हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त की आवश्यकता होती है। कार्य के सफलतापूर्वक होने और शुभ परिणाम के लिए शुभ मुहूर्त पर ही कार्य की शुरुआत की जाती है। फिर चाहे वो शादी हो, व्यापार शुरू करना हो, गाड़ी खरीदनी हो इत्यादि के लिए हम ज्योतिषाचार्य (Jyotishacharya) से एक शुभ मुहूर्त निकलवाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार मुहूर्त तिथि, नक्षत्र, चंद्रमा की स्थिति और ग्रहों की स्थिति के आधार पर निकाला जाता है। तो चलिए हम आपको इस लेख में फरवरी 2021 माह में पड़ने वाले शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हैं।
हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में पन्द्रहवां संस्कार है विवाह संस्कार। इसलिए विवाह के लिए भी शुभ मुहूर्त का महत्व होता है। वहीं वर्ष 2021 के फरवरी माह में कोई भी विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं है, क्योंकि हिंदू पंचांग के मुताबिक जनवरी के शुरुआत में मासान्त दोष और खरमास रहेगा, जिसे हिंदू शादियों के लिए अशुभ माना जाता है। वहीं खरमास के बाद गुरु, शुक्र के अस्त होने से विवाह जैसे शुभ कार्य रुके रहेंगे। इसके बाद 22 अप्रैल 2021 को विवाह समारोह की शुरुआत होगी। इसलिए किसी व्यक्ति के विवाह के लिए सबसे अच्छी और शुभ तिथि और समय का निर्धारण किसी अनुभवी ज्योतिषी के परामर्श के बाद किया जाना चाहिए; ऐसा इसलिए है, क्योंकि विवाह के लिए सबसे उपयुक्त और शुभ तिथि और समय, दूल्हा और दुल्हन की जन्म कुंडली और विवाह के स्थान पर भी निर्भर करता है।
किसी भी वाहन चाहे वह बाइक, कार, बस, आदि हो, को शुभ मुहूर्त पर खरीदा जाना चाहिए, ताकि सर्वोत्तम संभव प्राकृतिक लाभों का दोहन किया जा सके। दूसरी ओर, एक प्रतिकूल या अशुभ समय में खरीदा गया वाहन, वाहन के मालिक को कई कठिनाइयों में ला सकता है, इसके अलावा मालिक की संभावित प्रगति और समृद्धि को बाधित करता है, तो आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त के बारे में।
यदि आप अशुभ मुहूर्त पर भूमि खरीदते हैं तो हो सकता है कि आपको हानि का सामना करना पड़ सके। इसलिए हम आपको फरवरी 2021 में भूमि खरीदने के शुभ मुहूर्त के बारे में बता रहे हैं।
फरवरी 2021 में अत्यधिक शुभ व्यवसाय तिथियों लाभकारी रूप से दुकान खोलने, कोई वाणिज्यिक लेनदेन करने या वित्तीय सौदों को निष्पादित करने के लिए भी उपयोग की जा सकती हैं। यदि शुभ मुहूर्त में व्यापार शुरू किया जाता है तो भविष्य में व्यापार में विस्तार और वृद्धि की संभावना बनी रहती है। तो आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त के बारे में।
हिंदू संस्कृति में वर्णित 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है नामकरण संस्कार। इस संस्कार के लिए किसी पंडित जी या ज्योतिषी को बुलाकर नवजात की कुंडली को देखकर उसका उचित नाम रखा जाता है। खासतौर पर शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर नामकरण संस्कार किया जाता है ताकि नवजात को जीवन में सफलता, समृद्धि, सुख-शांति, व्यवसाय में बढ़ोतरी और पद-प्रतिष्ठा प्राप्त हो। तो चलिए फरवरी 2021 में पड़े रहे शुभ मुहूर्त के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
वर्ष 2021 में षटतिला एकादशी का व्रत 07 फरवरी को है।
पारण का समय – दोपहर 01:45 बजे से दोपहर 03:54 बजे तक
एकादशी तिथि प्रारम्भ - 07 फरवरी 2021 को सुबह 06 बजकर 26 मिनट से
एकादशी तिथि समाप्त - 08 फरवरी 2021 को सुबह 04 बजकर 47 मिनट तक
वर्ष 2021 में मौनी अमावस्या का व्रत 11 फरवरी को है।
अमावस्या तिथि प्रारम्भ - 11 फरवरी 2021 को दोपहर 01 बजकर 08 मिनट से
अमावस्या तिथि समाप्त - 12 फरवरी 2021 को मध्य रात्रि 12 बजकर 35 मिनट तक
वर्ष 2021 में माघी पूर्णिमा का व्रत 27 फरवरी को है।
पूर्णिमा तिथि आरंभ - 26 फरवरी 2021 को दोपहर 03 बजकर 49 मिनट से
पूर्णिमा तिथि समाप्त - 27 फरवरी 2021 को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट तक
वर्ष 2021 में जया एकादशी का व्रत 23 फरवरी को है।
पारण का समय – प्रातः 06:51 बजे से सुबह 09:09 बजे तक
एकादशी तिथि प्रारम्भ - 22 फरवरी 2021 को शाम 05 बजकर 16 मिनट से
एकादशी तिथि समाप्त - 23 फरवरी 2021 को शाम 06 बजकर 05 मिनट तक
वर्ष 2021 में वसंत पंचमी का व्रत 16 फरवरी को है।
पूजा मुहूर्त - सुबह 06 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक
पंचमी तिथि का आरंभ - 03:36 बजे से (16 फरवरी 2021)
पंचमी तिथि समाप्त - 05:45 बजे (17 फरवरी 2021 ) तक
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