह हर साल विभिन्न त्योहारों, व्रतों और धार्मिक तिथियों को चिन्हित करता है, जो भारतीय संस्कृति और धार्मिकता से जुड़ी होती हैं।
नेपाल के राणा राजवंश ने 1901 में विक्रम संवत को आधिकारिक हिंदू कैलेंडर के रूप में स्वीकार किया था, और तब से यह कैलेंडर भारत सहित नेपाल में भी प्रचलित है। विक्रम संवत का अनुसरण कर हम अपने धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित रखते हुए उनका सही सम्मान कर सकते हैं।
यह पंचांग सौर और चंद्र गणनाओं पर आधारित है।
इसमें अधिक मास और धार्मिक दृष्टि से शुभ तिथियों का समावेश है।
प्रमुख त्योहारों, व्रतों और अनुष्ठानों का विस्तृत विवरण दिया गया है।
राजा सूर्य होंगे, जो शक्ति, ऊर्जा और नेतृत्व के प्रतीक हैं।
यह न केवल धार्मिक आयोजनों की योजना बनाने में सहायक है, बल्कि राशि अनुसार प्रभाव, शुभ मुहूर्त और पारिवारिक आयोजनों की तिथियों के लिए भी उपयोगी है। विक्रम संवत् 2082 में कौन-से विशेष पर्व और योग बन रहे हैं? जानने के लिए आगे पढ़ें!
विक्रम संवत् 2082 का चैत्र माह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद खास रहने वाला है। इस महीने में गणगौर व्रत, रंग पंचमी, शीतला सप्तमी, हिंदी नववर्ष, चैत्र नवरात्रि, राम नवमी और हनुमान जयंती जैसे प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे। इसके अलावा, पापमोचनी एकादशी, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत और अन्य शुभ उपवास भी इस माह को विशेष बनाएंगे। चैत्र माह की यह शुभ तिथियां जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति का संचार करती हैं। धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों के माध्यम से भक्तजन पुण्य लाभ अर्जित कर सकते हैं और सुख-समृद्धि की कामना कर सकते हैं।
15 मार्च 2025, शनिवार – गणगौर व्रत, विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस
17 मार्च 2025, सोमवार – छत्रपति शिवाजी तिथि आधारित जयंती
18 मार्च 2025, मंगलवार – अंगारकी चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी
19 मार्च 2025, बुधवार – रंग पंचमी
21 मार्च 2025, शुक्रवार – शीतला सप्तमी
22 मार्च 2025, शनिवार – हिन्दू नववर्ष, कालाष्टमी, शीतला अष्टमी
25 मार्च 2025, मंगलवार – पापमोचनी एकादशी
26 मार्च 2025, बुधवार – वैष्णव पापमोचनी एकादशी
27 मार्च 2025, गुरुवार – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, मधु कृष्ण त्रयोदशी, रंग तेरस
28 मार्च 2025, शुक्रवार – जुमात-उल-विदा
29 मार्च 2025, शनिवार – अमावस्या
30 मार्च 2025, रविवार – चैत्र नवरात्रि, चेती चांद, वसंत ऋतु, चंद्र दर्शन, गुड़ी पड़वा
31 मार्च 2025, सोमवार – रमजान (ईद उल फितर), झूलेलाल जयंती, मत्स्य जयंती, सोमवार व्रत, गणगौर पूजा
1 अप्रैल 2025, मंगलवार – नव वित्तीय वर्ष प्रारंभ, अप्रैल फूल दिवस, चतुर्थी व्रत
3 अप्रैल 2025, गुरुवार – रोहिणी व्रत, यमुना षष्ठी, षष्ठी व्रत
5 अप्रैल 2025, शनिवार – बाबू जगजीवन राम जयंती, दुर्गा अष्टमी व्रत, अशोक अष्टमी
6 अप्रैल 2025, रविवार – महातरा जयंती, राम नवमी, पाम संडे, स्वामीनारायण जयंती
7 अप्रैल 2025, सोमवार – विश्व स्वास्थ्य दिवस
8 अप्रैल 2025, मंगलवार – कामदा एकादशी
10 अप्रैल 2025, गुरुवार – प्रदोष व्रत, महावीर जयंती, मौंडी थर्सडे
