
Surya Gochar 2025: सूर्य ग्रह आत्मा का प्रतीक है। यह पिता, समाज में आपके स्थान, नेतृत्व करने की क्षमता और सरकारी अफसरों व नीतियों से संबंधों का प्रतिनिधित्व करता है। यह अग्नि तत्व का ग्रह है और पूर्व दिशा पर राज करता है। सूर्य आपके नाम और यश का भी कारक होता है। सूर्य को पूरे राशिचक्र का चक्कर लगाने में एक साल का समय लगता है, यानी यह हर राशि में लगभग एक महीने तक रहता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, चंद्रमा से तीसरे, छठे, दसवें और ग्यारहवें भाव में सूर्य शुभ फल देता है। जबकि पहले, दूसरे, चौथे, पाँचवें, सातवें, आठवें, नौवें और बारहवें भाव में यह थोड़े कठिन परिणाम दे सकता है। सूर्य मई महीने में वृषभ राशि में प्रवेश कर रहा है, आइए जानते हैं कि सूर्य ग्रह का गोचर, सभी 12 राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा।
सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश 15 मई 2025 को दोपहर 01 बजकर 05 मिनट पर करेंगे। सूर्य के राशि परिवर्तन का प्रभाव पूरे राशिचक्र यानी सभी 12 राशियों पर पड़ता है। जानें अपनी राशि पर सूर्य गोचर का प्रभाव-
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, मेष राशि वालों की कुंडली के दूसरे भाव पर प्रभाव डालेगा, जिसे धन भाव या परिवार भाव भी कहा जाता है। इस दौरान आपको अपने परिवार के साथ समय बिताने का अच्छा मौका मिलेगा। मेष राशि वाले थोड़ी राहत महसूस करेंगे और मानसिक रूप से भी सुकून पाएंगे। यह समय है जब आपको अपने पैसों पर अच्छी पकड़ बनानी चाहिए। जितनी समझदारी से आप अपनी संपत्ति और निवेश की योजना बनाएंगे, उतना ही ज्यादा फायदा आपको लंबे समय में मिलेगा। खर्चों को लेकर सजग रहें और कोशिश करें कि हर एक निवेश सोच-समझकर करें।
उपाय: इस समय सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन व्रत रखना लाभकारी रहेगा।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, वृषभ राशि वालों की कुंडली के पहले भाव में परिवर्तन लेकर आ सकता है। जब सूर्य खुद आपकी ही राशि में आता है, तो यह आपके लिए एक नया आत्मविश्वास और नई ऊर्जा लेकर आता है। इस समय आप खुद को ज्यादा पसंद करने लगेंगे। आत्म-स्वीकृति और आत्म-प्रेम बढ़ेगा। वृषभ राशि वाले अपने भीतर के गुणों पर काम करना शुरू करेंगे और खुद को हर तरह से बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। आपकी बाहरी पर्सनालिटी, यानि आपका लुक और स्टाइल, आपके लिए बहुत मायने रखेगा। आप हर जगह अपने आत्मविश्वास और आकर्षण से लोगों का ध्यान खींचेंगे और जीवन के हर क्षेत्र में चमकते नजर आएंगे।
उपाय: अपने कमरे में सूर्य देव की सात घोड़ों वाली तस्वीर लगाएं।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, मिथुन राशि वालों की कुंडली के बारहवें भाव को प्रभावित कर रहा है, जिसे खर्च, विदेश यात्रा और आत्मचिंतन से जुड़ा भाव माना जाता है। अगर आप विदेश जाकर पढ़ाई करने का सपना देख रहे हैं, तो अब समय आ गया है कि आप अपनी कोशिशें तेज कर दें। यह समय उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने वालों के लिए अनुकूल है। मिथुन राशि वाले जो लोग विदेश में नौकरी की तलाश में हैं, उनके लिए भी कोई सुनहरा मौका दस्तक दे सकता है। आपको अपने करियर में एक नई दिशा मिलने की संभावना है। हालांकि इस समय खर्चों पर थोड़ा कंट्रोल रखना जरूरी होगा। बिना सोचे-समझे खर्च न करें, वरना बाद में पछताना पड़ सकता है। पैसों को लेकर समझदारी दिखाना बहुत जरूरी है।
