Sun Transit 2025: जनवरी 2025 में मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर सूर्य मकर राशि में गोचर (surya makar rashi) कर रहा है। सूर्य, हमारी आत्मा, जीवन ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है। वैदिक ज्योतिष में, सूर्य की स्थिति को मजबूत और सकारात्मक रखना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य करियर, पेशा, नेतृत्व शैली और सरकारी अधिकारियों से संबंधों का कारक है। यह हमें नाम, शोहरत और समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त करने में सहायता करता है। सूर्य प्रत्येक राशि में लगभग एक महीने तक रहता है और राशि चक्र को पूरा करने में एक वर्ष का समय लेता है। कुंडली के तीसरे, छठवें, दसवें और ग्यारहवें भाव में सूर्य की स्थिति सकारात्मक होती है, जबकि पहले, दूसरे, चौथे, पांचवे, सातवें, आठवें, नौवें और बारहवे भाव में इसे कुछ खास अच्छा नहीं माना जाता है।
सूर्य के तीन नक्षत्र हैं:
कृत्तिका नक्षत्र
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र
उत्तराषाढ़ा नक्षत्र
सभी बारह राशियों में से सूर्य की अपनी राशि सिंह है, जो इसके तेज और अग्नि तत्व को दर्शाती है। तो आइए आगे जानते हैं कि सूर्य मकर राशि में कब प्रवेश करेगा 2025 (sun transit in capricorn) और सूर्य का मकर राशि में गोचर करने का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा (sun transit effects)।
सूर्य का मकर राशि में गोचर 14 जनवरी, 2025 को सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर होगा। इस दिन मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जाएगा। मकर संक्रांति का यह दिन न केवल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि दान-पुण्य और आध्यात्मिक अनुष्ठानों के लिए भी अत्यंत शुभ माना जाता है। यह सूर्य गोचर 2025 (sun transit 2025) आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की संभावना रखता है।
आइए अपनी राशि के आधार पर जानें सूर्य का मकर राशि में गोचर करने का प्रभाव।
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश, मेष राशि वालों की कुंडली के दसवें भाव में बदलाव लाएगा, जो आपके करियर और कर्म स्थान से जुड़ा है। यह समय मेष राशि वालों के पेशेवर जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता लेकर आएगा। आप अपने कार्यक्षेत्र में अधिक समर्पण और उत्साह के साथ काम करेंगे। आप कार्यस्थल पर सभी की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे। यह गोचर आपको नाम, प्रसिद्धि और आर्थिक लाभ दिला सकता है। कार्यस्थल पर आपकी मेहनत और रचनात्मकता के लिए आपको सम्मान और पहचान मिलने की पूरी संभावना है।
उपाय: सूर्य दोष को दूर करने के लिए, रविवार को आदित्य हृदयम स्तोत्र का पाठ करें।
सूर्य का मकर राशि में गोचर, वृषभ राशि वालों की कुंडली के नौवें भाव को सक्रिय करेगा, जो भाग्य, धर्मऔर सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतीक है। यह समय वृषभ राशि वालों को अपने सामाजिक दायरे में मान-सम्मान और प्रशंसा दिलाएगा। आपके जैसे विचारों वाले लोगों के समूह में आपकी उपस्थिति और योगदान को विशेष रूप से सराहा जाएगा। आप अपने कार्यक्षेत्र और सामाजिक जीवन में एक चमकते सितारे के रूप में उभरेंगे।
उपाय: सूर्य को मजबूत बनाने और इसके शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए हर दिन प्रातः काल तांबे के पात्र में जल भरकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दें।
