Budha Gochar 2024: वैदिक ज्योतिष में बुध को सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली ग्रहों में से एक माना जाता है। बुध एक लाभकारी ग्रह है, जो जातकों को व्यवस्थित व तार्किक सोच, अच्छा संचार कौशल और व्यावहारिक दृष्टिकोण देता है। इस माह ग्रहों के युवराज बुध कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। बुध मिथुन और कन्या राशि पर शासन करते हैं। इस ग्रह की सूर्य के साथ अच्छी मित्रता होती है। वहीं चंद्रमा के साथ बुध की शत्रुता होती है। यह आपको समझ और बुद्धि का आशीर्वाद देता है, जो जीवन में सफलता और खुशी पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण गुण होते हैं।
यह बुध गोचर 20 फरवरी 2024 को सुबह 06 बजकर 07 मिनट पर होगा। इस दौरान बुध मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर करेंगे। आइए जानते हैं कि बुध का कुंभ राशि में गोचर, सभी 12 राशियों को कैसे प्रभावित करेगा और इस गोचर का भरपूर लाभ उठाने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध मेष राशि वालों की कुंडली के ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। ग्यारहवां भाव लाभ स्थान के रूप में जाना जाता है। मेष राशि के बहुत से लोग इस गोचर अवधि में कोई सकारात्मक खबर प्राप्त कर सकते हैं। यह खबर किसी पुरानी इंवेस्टमेंट पर बड़े लाभ से जुड़ी हो सकती है। या फिर पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद के सुलझने से संबंधित हो सकती है। आपको इस संपत्ति में एक अच्छा और बड़ा शेयर मिल सकता है। कुल मिलाकर, यह आपके लिए एक बहुत ही शानदार अवधि होगी। आप अलग-अलग स्त्रोतों से एक के बाद एक बेहतरीन खबर की उम्मीद कर सकते हैं।
उपाय- बुधवार के दिन 108 बार बुध बीज मन्त्र का जाप करें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध वृषभ राशि वालों की कुंडली के दसवें भाव में गोचर करेंगे। दसवां भाव कर्म भाव के रूप में भी जाना जाता है। यह भाव आपकी प्रोफेशनल लाइफ से जुड़ा होता है। यह गोचर आपकी प्रोफेशनल लाइफ यानि जॉब और बिजनेस को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगा। इस दौरान अपने सभी पेंडिंग कार्यों को निपटाने का प्रयास करें। किसी भी काम को टालने से बचें। किसी भी जिम्मेदारी को हांथ में लेने से पीछे न हटें। वृषभ राशि वालों को सलाह दी जाती है कि अपनी इच्छाशक्ति और क्षमताएं अपने काम में लगाएं। अभी आपके द्वारा की गई कड़ी मेहनत, आपको आगे चलकर प्रमोशन या इंक्रीमेंट के रूप में प्राप्त होगी। बुद्धि और धैर्य का सही संतुलन बनाएं।
उपाय- किन्नरों को हरी चूड़ियों का दान करें। ।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध मिथुन राशि वालों की कुंडली के नौवें भाव में गोचर करेंगे। नौवां भाव धार्मिक विश्वास, कर्म, मूल्य, और आध्यात्मिक विकास से जुड़ा होता है। इसलिए इसे धर्म भाव भी कहते हैं। इस गोचर में मिथुन राशि के ज्यादातर लोग अक्सर पूजा-पाठ में अपना समय बिताएंगे। आप अचानक बहुत ज्यादा आध्यात्मिक हो जाएंगे। ध्यान व योग जैसी दैनिक प्रथाओं को अपनाएंगे। इसके साथ ही दान और सेवा के माध्यम से विभिन्न लोगों की मदद करना और उन तक पहुंचना शुरू कर देंगे। आप बहुत दयालु हो जाएंगे और आपका दिल करुणा से भर जाएगा। आप बांटने में विश्वास करेंगे।
उपाय- बुधवार के दिन गाय को पालक खिलाएं।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध कर्क राशि वालों की कुंडली के आठवें भाव में गोचर करेंगे। आठवां भाव लंबी आयु, रहस्य, जुनून और महत्वाकांक्षा से जुड़ा होता है। यह राशि परिवर्तन आपकी रूचि और खुशी को प्रभावित कर सकता है। कर्क राशि वालों को सुझाव दिया जाता है कि ऐसे लक्ष्य बनाएं जो आपकी महत्वाकांक्षाओं से मेल खाते हों। अपने दिल और पैशन को फॉलो करें। ऐसा करने से आपको बहुत ज्यादा खुशी और शांति का अनुभव होगा।
उपाय- बुधवार के दिन हरे कपड़ों का दान करें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध सिंह राशि वालों की कुंडली के सातवें भाव में गोचर करेंगे। सातवां भाव पर्सनल और प्रोफेशनल पार्टनरशिप से जुड़ा होता है। प्रोफेशनल पार्टनरशिप में बिजनेस पार्टनरशिप शामिल है और पर्सनल पार्टनरशिप में आपका वैवाहिक जीवन शामिल है। इस गोचर अवधि में आपकी अपने पार्टनर के साथ किसी मुद्दे पर संघर्ष या बहस होने की संभावना है। इस दौरान ऐसी विभिन्न स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं जहां आपके बीच मतभेद या विवाद हो सकते हैं, आपका पार्टनर भी मजबूत प्रतिक्रियाएं दे सकता है। इसलिए सिंह राशि वालों के लिए ऐसी स्थितियों से बचना ही बेहतर होगा।