उपाय: घर में एक अच्छी तरह से सिद्ध और चार्ज किया हुआ "सूर्य यंत्र" जरूर रखें।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, कर्क राशि वालों की कुंडली के ग्यारहवें भाव में परिवर्तन लेकर आ सकता है। इस भाव का संबंध आपकी इच्छाओं की पूर्ति, सामाजिक संबंधों और आध्यात्मिक झुकाव से होता है। इस महीने कर्क राशि वाले धार्मिकता में रूचि दिखाएंगे। मंदिरों के दर्शन, धार्मिक यात्राएं या किसी तीर्थ स्थान पर जाने की संभावना बन रही है। आपको इस दौरान आत्मिक शांति मिलेगी और ईश्वर के प्रति आस्था और गहरी होगी। साथ ही, आप ऐसे लोगों से जुड़ेंगे जिनके विचार आपसे मिलते-जुलते होंगे। यह समय है जब आप हर बातचीत और हर नए कनेक्शन को किसी ऊंचे मकसद की ओर ले जाने की कोशिश करेंगे। आपके भीतर कुछ अच्छा करने का जज्बा उभरेगा।
उपाय: हर सुबह सूर्य देव को जल चढ़ाएं। इस जल में कुछ फूल, चावल और गंगाजल जरूर मिलाएं।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, सिंह राशि वालों की कुंडली के दसवें भाव यानी कर्म स्थान पर प्रभाव डाल रहा है। यह भाव आपके करियर, कार्यक्षमता और सामाजिक प्रतिष्ठा से जुड़ा होता है। इस दौरान सिंह राशि के जातक अपने काम को लेकर बेहद एक्टिव और मेहनती नजर आएंगे। ऑफिस में आपकी परफॉर्मेंस बहुत शानदार रहेगी और लोग आपके काम की तारीफ करेंगे। आप हर जिम्मेदारी को पूरे आत्मविश्वास के साथ निभाएंगे। आपका वर्क-लाइफ बैलेंस भी इस समय बेहतरीन बना रहेगा। आप हर चीज को सही तरीके से संभाल पाएंगे और हर काम में आपका कंट्रोल बना रहेगा।
उपाय: हर दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। ।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, कन्या राशि वालों की कुंडली के नौवें भाव में परिवर्तन लेकर आ सकता है। यह समय आपके लिए ज्ञान, यात्रा और भाग्य से जुड़ी अच्छी संभावनाएं लेकर आ रहा है। इस समय कन्या राशि वाले जिंदगी को ज्यादा समझदारी और व्यावहारिक नजरिए से देखेंगे। आपके सोचने का तरीका परिपक्व होगा और आप हर स्थिति में सही फैसले लेने में सक्षम रहेंगे। किसी छोटी या लंबी यात्रा का प्लान भी बन सकता है, इसलिए पहले से तैयार रहना बेहतर होगा। हो सकता है यह यात्रा आपके लिए कोई नई सीख या अनुभव लेकर आए। सबसे अच्छी बात ये है कि इस समय आपका भाग्य आपका पूरा साथ देगा। आप जिस भी दिशा में कदम बढ़ाएंगे, वहां सफलता की संभावना मजबूत दिख रही है। आपका आत्मबल भी मजबूत महसूस होगा।
उपाय: राम रक्षा स्तोत्र का रोज़ पाठ करें। यह स्तोत्र भगवान श्रीराम की स्तुति में है, जिसे महर्षि विश्वामित्र ने रचा था।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, तुला राशि वालों की कुंडली के आठवें भाव यानी आयु भाव में बदलाव ला सकता है। यह भाव रहस्यों, गहराई, अध्यात्म और परिवर्तन से जुड़ा होता है। इस दौरान तुला राशि वालों को थोड़ा भीतर झांकने का मौका मिलेगा। ध्यान लगाना, खुद को समझना और मन की शांति पाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। आप जीवन के गहरे पहलुओं को जानने की ओर आकर्षित होंगे। अगर आप कभी आध्यात्मिकता या हीलिंग से जुड़ी कोई चीज़ सीखना चाहते थे, तो ये समय उसके लिए बहुत अच्छा है। कुछ नए कोर्स या प्रैक्टिस शुरू करना आपकी आत्मिक उन्नति में मदद करेगा।
उपाय: सूर्य को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन गुड़ का दान करें।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, वृश्चिक राशि वालों की कुंडली के सातवें भाव में परिवर्तन लेकर आ सकता है, जो जीवनसाथी और बिज़नेस पार्टनरशिप से जुड़ा होता है। इस दौरान आपके जीवनसाथी की अपेक्षाएं आपसे थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं। वे आपके समय और ध्यान की ज़रूरत महसूस करेंगे, इसलिए कोशिश करें कि आप उन्हें पूरा समय दें और रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखें। अगर आप किसी व्यापार या साझेदारी में हैं, तो ये समय थोड़ा सतर्क रहने का है। कुछ उलझनें आ सकती हैं या निर्णय लेना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में जल्दबाज़ी करने की बजाय सोच-समझकर कदम उठाना वृश्चिक राशि वालों के लिए बेहतर रहेगा।
