Budh Gochar 2025: बुध की चाल से पलट सकती इन राशियों की किस्मत।

Thu, Sep 04, 2025
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Budh Gochar 2025: बुध की चाल से पलट सकती इन राशियों की किस्मत।

Budh Gochar 2025: सितंबर 2025 में बुद्धि और संवाद का कारक ग्रह बुध, अपनी ही राशि कन्या में प्रवेश करेगा। बुध गोचर सभी 12 राशियों के जीवन पर गहरा प्रभाव डालेगा।

बुध विचार, भाषण, तर्क और विश्लेषण का प्रतीक माना जाता है। यह ग्रह जब कन्या राशि में प्रवेश करता है, तो यह इन गुणों को और भी अधिक निखार देता है। कन्या राशि वाले पहले से ही अपने विश्लेषण और तार्किक सोच के लिए जाने जाते हैं। बुध के कन्या राशि में गोचर के साथ यह विशेषताएं अधिक प्रबल हो जाएंगी।

इस अवधि में संवाद कौशल, निर्णय क्षमता और समस्या-सुलझाने की शक्ति में वृद्धि देखी जा सकती है। जिन लोगों की कुंडली में बुध प्रभावशाली भूमिका निभा रहा है, उनके लिए यह समय विशेष उपलब्धियों वाला साबित हो सकता है।

आइए जानते हैं कि बुध गोचर 2025 आपकी राशि पर क्या प्रभाव डालेगा और कौन से उपाय आपको लाभ पहुंचा सकते हैं।

कब होगा बुध का कन्या राशि में गोचर 2025 (Budh Ka Rashi Parivartan)

वैदिक पंचांग के अनुसार, बुध का कन्या राशि में गोचर 15 सितंबर, सोमवार, सुबह 11:10 बजे होगा। यह बुध गोचर प्रत्येक राशि पर अपना विशेष प्रभाव डालेगा।

बुध के कन्या राशि में गोचर का मेष राशि पर प्रभाव

इस समय मेष राशि वाले लोग अपने व्यवहार में ज़्यादा व्यावहारिक और विश्लेषणात्मक हो सकते हैं। आप लोग काम की बारीकियों पर ध्यान देंगे और कार्यक्षमता बढ़ेगी। बुध के कन्या राशि में गोचर के कारण आपकी बातचीत करने की क्षमता बेहतर हो सकती है, जिससे आप अपनी बात को साफ़ और प्रभावशाली तरीक़े से कह पाएंगे। हालांकि, आप ज़्यादा आलोचनात्मक और चिड़चिड़े भी हो सकते हैं, जिससे दूसरों से टकराव होने की संभावना है। कार्यस्थल पर विशेष रूप से वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

उपाय: इस समय अवधि में प्रतिदिन 7 बार हनुमान चालीस का पाठ करना भाग्य को प्रबल बना सकता है।

बुध के कन्या राशि में गोचर का वृषभ राशि पर प्रभाव

बुध के कन्या राशि में गोचर के दौरान, वृषभ राशि वाले लोग इस समय फैसले लेते समय ज़्यादा सोच-समझकर और स्थिरता को प्राथमिकता देने वाले हो सकते हैं। आप जीवन में सुरक्षा और स्थायित्व को महत्व देंगे। बुध का कन्या राशि में गोचर आपकी बारीक़ी पर ध्यान देने की क्षमता को बढ़ाएगा, जिससे आप और भी अधिक सजग और परिपक्व ढंग से काम करेंगे। हालांकि, ज़रूरत से ज़्यादा ज़िद्दी व्यवहार और बदलाव से डर आपको कुछ आर्थिक अवसरों से वंचित कर सकता है।

उपाय: स्नान करते समय गुलाब जल का प्रयोग करें।

बुध के कन्या राशि में गोचर का मिथुन राशि पर प्रभाव

बुध के कन्या राशि में गोचर के दौरान, मिथुन राशि वाले लोग इस समय तेज़ सोच वाले और हर परिस्थिति में जल्दी ढलने वाले रहेंगे। आपके लिए ये समय नई चीज़ें सीखने और बेहतर ढंग से संवाद करने का होगा। बुध का गोचर आपके बोलने और समझाने की कला को और निखार देगा। हालांकि, ज़्यादा बेचैनी और ध्यान की कमी आपको मानसिक थकान दे सकती है। इस दौरान आपके पास कई अवसर आएंगे, लेकिन देर रात तक जागने से सेहत पर असर पड़ सकता है, इसलिए नींद पूरी लेना ज़रूरी है।

