हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त की आवश्यकता होती है। कार्य के सफलतापूर्वक होने और शुभ परिणाम के लिए शुभ मुहूर्त पर ही कार्य की शुरूआत की जाती है। फिर चाहे वो शादी हो, व्यापार शुरू करना हो, गाड़ी खरीदनी हो इत्यादि के लिए हम ज्योतिषाचार्य से एक शुभ मुहूर्त निकलवाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार मुहूर्त तिथि, नक्षत्र, चंद्रमा की स्थिति और ग्रहों की स्थिति के आधार पर निकाला जाता है। तो चलिए हम आपको इस लेख में नवंबर माह में पड़ने वाले शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हैं।
हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में पन्द्रहवां संस्कार है विवाह संस्कार। इसलिए विवाह के लिए भी शुभ मुहूर्त का महत्व होता है। वहीं वर्ष 2020 के नवंबर माह में केवल 2 विवाह के शुभ मुहूर्त है, क्योंकि हिंदू पंचांग के मुताबिक चातुर्मास (चार महीने की अवधि), जिसे हिंदू शादियों के लिए अशुभ माना जाता है। वह इस बार 12 जुलाई 2020 से शुरू है और 9 नवंबर 2020 को समाप्त होगा। किसी व्यक्ति के विवाह के लिए सबसे अच्छी और शुभ तिथि और समय का निर्धारण किसी अनुभवी ज्योतिषी के परामर्श के बाद किया जा सकता है; ऐसा इसलिए है, क्योंकि विवाह के लिए सबसे उपयुक्त और शुभ तिथि और समय, दूल्हा और दुल्हन की जन्म कुंडली और विवाह के स्थान पर भी निर्भर करता है।
25 नवंबर 2020, बुधवार, सुबह 6 बजकर 52 मिनट से दोपहर 3 बजकर 54 मिनट तक, नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद, तिथि - एकादशी
30 नवंबर 2020, सोमवार, सुबह 6 बजकर 56 मिनट से 01 दिसंबर सुबह 6 बजकर 57 मिनट तक, नक्षत्र - रोहिणी, तिथि - पूर्णिमा, प्रतिपदा
किसी भी वाहन चाहे वह बाइक, कार, बस, आदि हो, को शुभ मुहूर्त पर खरीदा जाना चाहिए, ताकि सर्वोत्तम संभव प्राकृतिक लाभों का दोहन किया जा सके। दूसरी ओर, एक प्रतिकूल या अशुभ समय में खरीदा गया वाहन, वाहन के मालिक को कई कठिनाइयों में ला सकता है, इसके अलावा मालिक की संभावित प्रगति और समृद्धि को बाधित करता है, तो आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त के बारे में।
06 नवंबर 2020, शुक्रवार, सुबह 6 बजकर 45 मिनट से 07 नवंबर सुबह 6 बजकर 38 मिनट तक, नक्षत्र - पुनर्वसु, तिथि - षष्ठी
12 नवंबर 2020, गुरुवार, रात्रि 9 बजकर 30 मिनट से 13 नवंबर सुबह 6 बजकर 42 मिनट तक, नक्षत्र - हस्त, चित्रा, तिथि - त्रयोदशी
13 नवंबर 2020, शुक्रवार, सुबह 6 बजकर 42 मिनट से शाम 5 बजकर 59 मिनट तक, नक्षत्र - चित्रा, तिथि - त्रयोदशी
20 नवंबर 2020, शुक्रवार, सुबह 9 बजकर 23 मिनट से रात्रि 9 बजकर 29 मिनट तक, नक्षत्र - श्रवण, तिथि - षष्ठी
22 नवंबर 2020, रविवार, सुबह 6 बजकर 49 मिनट से रात्रि 10 बजकर 51 मिनट तक, नक्षत्र - धनिष्ठा, शतभिषा, तिथि - अष्टमी