उपाय- अपने घर में बुध यंत्र रखें।
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बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध कन्या राशि वालों की कुंडली के छठवें भाव में गोचर करेंगे। छठवां भाव मूल रूप से हमारे स्वास्थ्य, कल्याण और दैनिक दिनचर्या से जुड़ा होता है। यह जीवन में कर्ज़ के साथ-साथ बाधाओं और चुनौतियों को भी दर्शाता है। बुध गोचर 2024 के दौरान, आपको जीवन में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि अपनी समझ से आप ऐसी सभी समस्याओं को सुलझाने और जीवन में सफलतापूर्वक आगे बढ़ने में सक्षम होंगे। कर्क राशि वालों को सलाह दी जाती है कि वर्तमान में किसी भी तरह का कोई लोन न लें और पुराने सभी लोन चुकाने का प्रयास करें।
उपाय- गणेश संकट नाशन स्त्रोत का पाठ करें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध तुला राशि वालों की कुंडली के पांचवे भाव में गोचर करेंगे। पांचवा भाव गर्भावस्था, प्रतिभा, स्वाद, संपत्ति के मामले, प्रेम जीवन और प्रेम संबंध से जुड़ा होता है। इस अवधि में तुला राशि के जो लोग सिंगल हैं और पार्टनर की तलाश कर रहे हैं या प्यार का इंतज़ार कर रहे हैं, उन्हें अपने जीवनसाथी से मिलने का मौका मिल सकता है। जो लोग पहले से ही किसी रिश्ते में हैं, वे अपनी कमिटमेंट को ऑफिशियल कर सकते हैं। इस दौरान जो लोग परिवार शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए परिवार की योजना बनाने के लिए यह बहुत अच्छा समय होगा।
उपाय- बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध वृश्चिक राशि वालों की कुंडली के चौथे भाव में गोचर करेंगे। चौथा भाव घर और परिवार से जुड़ा होता है। यह गोचर वृश्चिक राशि वालों के पारिवारिक माहौल को बहुत सौहार्दपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण बना सकता है। इस गोचर के दौरान, आपका प्रमुख ध्यान घर और परिवार के मामलों पर होगा। यह पारिवारिक मुद्दे आपको व्यस्त रखेंगे और आपको अपने परिवार पर अधिक ध्यान देने के लिए प्रेरित करेंगे।
उपाय- हर बुधवार को मंदिर जाएं और मूंग दाल का दान करें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध धनु राशि वालों की कुंडली के तीसरे भाव में गोचर करेंगे। तीसरा भाव भाई-बहन, रूचि, रचनात्मकता, संचार और यात्राओं से जुड़ा होता है। इस दौरान धनु राशि वाले लोग अपने परिवार या दोस्तों के साथ किसी यात्रा का प्लान बना सकते हैं। कुछ लोग एडवेंचर के लिए सोलो ट्रिप पर जाने के बारे में भी सोच सकते हैं। यह सोलो ट्रिप बहुत फायदेमंद और परिवर्तनकारी होगी। यह ट्रिप आपको अपने भीतर झांकने और कुछ नई चीज़ों का पता लगाने में मदद कर सकती है।
उपाय- किन्नरों को कॉस्मेटिक्स की वस्तुएं दान करें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध मकर राशि वालों की कुंडली के दूसरे भाव में गोचर करेंगे। दूसरा भाव धन भाव भी कहलाता है। यह भाव धन और भौतिक संपत्ति से जुड़ा होता है। इस अवधि में आप में से कुछ लोग अपनी सम्पत्तियों को बेचने के बारे में सोच सकते हैं तो वहीं कुछ लोग अपनी संपत्ति को बढ़ाने के लिए प्लान बनाना शुरू कर सकते हैं। मकर राशि वाले संपत्ति बढ़ाने के लिए कुछ अन्य तरीकों की खोज कर सकते हैं, जो अधिक सुरक्षित हो और लंबे समय तक चल सके। यह नए तरीके आपको ज्यादा लाभ दे सकते हैं।
उपाय: अपने घर में बुध यंत्र रखें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध कुंभ राशि वालों की कुंडली के लग्न भाव में गोचर करेंगे। लग्न भाव स्व भाव, ताकत और भौतिक शारीर से जुड़ा होता है। इस गोचर अवधि में कुंभ राशि वालों का पूरा ध्यान इस बात पर होगा कि आप कैसे दिख रहे हैं। इसमें ड्रेसिंग सेन्स, फैशन, एसेसरीज़ शामिल हो सकती है। आप अधिक से अधिक जागरूक हो जाएंगे। अपने लुक्स में सुधार लाने के लिए आप बहुत प्रयास करेंगे। आपके यह प्रयास परिणाम भी लाएंगे और आपकी पर्सनैलिटी पहले की तुलना में अधिक बेहतर हो जाएगी।
उपाय- बुधवार के दिन व्रत करें और सौंफ का दान करें।
बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान, बुध मीन राशि वालों की कुंडली के बारहवें भाव में गोचर करेंगे। बारहवां भाव अवचेतन मन, रहस्य, और सपनों से जुड़ा होता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी सपने हम देखते हैं उनका महत्वपूर्ण अर्थ जरूर होता है। यही कारण है कि इस गोचर अवधि में मीन राशि वालों के लिए अपने सपनों के बारे में जानना बहुत दिलचस्प हो सकता है। इस दौरान अपने सपनों का विश्लेषण करके आप ब्रह्मांड के संदेशों को समझ सकते हैं।
उपाय- ज्यादा से ज्यादा हरे रंग के कपड़े पहनें।