उपाय: हरे रंग का ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग करें।

बुध के कन्या राशि में गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव

इस समय कर्क राशि वाले अपनी भावनाओं को लेकर अधिक संवेदनशील और सजग हो सकते हैं। आप न सिर्फ़ अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझेंगे, बल्कि दूसरों के मन की स्थिति को भी भांपने में सक्षम रहेंगे। बुध के कन्या राशि में आने से आपके अंदर दूसरों का ख्याल रखने और सुरक्षा देने की प्रवृत्ति और भी प्रबल होगी। हालांकि, ज़रूरत से ज़्यादा चिंता और बेचैनी के कारण मानसिक तनाव हो सकता है। इस दौरान आपको एकांत या सुनसान जगहों से बचना चाहिए, वरना किसी अनचाही स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय: हरे रंग का अधिक से अधिक प्रयोग करें।

बुध के कन्या राशि में गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव

कन्या राशि में बुध गोचर के दौरान, सिंह राशि वाले लोग अपनी बातों को रचनात्मक और प्रभावशाली तरीक़े से व्यक्त कर सकते हैं। आपके अंदर प्राकृतिक आकर्षण और आत्मविश्वास के चलते लोग आपसे आसानी से जुड़ेंगे। बुध का यह गोचर आपके आत्म-विश्वास को और मज़बूत बनाएगा और आप अपने विचारों को मजबूती से रख पाएंगे। हालांकि, कभी-कभी आपका रवैया ज़रूरत से ज़्यादा आक्रामक हो सकता है, जिससे सामाजिक रिश्तों में टकराव की संभावना बढ़ सकती है।

उपाय: प्रतिदिन उगते हुए सूर्य को प्रणाम करें।

बुध के कन्या राशि में गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव

इस समय कन्या राशि के लोग और अधिक व्यावहारिक और विश्लेषणात्मक सोच के साथ काम करेंगे। आप हर काम को बारीकी से देखेंगे और दक्षता से पूरा करने की कोशिश करेंगे। बुध की स्वराशि में स्थिति आपकी संवाद क्षमता और समस्या सुलझाने की योग्यता को और निखारेगी। हालांकि, आप अपनी ही बातों की ज्यादा समीक्षा करने लग सकते हैं, जिससे आत्म-संदेह और मानसिक दबाव बढ़ सकता है। इस समय आप किसी भी नए निवेश, विशेषकर संपत्ति से जुड़े मामलों में, सावधानी रखनी चाहिए और संभव हो तो फिलहाल टालना ही बेहतर रहेगा।

उपाय: काले रंग से बचें और सफेद रंग का अधिक प्रयोग करें।

बुध के कन्या राशि में गोचर का तुला राशि पर प्रभाव

कन्या राशि में बुध गोचर के दौरान, तुला राशि के लोग अपने व्यवहार में और अधिक संतुलित, सामाजिक और कूटनीतिक हो सकते हैं। आप लोगों के साथ तालमेल बैठाने और रिश्तों में सामंजस्य बनाए रखने पर ज़ोर देंगे। बुध का गोचर आपकी बातचीत और समझौता करने की कला को और प्रभावशाली बना देगा, जिससे आप दूसरों को आसानी से प्रभावित कर पाएंगे। हालांकि, इस दौरान आर्थिक मामलों में निर्णय लेने में थोड़ी उलझन हो सकती है। किसी भी बहस या विवाद से दूर रहना चाहिए, वरना रिश्तों में गलतफहमी और टकराव हो सकता है।