25 नवंबर 2020, बुधवार, शाम 6 बजकर 21 मिनट से 26 नवंबर सुबह 5 बजकर 10 मिनट तक, नक्षत्र - रेवती, तिथि - एकादशी
30 नवंबर 2020, सोमवार, सुबह 6 बजकर 56 मिनट से 01 दिसंबर सुबह 6 बजकर 57 मिनट तक, नक्षत्र - रोहिणी, तिथि - पूर्णिमा, प्रतिपदा
यदि आप अशुभ मुहूर्त पर भूमि खरीदते हैं तो हो सकता है कि आपको हानि का सामना करना पड़ सके। इसलिए हम आपको नवंबर 2020 में भूमि खरीदने के शुभ मुहूर्त के बारे में बता रहे हैं।
06 नवंबर 2020, शुक्रवार, सुबह 6 बजकर 45 मिनट से 07 नवंबर सुबह 6 बजकर 38 मिनट तक, नक्षत्र - पुनर्वसु, तिथि - षष्ठी
26 नवंबर 2020, गुरुवार, सुबह 6 बजकर 53 मिनट से रात्रि 9 बजकर 21 मिनट तक, नक्षत्र - रेवती, तिथि - द्वादशी
नवंबर 2020 में अत्यधिक शुभ व्यवसाय तिथियों लाभकारी रूप से दुकान खोलने, कोई वाणिज्यिक लेनदेन करने या वित्तीय सौदों को निष्पादित करने के लिए भी उपयोग की जा सकती हैं। यदि शुभ मुहूर्त में व्यापार शुरू किया जाता है तो भविष्य में व्यापार में विस्तार और वृद्धि की संभावना बनी रहती है। तो आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त के बारे में।
08 नवंबर 2020, रविवार, तिथि - सप्तमी, नक्षत्र - पुष्य
12 नवंबर 2020, गुरुवार, तिथि - द्वादशी, नक्षत्र - हस्त
13 नवंबर 2020, शुक्रवार, तिथि - त्रयोदशी, नक्षत्र - चित्रा
15 नवंबर 2020, रविवार, तिथि - अमावस्या, नक्षत्र - अनुराधा
19 नवंबर 2020, गुरुवार, तिथि - पंचमी, नक्षत्र - उत्तराषाढ़ा
20 नवंबर 2020, शुक्रवार, तिथि - षष्ठी, नक्षत्र - उत्तराषाढ़ा
25 नवंबर 2020, बुधवार, तिथि - एकादशी, नक्षत्र - उत्तराभाद्रपद
27 नवंबर 2020, शुक्रवार, तिथि - द्वादशी, नक्षत्र - अश्विनी
30 नवंबर 2020, सोमवार, तिथि - पूर्णिमा, नक्षत्र - रोहिणी
हिंदू संस्कृति में वर्णित 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है नामकरण संस्कार। इस संस्कार के लिए किसी पंडित या ज्योतिषी को बुलाकर नवजात की कुंडली को देखकर उसका उचित नाम रखा जाता है। खासतौर पर शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर नामकरण संस्कार किया जाता है ताकि नवजात को जीवन में सफलता, समृद्धि, सुख-शांति, व्यवसाय में बढ़ोत्तरी और पद-प्रतिष्ठा प्राप्त हो। तो चलिए नवंबर 2020 में पड़े रहे शुभ मुहूर्त के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
06 नवंबर 2020, शुक्रवार, तिथि - पंचमी, नक्षत्र - पुनवर्सु
12 नवंबर 2020, गुरुवार, तिथि - द्वादशी, नक्षत्र - हस्त
13 नवंबर 2020, शुक्रवार, तिथि - त्रयोदशी, नक्षत्र - चित्रा
16 नवंबर 2020, सोमवार, तिथि - प्रतिपदा, नक्षत्र - अनुराधा
19 नवंबर 2020, गुरुवार, तिथि - पंचमी, नक्षत्र - उत्तराषाढ़ा
20 नवंबर 2020, शुक्रवार, तिथि - षष्ठी, नक्षत्र - उत्तराषाढ़ा