11 अप्रैल 2025, शुक्रवार – ज्योतिराव फुले जयंती, गुड फ्राइडे
12 अप्रैल 2025, शनिवार – पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा, हनुमान जयंती, श्री सत्यनारायण व्रत, श्री सत्यनारायण पूजा
वैशाख माह 2025 धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद शुभ रहने वाला है। इस महीने में बैसाखी, मेष संक्रांति, अक्षय तृतीया, बुद्ध पूर्णिमा और नरसिंह जयंती जैसे महत्वपूर्ण पर्व मनाए जाएंगे। इसके अलावा, वरुथिनी एकादशी, मासिक शिवरात्रि, परशुराम जयंती और मोहिनी एकादशी जैसे प्रमुख व्रत भी इस माह को पावन बनाएंगे। वैशाख माह को दान-पुण्य और तपस्या के लिए श्रेष्ठ माना जाता है, जिससे भक्तजन जीवन में सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान विशेष पूजा-पाठ और व्रत करने से सकारात्मक ऊर्जा और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
14 अप्रैल 2025, सोमवार – बैसाखी, मेष संक्रांति, अंबेडकर जयंती
15 अप्रैल 2025, मंगलवार – बंगाली नववर्ष
16 अप्रैल 2025, बुधवार – संकष्टी चतुर्थी
20 अप्रैल 2025, रविवार – ईस्टर
21 अप्रैल 2025, सोमवार – कालाष्टमी
22 अप्रैल 2025, मंगलवार – पृथ्वी दिवस
24 अप्रैल 2025, गुरुवार – वरुथिनी एकादशी, वल्लभाचार्य जयंती
25 अप्रैल 2025, शुक्रवार – सेन जयंती, प्रदोष व्रत
26 अप्रैल 2025, शनिवार – मासिक शिवरात्रि
27 अप्रैल 2025, रविवार – अमावस्या
28 अप्रैल 2025, सोमवार – सोमवार व्रत, चंद्र दर्शन
29 अप्रैल 2025, मंगलवार – परशुराम जयंती
30 अप्रैल 2025, बुधवार – रोहिणी व्रत, मातंगी जयंती, अक्षय तृतीया
1 मई 2025, गुरुवार – चतुर्थी व्रत, महाराष्ट्र दिवस, मजदूर दिवस
2 मई 2025, शुक्रवार – सूरदास जयंती, षष्ठी व्रत
3 मई 2025, शनिवार – गंगा सप्तमी
5 मई 2025, सोमवार – बगलामुखी जयंती, दुर्गा अष्टमी व्रत
6 मई 2025, मंगलवार – सीता नवमी
7 मई 2025, बुधवार – रवींद्रनाथ टैगोर जयंती
8 मई 2025, गुरुवार – मोहिनी एकादशी
9 मई 2025, शुक्रवार – परशुराम द्वादशी, प्रदोष व्रत
11 मई 2025, रविवार – नरसिंह जयंती, मदर्स डे
12 मई 2025, सोमवार – बुद्ध पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, कूर्म जयंती, चित्रा पूर्णिमा
ज्येष्ठ माह 2025 धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस महीने में वट सावित्री व्रत, गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी, शनि जयंती और महेश नवमी जैसे प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इसके अलावा, अपरा एकादशी, मासिक शिवरात्रि, धूमावती जयंती और देव स्नान पूर्णिमा जैसे पावन पर्व भी इस माह को विशेष बनाएंगे। यह माह तप, दान और जल दान के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, जिससे पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दौरान किए गए धार्मिक अनुष्ठान और व्रत जीवन में सुख-समृद्धि और शांति लेकर आते हैं।
13 मई 2025, मंगलवार – नारद जयंती
15 मई 2025, गुरुवार – वृषभ संक्रांति
16 मई 2025, शुक्रवार – संकष्टी चतुर्थी
20 मई 2025, मंगलवार – कालाष्टमी
23 मई 2025, शुक्रवार – भद्रकाली जयंती, अपरा एकादशी
24 मई 2025, शनिवार – प्रदोष व्रत
25 मई 2025, रविवार – मासिक शिवरात्रि
26 मई 2025, सोमवार – वट सावित्री व्रत
27 मई 2025, मंगलवार – रोहिणी व्रत, भौमवती अमावस्या, अमावस्या, शनि जयंती
