सावन का महीना, भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है इसलिए इस महीने में भगवान शिव की आराधना करने की हिंदू धर्म में परंपरा है। हर वर्ष सावन का ये महिना अपने साथ कई संयोग लेकर आता है। जिनके कारण कुछ दिन अति शुभ माने जाते हैं।
सावन के इस पवित्र माह में सोमवार के व्रतों का काफी महत्व माना गया है। इस सावन के दो सोमवार गुजर चुके हैं और आने वाला है तीसरा सोमवार, तीसरा सोमवार अंग्रेजी कलेंडर के हिसाब से 01 अगस्त, 2022 सोमवार को आने वाला है। इस बार ये तीसरा सोमवार अपने साथ कुछ संयोग लेकर आया है जिस से ये खास बन रहा है। तो आईए जानते हैं 2022 में सावन के तीसरे सोमवार का महत्व।
01 अगस्त 2022 को सावन का तीसरा सोमवार पड़ रहा है। भगवान शिव की आराधना के इस दिन बहुत ही अच्छा संयोग बन रहा है। इसलिये सावन का यह तीसरा सोमवार बहुत ही खास हो जाता है। इस दिन वरद चतुर्थी का संयोग बन रहा है। जो कि काफी अच्छा होता है। इसके साथ ही रवि योग भी रहेगा। कुल मिलाकर इस सोमवार को बहुत ही सौभाग्यशाली माना जा सकता है। इसी के साथ इस दिन भगवान शिव और गौरी पुत्र गणपति जी की भी पूजा की जाएगी।
इन पर्वों के संयोग के कारण इस सावन का ये तीसरा सोमवार अति महत्वपूर्ण हो जाता है। इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से विवाहिताओं को अच्छा दांपत्य सुख और अविवाहितों को सुयोग्य वर मिलने के योग बन रहे हैं। इसलिए इस सोमवार के महत्व को समझते हुए पूरे विधि विधान से व्रत और आराधना करना भी आवश्यक है।
ये भी पढ़ें: शिव आरती | शिव चालीसा | शिव स्त्रोतम | शिव मंत्र | सोमवार व्रत कथा
हरियाली अमावस्या जिसे सावन अमावस्या या श्रवण अमावस्या भी कहा जाता है, हिंदू कैलेंडर में इस बार सावन के तीसरे सोमवार को हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। श्रावण मास मानसून के मौसम की शुरुआत को दर्शाता है, जो हरियाली (हरियाली) के साथ धरती को कवर करता है, यही कारण है कि श्रावण अमावस्या पर त्योहार को हरियाली का त्योहार कहा जाता है।
हरियाली अमावस्या का त्योहार भगवान शिव को समर्पित है। भक्त पूरी श्रद्धा के साथ उनकी पूजा करते हैं और अच्छी बारिश और भरपूर फसल के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं। हरियाली अमावस्या पर शिव पूजा धन और समृद्धि लाने के लिए माना जाता है। भक्त भगवान शिव को समर्पित वैदिक मंत्रों का पाठ करते हैं और उनकी प्रशंसा में भजन गाते हैं। पूरे देश में भगवान शिव मंदिरों में विशेष दर्शन और अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा इस दिन पितरों के श्राद्ध और तर्पण का भी प्रावधान है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा भी की जाती है।
ये भी पढ़ें: 16 सोमवार व्रत से प्रसन्न होते हैं देवों के देव महादेव
सावन सोमवार पर करियर, विवाह व बिजनेस में कामयाबी के लिये एस्ट्रोयोगी पर देश के प्रसिद्ध ज्योतिषियों से परामर्श लें। अभी परामर्श लेने के लिये यहां क्लिक करें या हमें 9999091091 पर कॉल करें।
आज का पंचांग ➔ आज की तिथि ➔ आज का चौघड़िया ➔ आज का राहु काल ➔ आज का शुभ योग ➔ आज के शुभ होरा मुहूर्त ➔ आज का नक्षत्र