उपाय: अपने कमरे या वर्क डेस्क के पीछे की दीवार पर सूर्य देव की सात घोड़ों वाली तस्वीर लगाएं।
वृषभ राशि में सूर्य का गोचर, धनु राशि वालों की कुंडली के छठे भाव को प्रभावित कर रहा है, जो शत्रुओं, प्रतिस्पर्धा और रोगों से जुड़ा होता है। इस दौरान कुछ लोग आपके खिलाफ हो सकते हैं या आपसे प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है, आपकी हिम्मत, आत्मविश्वास और मजबूत इरादे ही आपकी सबसे बड़ी ताकत होंगे। धनु राशि वाले हर चुनौती का डटकर सामना करेंगे और हर मोर्चे पर जीत हासिल करेंगे। नेगेटिव सोच या आसपास के नकारात्मक लोग आपको नीचे खींचने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन आप इन सब से खुद को मजबूती से बचा पाएंगे। ये समय आपको और भी ज्यादा स्ट्रॉन्ग बनाएगा।
उपाय: सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन गुड़ का दान करें। अगर रविवार न हो तो किसी भी दिन कर सकते हैं।
इस समय सूर्य का गोचर मकर राशि वालों की कुंडली के पांचवे भाव में प्रभाव डाल रहा है, जो कि निवेश, प्यार और संतान से जुड़ा हुआ होता है। यह समय मकर राशि वालों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग और इन्वेस्टमेंट के लिहाज़ से काफी अच्छा साबित हो सकता है। अगर आप एसआईपी या किसी भी तरह की योजनाबद्ध निवेश योजना में पैसा लगाना चाहते हैं, तो यह सही समय है। प्रेम जीवन की बात करें तो यह वक्त बहुत खास रहने वाला है। आपके पार्टनर आपको खुश रखने की पूरी कोशिश करेंगे और आपके चेहरे पर मुस्कान बनी रहेगी।
उपाय: जरूरतमंद लोगों को गेहूं दान करें। यह न सिर्फ किसी भूखे व्यक्ति का पेट भरेगा, बल्कि सूर्यदेव की कृपा भी दिलाएगा।
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, कुंभ राशि वालों की कुंडली के चौथे भाव में बदलाव लेकर आ रहा है। इसका असर ऐसा रहेगा कि आप ज्यादा से ज्यादा समय अपने घर और अपनी निजी जगह में बिताना चाहेंगे।
घर पर रहना, उसे सजाना और एक सुकून भरा माहौल बनाना कुंभ राशि वालों की प्राथमिकता रहेगी। कुछ लोग घर की साज-सज्जा में बदलाव करने या फिर बड़े स्तर पर रेनोवेशन की योजना भी बना सकते हैं ताकि घर को और मॉडर्न और ट्रेंडी लुक दिया जा सके।
उपाय: हर सुबह सूर्यदेव को जल अर्पित करें। इस जल में आप थोड़ा चावल, गुड़, फूल या चीनी भी मिला सकते हैं।
वृषभ राशि में सूर्य का गोचर, मीन राशि वालों की कुंडली के तीसरे भाव को प्रभावित कर रहा है। इसका असर यह रहेगा कि आप किसी छोटे सफर पर जा सकते हैं और लोगों से मेलजोल काफी बढ़ सकता है। नई जगहों पर जाना, नए लोगों से मिलना और नई चीज़ें सीखना, ये सब अनुभव मीन राशि के लोगों के जीवन में ताज़गी लाएंगे। इस दौरान आपकी सोच भी तेज़ रहेगी। किसी भी समस्या या चुनौती का हल ढूंढने में आप फुर्ती से काम लेंगे और हर स्थिति को समझदारी से हैंडल करेंगे।
उपाय: रोज़ाना 108 बार सूर्य मंत्र का जाप करें। यह मंत्र बहुत प्रभावशाली होता है और आपके कर्मों को भी शुद्ध कर सकता है। सूर्य बीज मंत्र "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः"
सूर्य के वृषभ राशि में गोचर की सामान्य भविष्यवाणियां हैं। अगर आप व्यक्तिगत कुंडली के आधार पर भविष्यवाणियां जानना चाहते हैं या कोई अन्य ज्योतिषीय जानकारी पाना चाहते हैं तो आप एस्ट्रोयोगी की विशेषज्ञ ज्योतिषी टैरो सोनिया से संपर्क कर सकते हैं।