28 मई 2025, बुधवार – ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ, चंद्र दर्शन
29 मई 2025, गुरुवार – महाराणा प्रताप जयंती
30 मई 2025, शुक्रवार – चतुर्थी व्रत
31 मई 2025, शनिवार – शीतल षष्ठी
1 जून 2025, रविवार – षष्ठी व्रत
2 जून 2025, सोमवार – सोमवार व्रत
3 जून 2025, मंगलवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, धूमावती जयंती, वृषभ व्रत
4 जून 2025, बुधवार – महेश नवमी
5 जून 2025, गुरुवार – गंगा दशहरा, विश्व पर्यावरण दिवस
6 जून 2025, शुक्रवार – निर्जला एकादशी
7 जून 2025, शनिवार – ईद-उल-जुहा (बकरीद)
8 जून 2025, रविवार – प्रदोष व्रत
10 जून 2025, मंगलवार – श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, वट सावित्री पूर्णिमा
11 जून 2025, बुधवार – कबीर जयंती, देव स्नान पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत, पूर्णिमा
आषाढ़ माह 2025 धार्मिक अनुष्ठानों और महत्वपूर्ण पर्वों से परिपूर्ण रहेगा। इस महीने की शुरुआत संकष्टी चतुर्थी और मिथुन संक्रांति से होगी, जबकि गुप्त नवरात्रि, पुरी रथ यात्रा और गुरु पूर्णिमा जैसे प्रमुख उत्सव विशेष धार्मिक महत्व रखेंगे। योगिनी एकादशी, शयनी एकादशी और प्रदोष व्रत इस माह के विशेष व्रतों में शामिल होंगे। वहीं, इस्लामिक न्यू ईयर और मुहर्रम भी इस माह में पड़ेंगे। इस माह में किए गए व्रत और पूजा-अर्चना से मनोकामनाओं की सिद्धि होती है और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।
14 जून 2025, शनिवार – संकष्टी चतुर्थी
15 जून 2025, रविवार – मिथुन संक्रांति, फादर्स डे
18 जून 2025, बुधवार – बुध अष्टमी व्रत, कालाष्टमी
21 जून 2025, शनिवार – योगिनी एकादशी
22 जून 2025, रविवार – वैष्णव योगिनी एकादशी
23 जून 2025, सोमवार – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, सोम प्रदोष व्रत
24 जून 2025, मंगलवार – रोहिणी व्रत
25 जून 2025, बुधवार – अमावस्या
26 जून 2025, गुरुवार – चंद्र दर्शन, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रारंभ
27 जून 2025, शुक्रवार – इस्लामिक न्यू ईयर, पुरी रथ यात्रा
28 जून 2025, शनिवार – चतुर्थी व्रत
30 जून 2025, सोमवार – कुमार षष्ठी, सोमवार व्रत
1 जुलाई 2025, मंगलवार – षष्ठी व्रत
2 जुलाई 2025, बुधवार – बुध अष्टमी व्रत
3 जुलाई 2025, गुरुवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, सेंट थॉमस डे
6 जुलाई 2025, रविवार – शयनी एकादशी, मुहर्रम
8 जुलाई 2025, मंगलवार – भौम प्रदोष व्रत, जया पार्वती व्रत, प्रदोष व्रत
10 जुलाई 2025, गुरुवार – पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत, व्यास पूजा, श्री सत्यनारायण पूजा
यह भी पढ़ें: साल 2025 में विवाह के लिए शुभ मांगलिक मुहूर्त
श्रावण माह 2025 में धार्मिक अनुष्ठानों और व्रतों की भरमार रहेगी। यह महीना शिव भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि कांवड़ यात्रा और मासिक शिवरात्रि इसमें आती हैं। नाग पंचमी, हरियाली तीज और रक्षाबंधन जैसे त्योहार इस माह को और भी शुभ बनाएंगे। कामिका एकादशी, श्रावण पुत्रदा एकादशी, और प्रदोष व्रत जैसे प्रमुख व्रत इस दौरान पड़ेंगे। इसके अलावा, तुलसीदास जयंती, वरलक्ष्मी व्रत और श्री सत्यनारायण पूजा भी इस माह में मनाई जाएगी। इस माह में व्रत और पूजा करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