25 नवंबर 2020, बुधवार, तिथि - एकादशी, नक्षत्र - उत्तराभाद्रपद
26 नवंबर 2020, गुरुवार, तिथि - द्वादशी, नक्षत्र - रेवती
30 नवंबर 2020, सोमवार, तिथि - पूर्णिमा, नक्षत्र - रोहिणी
करवाचौथ
साल 2020 में पति की दीर्घायु के लिए रखा जाने वाला व्रत करवाचौथ 4 नवंबर को पड़ रहा है।
करवाचौथ पूजा मुहूर्त - शाम 5 बजकर 34 मिनट से शाम 6 बजकर 52 मिनट तक
करवाचौथ व्रत समय - सुबह 6 बजकर 35 मिनट से रात 8 बजकर 12 मिनट तक
चंद्रोदय - रात्रि 8 बजकर 12 मिनट
अहोई अष्टमी
साल 2020 में संतान कल्याण के लिए रखा जाने वाला व्रत अहोई अष्टमी 8 नवंबर को मनाया जाएगा।
पूजा मुहूर्त - शाम 5 बजकर 31 मिनट से शाम 6 बजकर 50 मिनट तक
अष्टमी तिथि प्रारम्भ - 08 नवम्बर 2020 सुबह 7 बजकर 29 मिनट से
अष्टमी तिथि समाप्त - 09 नवम्बर 2020 सुबह 6 बजकर 50 मिनट तक
धनतेरस
इस बार धनतेरस का पर्व 13 नवंबर 2020 को मनाया जाएगा। आइए जानते हैं खरीददारी का शुभ मुहूर्त क्या है।
पूजा मुहूर्त - शाम 5 बजकर 28 मिनट से शाम 5 बजकर 59 मिनट तक
प्रदोष काल - शाम 5 बजकर 28 मिनट से रात्रि 8 बजकर 7 मिनट तक
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ - 12 नवंबर 2020, रात्रि 9 बजकर 30 मिनट से
त्रयोदशी तिथि समाप्त - 13 नवंबर 2020, शाम 5 बजकर 59 मिनट तक
नरक चतुर्दशी
साल 2020 में नरक चतुर्दशी पर्व 14 नवंबर को मनाया जाएगा।
अभ्यंग स्नान मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 06 बजकर 43 मिनट तक
चतुर्दशी प्रारंभ - 13 नवंबर 2020, शाम 5 बजकर 59 मिनट से
चतुर्दशी समाप्त - 14 नवंबर 2020, दोपहर 2 बजकर 17 मिनट तक
दीवाली
साल 2020 में दीपों का पर्व दीपावली 15 नवंबर को मनाई जाएगी। चलिए जान लेते हैं लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त - शाम 5 बजकर 28 मिनट से शाम 7 बजकर 24 मिनट तक
अमावस्या तिथि प्रारंभ - 14 नवंबर दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से
अमावस्या तिथि समाप्त - 15 नवंबर सुबह 10 बजकर 36 मिनट तक
भाई दूज
16 नवंबर को भाईदूज का पर्व मनाया जाएगा। भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से शाम 3 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
द्वितीया तिथि प्रारम्भ - 16 नवम्बर 2020, सुबह 07 बजकर 06 मिनट से
द्वितीया तिथि समाप्त - 17 नवम्बर 2020 सुबह 03 बजकर 56 मिनट तक
छठ पूजा
बिहारी का प्रसिद्ध पर्व छठ पूजा को इस बार 20 नवंबर 2020 को मनाया जाएगा।
सूर्योदय का समय - सुबह 6 बजकर 48 मिनट से
सूर्यास्त का समय - शाम 5 बजकर 26 मिनट पर
षष्ठी तिथि प्रारम्भ - 19 नवम्बर 2020 रात्रि 09 बजकर 59 मिनट से
षष्ठी तिथि समाप्त - 20 नवम्बर 2020 रात्रि 09 बजकर 29 मिनट तक
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