उपाय: हमेशा अपने पास लाल रंग का रुमाल रखें।

बुध के कन्या राशि में गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव

इस दौरान, वृश्चिक राशि के जातक इस समय गहराई से सोचने और बोलने वाले हो सकते हैं। आप बातों की सतह से नीचे जाकर सच्चाई को समझने की कोशिश करेंगे। बुध का गोचर आपकी रिसर्च और जाँच-पड़ताल की क्षमता को और मज़बूती देगा, जिससे आप हर चीज़ को विस्तार से समझने में सक्षम रहेंगे। हालांकि, इस दौरान आप कुछ बातों को लेकर ज़रूरत से ज़्यादा गंभीर और रहस्यमय हो सकते हैं, जिससे आसपास के लोगों के साथ विश्वास की कमी और टकराव पैदा हो सकता है।

उपाय: प्रतिदिन 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।

बुध के कन्या राशि में गोचर का धनु राशि पर प्रभाव

बुध के कन्या राशि में गोचर के दौरान, धनु राशि वाले लोग अपने विचारों में ज़्यादा दर्शनशील और उत्साही हो सकते हैं। आप नई सोच और अनुभवों की खोज में लगे रहेंगे। बुध का यह गोचर आपके सीखने और जानने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देगा, जिससे आप नए दृष्टिकोणों के प्रति और अधिक खुलकर सोचेंगे। हालांकि, कभी-कभी आप अपनी बातों को बहुत सीधे या तीखे अंदाज़ में कह सकते हैं, जिससे लोग आपको गलत समझ सकते हैं और रिश्तों में तनाव आ सकता है।

उपाय: रोज़ाना आवारा कुत्तों को खाना खिलाएं।

बुध के कन्या राशि में गोचर का मकर राशि पर प्रभाव

इस समय मकर राशि के जातक अपनी बातचीत में ज़्यादा व्यावहारिक और जिम्मेदार हो सकते हैं। बुध का गोचर आपकी योजना बनाने और कार्यों को व्यवस्थित करने की क्षमता को बढ़ाएगा। हालांकि, करियर और प्रोफेशन को लेकर आपका नजरिया कुछ नकारात्मक या निराशाजनक हो सकता है। प्रतियोगी परीक्षाओं या इंटरव्यू के लिए यह समय बहुत अनुकूल है। साथ ही, शेयर बाजार में निवेश करने के लिए भी यह सही समय है।

उपाय: किसी धार्मिक स्थल के बाहर गरीबों को भोजन कराएं।

बुध के कन्या राशि में गोचर का कुंभ राशि पर प्रभाव

बुध के कन्या राशि में गोचर के दौरान, कुंभ राशि वाले अपनी बातों में ज़्यादा रचनात्मक और समाजसेवी सोच वाले हो सकते हैं। बुध का गोचर आपके नेटवर्किंग और दूसरों के साथ मिलकर काम करने की क्षमता को मज़बूत करेगा। हालांकि, इस दौरान आपका स्वभाव थोड़ा विद्रोही और अनपेक्षित हो सकता है, जिससे टकराव की स्थिति बन सकती है। घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। निकट भविष्य में प्रॉपर्टी में निवेश की संभावना भी बन रही है।

उपाय: अपने घर को रोशनी से सजाएँ और अंधेरे से बचें, इससे शनि ग्रह मज़बूत होगा।

बुध के कन्या राशि में गोचर का मीन राशि पर प्रभाव

मीन राशि के लोग इस समय अपनी बातचीत में ज़्यादा संवेदनशील, करुणामयी और समझदार होंगे। बुध का यह गोचर आपकी अंतर्ज्ञान शक्ति और रचनात्मकता को और बढ़ाएगा। यह समय अपने सामाजिक संपर्कों को बढ़ाने के लिए बहुत शुभ है, जो भविष्य में लाभदायक सिद्ध होगा। करियर से जुड़े कुछ कठिन निर्णय लेने पड़ सकते हैं, नौकरी में बदलाव की संभावना है और बेहतर अवसर आपकी ओर बढ़ रहे हैं।

उपाय: ध्यान और योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

यहां बुध के कन्या राशि में गोचर की सामान्य भविष्यवाणियां बतायी गयीं हैं। व्यक्तिगत जन्मकुंडली के आधार पर भविष्यवाणियां जानने के लिए आप एस्ट्रोयोगी के विशेषज्ञ ज्योतिषी एस्ट्रो कुमार हानु से संपर्क कर सकते हैं। 

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