11 जुलाई 2025, शुक्रवार – कांवड़ यात्रा, विश्व जनसंख्या दिवस
12 जुलाई 2025, शनिवार – जया पार्वती व्रत जागरण
13 जुलाई 2025, रविवार – जया पार्वती व्रत समाप्ति
14 जुलाई 2025, सोमवार – संकष्टी चतुर्थी
16 जुलाई 2025, बुधवार – कर्क संक्रांति
17 जुलाई 2025, गुरुवार – कालाष्टमी
21 जुलाई 2025, सोमवार – रोहिणी व्रत, कामिका एकादशी
22 जुलाई 2025, मंगलवार – भौम प्रदोष व्रत, प्रदोष व्रत
23 जुलाई 2025, बुधवार – मासिक शिवरात्रि
24 जुलाई 2025, गुरुवार – हरियाली अमावस्या, अमावस्या
25 जुलाई 2025, शुक्रवार – वर्षा ऋतु, चंद्र दर्शन
26 जुलाई 2025, शनिवार – मुहर्रम समाप्ति
27 जुलाई 2025, रविवार – हरियाली तीज
28 जुलाई 2025, सोमवार – चतुर्थी व्रत, सोमवार व्रत
29 जुलाई 2025, मंगलवार – नाग पंचमी
30 जुलाई 2025, बुधवार – षष्ठी व्रत
31 जुलाई 2025, गुरुवार – तुलसीदास जयंती
1 अगस्त 2025, शुक्रवार – दुर्गा अष्टमी व्रत
3 अगस्त 2025, रविवार – फ्रेंडशिप डे
5 अगस्त 2025, मंगलवार – श्रावण पुत्रदा एकादशी
6 अगस्त 2025, बुधवार – हिरोशिमा दिवस, प्रदोष व्रत
8 अगस्त 2025, शुक्रवार – वरलक्ष्मी व्रत
9 अगस्त 2025, शनिवार – पूर्णिमा, रक्षाबंधन, नारली पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत
भाद्रपद माह 2025 में उपवासों और त्योहारों की धूम रहेगी। गणेश चतुर्थी और अनंत चतुर्दशी इस माह के मुख्य आकर्षण होंगे, जिसमें गणपति भक्त श्रद्धा और उल्लास के साथ पूजन करेंगे। हर्तालिका तीज, कजरी तीज, और ऋषि पंचमी विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगी। वहीं, कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भक्तों के लिए विशेष आध्यात्मिक महत्व रखेगा। रक्षा पंचमी, गोघा नवमी, और महालक्ष्मी व्रत इस माह के अन्य धार्मिक पर्व होंगे। इसके अलावा, ओणम, मिलाद-उन-नबी, और शिक्षक दिवस जैसे महत्वपूर्ण दिवस भी इसी माह पड़ेंगे, जिससे यह समय धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध रहेगा।
12 अगस्त 2025, मंगलवार – हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी, अंगारकी चतुर्थी, कजरी तीज, संकष्टी चतुर्थी
13 अगस्त 2025, बुधवार – रक्षा पंचमी
14 अगस्त 2025, गुरुवार – हलषष्ठी
15 अगस्त 2025, शुक्रवार – कृष्ण जन्माष्टमी, अर्बाईन, स्वतंत्रता दिवस
16 अगस्त 2025, शनिवार – कालाष्टमी
17 अगस्त 2025, रविवार – सिंह संक्रांति, रोहिणी व्रत, गोघा नवमी
19 अगस्त 2025, मंगलवार – अजा एकादशी, विश्व फोटोग्राफी दिवस
20 अगस्त 2025, बुधवार – प्रदोष व्रत
21 अगस्त 2025, गुरुवार – मासिक शिवरात्रि
23 अगस्त 2025, शनिवार – पिथोरी अमावस्या, अमावस्या
24 अगस्त 2025, रविवार – चंद्र दर्शन
25 अगस्त 2025, सोमवार – सोमवार व्रत, वराह जयंती
26 अगस्त 2025, मंगलवार – हर्तालिका तीज
27 अगस्त 2025, बुधवार – चतुर्थी व्रत, गणेश चतुर्थी
28 अगस्त 2025, गुरुवार – ऋषि पंचमी
29 अगस्त 2025, शुक्रवार – षष्ठी व्रत
31 अगस्त 2025, रविवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, महालक्ष्मी व्रत, दुर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी
2 सितंबर 2025, मंगलवार – रामदेव जयंती
3 सितंबर 2025, बुधवार – पार्ष्व एकादशी
5 सितंबर 2025, शुक्रवार – प्रदोष व्रत, ओणम, शिक्षक दिवस, मिलाद-उन-नबी (इद-ए-मिलाद)
6 सितंबर 2025, शनिवार – गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी
7 सितंबर 2025, रविवार – श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा, भाद्रपद पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत
विक्रम संवत् 2082 का आश्विन माह 2025 धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा। इस महीने में पितृपक्ष, महालक्ष्मी व्रत, शरद ऋतु का आगमन, नवरात्रि की शुरुआत और दशहरा जैसे प्रमुख अवसर मनाए जाएंगे। इसके साथ-साथ मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, दुर्गा पूजा, सरस्वती पूजा और श्री सत्यनारायण व्रत जैसे पवित्र व्रत भी इस माह में विशेष महत्व रखते हैं। आश्विन माह के इन धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इस माह के दौरान उपवास और पूजा से न केवल आध्यात्मिक उन्नति होती है, बल्कि समाज में एकता और सौहार्द भी बढ़ता है।
8 सितंबर 2025, सोमवार – प्रतिपदा श्राद्ध, पितृपक्ष
10 सितंबर 2025, बुधवार – संकष्टी चतुर्थी
11 सितंबर 2025, गुरुवार – भरनी श्राद्ध
14 सितंबर 2025, रविवार – महालक्ष्मी व्रत समाप्त, मध्य अष्टमी, हिंदी दिवस, रोहिणी व्रत, कालाष्टमी
15 सितंबर 2025, सोमवार – अविधवा नवमी
17 सितंबर 2025, बुधवार – कन्या संक्रांति, इंदिरा एकादशी, विश्वकर्मा जयंती
19 सितंबर 2025, शुक्रवार – मासिक शिवरात्रि, माघ श्राद्ध, प्रदोष व्रत
21 सितंबर 2025, रविवार – महालय अमावस्या, अमावस्या
22 सितंबर 2025, सोमवार – शरद ऋतु, अग्रसेन जयंती, सोमवती व्रत, नवरात्रि आरंभ
23 सितंबर 2025, मंगलवार – चंद्र दर्शन, सिंधारा दूज
25 सितंबर 2025, गुरुवार – चतुर्थी व्रत
26 सितंबर 2025, शुक्रवार – ललिता पंचमी
27 सितंबर 2025, शनिवार – विश्व पर्यटन दिवस
28 सितंबर 2025, रविवार – षष्ठी, दुर्गा पूजा
29 सितंबर 2025, सोमवार – सरस्वती अवाहन
30 सितंबर 2025, मंगलवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, सरस्वती पूजा, दुर्गा अष्टमी
1 अक्टूबर 2025, बुधवार – सरस्वती बलिदान, दशहरा (महानवमी)
2 अक्टूबर 2025, गुरुवार – सरस्वती विसर्जन, दशहरा, गांधी जयंती
3 अक्टूबर 2025, शुक्रवार – पापांकुषा एकादशी, भारत मिलाप
4 अक्टूबर 2025, शनिवार – प्रदोष व्रत, विश्व पशु दिवस
6 अक्टूबर 2025, सोमवार – शरद पूर्णिमा, कोजागरी पूजा, श्री सत्यनारायण व्रत, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत
7 अक्टूबर 2025, मंगलवार – वाल्मीकी जयंती, पूर्णिमा, कार्तिक स्नान प्रारंभ
विक्रम संवत् 2082 का कार्तिक माह 2025 धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। इस महीने में करवा चौथ, दीपावली, गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, भाई दूज, छठ पूजा, और तुलसी विवाह जैसे प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे। इसके अलावा, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, राम एकादशी, धनतेरस, और काली चौदस जैसे पवित्र उपवास भी इस माह में विशेष स्थान रखते हैं। कार्तिक माह का यह समय पूजा, व्रत और धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से जीवन में सुख, समृद्धि और आत्मिक शांति की प्राप्ति के लिए उपयुक्त है। इस माह के दौरान श्रद्धालु इन धार्मिक अवसरों का लाभ उठाकर अपने जीवन को आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर कर सकते हैं।
10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार – संकष्टी चतुर्थी, करवा चौथ
11 अक्टूबर 2025, शनिवार – रोहिणी व्रत
13 अक्टूबर 2025, सोमवार – कालाष्टमी, अहोई अष्टमी
17 अक्टूबर 2025, शुक्रवार – राम एकादशी, तुला संक्रांति, गोवर्त्स द्वादशी
18 अक्टूबर 2025, शनिवार – प्रदोष व्रत, धनतेरस
19 अक्टूबर 2025, रविवार – मासिक शिवरात्रि, काली चौदस
20 अक्टूबर 2025, सोमवार – नरक चतुर्दशी
21 अक्टूबर 2025, मंगलवार – भौमवती अमावस्या, अमावस्या, दीपावली
22 अक्टूबर 2025, बुधवार – गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, चंद्र दर्शन
23 अक्टूबर 2025, गुरुवार – भाई दूज
25 अक्टूबर 2025, शनिवार – चतुर्थी व्रत
26 अक्टूबर 2025, रविवार – लाभ पंचमी
27 अक्टूबर 2025, सोमवार – सोमवती व्रत, षष्ठी, छठ पूजा
29 अक्टूबर 2025, बुधवार – बुध अष्टमी व्रत
30 अक्टूबर 2025, गुरुवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, गोपाष्टमी
31 अक्टूबर 2025, शुक्रवार – अक्षय नवमी, सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती
1 नवंबर 2025, शनिवार – कंसा वध, प्रबोधन एकादशी
2 नवंबर 2025, रविवार – तुलसी विवाह
3 नवंबर 2025, सोमवार – सोम प्रदोष व्रत, प्रदोष व्रत, विश्वेश्वर व्रत
4 नवंबर 2025, मंगलवार – मणिकर्णिका स्नान
5 नवंबर 2025, बुधवार – गुरु नानक जयंती, देव दिवाली, कार्तिक स्नान समाप्त, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत, कार्तिक पूर्णिमा
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विक्रम संवत् 2082 का मार्गशीर्ष माह 2025 धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व रखने वाला रहेगा। इस महीने में सौभाग्य सुंदरि तीज, संकष्टी चतुर्थी, कालाष्टमी, उत्पन्ना एकादशी, वृश्चिक संक्रांति, मासिक शिवरात्रि, गौरी तपो व्रत, विवाह पंचमी, और दुर्गा अष्टमी व्रत जैसे प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इसके साथ-साथ, सोमवती व्रत, प्रदोष व्रत, और मार्गशीर्ष पूर्णिमा जैसे धार्मिक अवसर भी इस माह को विशेष बनाते हैं। मार्गशीर्ष माह के ये धार्मिक अवसर जीवन में आध्यात्मिक उन्नति, पुण्य लाभ और सुख-शांति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस समय श्रद्धालु इन व्रतों और अनुष्ठानों के माध्यम से आस्था और भक्ति का अनुभव कर सकते हैं।
7 नवंबर 2025, शुक्रवार – रोहिणी व्रत
8 नवंबर 2025, शनिवार – सौभाग्य सुंदरि तीज, संकष्टी चतुर्थी
12 नवंबर 2025, बुधवार – कालाष्टमी, बुध अष्टमी व्रत, कालभैरव जयन्ती
15 नवंबर 2025, शनिवार – उत्पन्ना एकादशी
16 नवंबर 2025, रविवार – वृश्चिक संक्रांति
17 नवंबर 2025, सोमवार – सोम प्रदोष व्रत, प्रदोष व्रत
18 नवंबर 2025, मंगलवार – मासिक शिवरात्रि
20 नवंबर 2025, गुरुवार – अमावस्या, गौरी तपो व्रत
21 नवंबर 2025, शुक्रवार – हेमंत ऋतु, चंद्र दर्शन
24 नवंबर 2025, सोमवार – चतुर्थी व्रत, सोमवती व्रत
25 नवंबर 2025, मंगलवार – विवाह पंचमी
26 नवंबर 2025, बुधवार – षष्ठी
28 नवंबर 2025, शुक्रवार – दुर्गा अष्टमी व्रत
30 नवंबर 2025, रविवार – राष्ट्रीय ध्वज दिवस
1 दिसंबर 2025, सोमवार – विश्व एड्स दिवस, गीता जयंती, मोक्षदा एकादशी
2 दिसंबर 2025, मंगलवार – आनंग त्रयोदशी व्रत, भौम प्रदोष व्रत, प्रदोष व्रत
4 दिसंबर 2025, गुरुवार – नौसेना दिवस, अन्नपूर्णा जयंती, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा, मार्गशीर्ष पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत
विक्रम संवत् 2082 का पौष माह 2025-26 धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। इस महीने में संकष्टी चतुर्थी, कालाष्टमी, सफल एकादशी, धनु संक्रांति, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, अमावस्या, सोमवती व्रत, चतुर्थी व्रत, क्रिसमस, गुरु गोविंद जयंती, दुर्गा अष्टमी व्रत, वैकुंठ एकादशी, और पौष पुत्रदा एकादशी जैसे प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इन विशेष तिथियों पर पूजा और व्रत करने से भक्तों को धार्मिक लाभ, पुण्य की प्राप्ति और जीवन में सुख-शांति का अनुभव होता है। पौष माह के धार्मिक आयोजनों के दौरान भक्तजन अपनी श्रद्धा और आस्था के साथ इन व्रतों और त्योहारों का पालन करेंगे, जो उन्हें आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसरित करेंगे।
5 दिसंबर 2025, शुक्रवार – रोहिणी व्रत
7 दिसंबर 2025, रविवार – संकष्टी चतुर्थी
11 दिसंबर 2025, गुरुवार – कालाष्टमी
15 दिसंबर 2025, सोमवार – सफल एकादशी
16 दिसंबर 2025, मंगलवार – धनु संक्रांति
17 दिसंबर 2025, बुधवार – प्रदोष व्रत
18 दिसंबर 2025, गुरुवार – मासिक शिवरात्रि
19 दिसंबर 2025, शुक्रवार – अमावस्या
21 दिसंबर 2025, रविवार – चंद्र दर्शन
22 दिसंबर 2025, सोमवार – सोमवती व्रत
24 दिसंबर 2025, बुधवार – चतुर्थी व्रत, भारतीय ग्राहक दिवस, क्रिसमस ईव
25 दिसंबर 2025, गुरुवार – मालवीय जयंती, क्रिसमस
26 दिसंबर 2025, शुक्रवार – षष्ठी
27 दिसंबर 2025, शनिवार – गुरु गोविंद जयंती
28 दिसंबर 2025, रविवार – दुर्गा अष्टमी व्रत
30 दिसंबर 2025, मंगलवार – वैकुंठ एकादशी, पौष पुत्रदा एकादशी
1 जनवरी 2026, गुरुवार – नववर्ष दिवस, रोहिणी व्रत, प्रदोष व्रत
2 जनवरी 2026, शुक्रवार – हज़रत अली की जयंती, प्रकृति दिवस
3 जनवरी 2026, शनिवार – पौष पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत, माघ स्नान आरंभ, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा
विक्रम संवत् 2082 का फरवरी 2026 माह विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों से भरा रहेगा। इस महीने में संकष्टी चतुर्थी, अंगारकी चतुर्थी, सकट चौथ, कालाष्टमी, स्वामी विवेकानंद जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस, मकर संक्रांति, शट तिल एकादशी, मासिक शिवरात्रि, अमावस्या, मौनी अमावस्या, शिशिर ऋतु के साथ माघ गुप्त नवव्रत, सोमवती व्रत, गणेश जयंती, बसंत पंचमी, रथ सप्तमी, दुर्गा अष्टमी व्रत, भीष्म अष्टमी, महानंदा नवमी, जया एकादशी और माघ पूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।
इन तिथियों पर पूजा, व्रत और स्नान का विशेष महत्व होता है, और इनसे व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति, पुण्य और शांति प्राप्त होती है। विशेष रूप से स्वामी विवेकानंद जयंती और गणेश जयंती जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर श्रद्धा और उत्साह के साथ आयोजन किए जाएंगे, जबकि माघ पूर्णिमा और श्री सत्यनारायण पूजा के दौरान भक्तों के घरों में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी रहेगा।
6 फरवरी 2026, मंगलवार – संकष्टी चतुर्थी, अंगारकी चतुर्थी, सकट चौथ
10 फरवरी 2026, शनिवार – कालाष्टमी
12 फरवरी 2026, सोमवार – स्वामी विवेकानंद जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस
13 फरवरी 2026, मंगलवार – लोहड़ी
14 फरवरी 2026, बुधवार – गंगा सागर स्नान, मकर संक्रांति, शट तिल एकादशी
16 फरवरी 2026, शुक्रवार – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
18 फरवरी 2026, रविवार – अमावस्या, मौनी अमावस्या
19 फरवरी 2026, सोमवार – शिशिर ऋतु, माघ गुप्त नवव्रत, सोमवती व्रत
20 फरवरी 2026, मंगलवार – चंद्र दर्शन
22 फरवरी 2026, गुरुवार – गणेश जयंती, चतुर्थी व्रत
23 फरवरी 2026, शुक्रवार – बसंत पंचमी
24 फरवरी 2026, शनिवार – षष्ठी
25 फरवरी 2026, रविवार – रथ सप्तमी
26 फरवरी 2026, सोमवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, भीष्म अष्टमी, गणतंत्र दिवस
27 फरवरी 2026, मंगलवार – महानंदा नवमी
29 फरवरी 2026, गुरुवार – जया एकादशी, रोहिणी व्रत
30 फरवरी 2026, शुक्रवार – विश्वकर्मा जयंती, प्रदोष व्रत, गांधी समाधि
1 मार्च 2026, रविवार – माघ पूर्णिमा, गुरु रविदास जयंती, माघ स्नान समाप्ति, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, श्री सत्यनारायण व्रत
विक्रम संवत् 2082 का फाल्गुन माह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण रहेगा। इस माह में शब-ए-बारात, संकष्टी चतुर्थी, महाशिवरात्रि, कुम्भ संक्रांति, मासिक शिवरात्रि, दुर्गा अष्टमी व्रत, होलाष्टक, आमलकी एकादशी और होलिका दहन जैसे प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इन विशेष तिथियों पर पूजा और उपवास से जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। फाल्गुन माह के अंतर्गत होने वाले विभिन्न धार्मिक आयोजन भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि और पुण्य की प्राप्ति का अवसर प्रदान करते हैं।
2 मार्च 2026, सोमवार – शब-ए-बारात
5 मार्च 2026, गुरुवार – संकष्टी चतुर्थी
9 मार्च 2026, सोमवार – कालाष्टमी
10 मार्च 2026, मंगलवार – श्री रामदास नवमी
13 मार्च 2026, शुक्रवार – कुम्भ संक्रांति
14 मार्च 2026, शनिवार – प्रदोष व्रत, वैलेंटाइन डे
15 मार्च 2026, रविवार – मासिक शिवरात्रि, महाशिवरात्रि
17 मार्च 2026, मंगलवार – भोमवती अमावस्या, अमावस्या
18 मार्च 2026, बुधवार – चंद्र दर्शन, रमजान उपवास प्रारंभ
19 मार्च 2026, गुरुवार – फूलैरा दूज, शिवाजी जयंती, रामकृष्ण जयंती
21 मार्च 2026, शनिवार – चतुर्थी व्रत
22 मार्च 2026, रविवार – षष्ठी
23 मार्च 2026, सोमवार – सोमवार व्रत
24 मार्च 2026, मंगलवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, होलाष्टक
25 मार्च 2026, बुधवार – रोहिणी व्रत
27 मार्च 2026, शुक्रवार – आमलकी एकादशी
28 मार्च 2026, शनिवार – गोविंदा द्वादशी, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
1 अप्रैल 2026, रविवार – प्रदोष व्रत
3 अप्रैल 2026, मंगलवार – होलाष्टक समाप्ति, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा, श्री सत्यनारायण व्रत, होलिका दहन, चैतन्य महाप्रभु जयंती