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश, मिथुन राशि वालों की कुंडली के आठवें भाव को प्रभावित करेगा, जो परिवर्तन, रहस्य और गहन आत्मचिंतन का भाव है। इस अवधि में मिथुन राशि वाले अपने दैनिक कार्यों से हटकर आत्म-विकास और ज्ञानवर्धन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। आप अपनी ऊर्जा को नए कौशल सीखने और उच्च स्तरीय कोर्स में दाखिला लेने में लगा सकते हैं। यह समय आपको अपने अनुभव और दृढ़ता के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने का साहस देगा। आप अपने आस-पास के माहौल पर नियंत्रण पा सकते हैं और अतीत की किसी भी समस्या को सुलझाने में सक्षम होंगे।
उपाय: सूर्य की ऊर्जा को बढ़ाने और इसके सकारात्मक प्रभावों को प्राप्त करने के लिए मंदिर, गुरुद्वारे, अनाथालय या वृद्धाश्रम में गेहूं का दान करें।
सूर्य का मकर राशि में गोचर, कर्क राशि वालों की कुंडली के सातवें भाव पर प्रभाव डालेगा, जो साझेदारी, व्यापार और वैवाहिक जीवन से संबंधित है। इस अवधि में आपके व्यवसाय में साझेदारी और सहयोग के माध्यम से उन्नति के संकेत हैं। हालांकि, आपको जल्दबाजी में कोई निर्णय लेने से बचना चाहिए, ताकि सभी परिस्थितियां नियंत्रण में रहें। आपके जीवनसाथी इस दौरान आपके साथ अधिक समय बिताने की अपेक्षा कर सकते हैं, इसलिए आप इस महीने घर पर अधिक समय बिताने का प्रयास करेंगे।
उपाय: सूर्य को मजबूत बनाने और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए प्रतिदिन सुबह और शाम गायत्री मंत्र का जाप करें।
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश, सिंह राशि वालों के छठवें भाव में परिवर्तन लाएगा। यह भाव शत्रुओं, ऋण और प्रतिस्पर्धा से जुड़ा है। इस दौरान आपको अपने विरोधियों और उन लोगों से सतर्क रहने की आवश्यकता है जो आपके पक्ष में नहीं हैं। राजनीति से दूर रहें और किसी भी प्रकार की गपशप में शामिल होने से बचें। सिंह राशि वालों की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा सकती है, इसलिए अपनी स्थिति को मजबूती से संभालने के लिए तैयार रहें।
उपाय: सूर्य को मजबूत बनाने और वास्तु दोष दूर करने के लिए अपने घर में सूर्य देव की सात घोड़ों वाली तस्वीर लगाएं।
सूर्य का मकर राशि में गोचर, कन्या राशि वालों की कुंडली के पांचवे भाव में बदलाव लाएगा, जो प्रेम, संतान और रचनात्मकता का प्रतीक है। इस अवधि में कन्या राशि वालों को जीवन के कुछ क्षेत्रों में अभूतपूर्व सफलता देखने को मिलेगी। आपका प्रेम जीवन नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा और आपका पार्टनर इस रिश्ते में नेतृत्व करेगा। घर में बच्चों की उपलब्धियां, जैसे पुरस्कार और ट्रॉफियां, आपको गर्व महसूस करवाएंगी करेंगी।
उपाय: सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए अपने घर के मंदिर में सूर्य यंत्र स्थापित करें।
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश, तुला राशि वालों की कुंडली के चौथे भाव को प्रभावित करेगा, जो माता, घर और संपत्ति का प्रतिनिधित्व करता है। इस अवधि में आपकी मां और मामा पक्ष से जुड़ी महिलाओं को आपके समय और देखभाल की अधिक आवश्यकता होगी। तुला राशि वालों के लिए, यह समय संपत्ति खरीदने के लिए भी अनुकूल है, चाहे वह आपके रहने के लिए हो या निवेश के उद्देश्य से।
उपाय: सूर्य को प्रसन्न करने और उसकी ऊर्जा को बढ़ाने के लिए सूर्योदय से पहले जागने की आदत डालें। इससे आप सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को अधिकतम रूप से प्राप्त कर सकेंगे।
सूर्य का मकर राशि में गोचर, वृश्चिक राशि वालों की कुंडली के तृतीय भाव पर प्रभाव डालेगा, जो छोटी यात्राओं, सामाजिक संपर्क और संवाद का प्रतीक है। इस अवधि में वृश्चिक राशि वाले लोग छोटी यात्राओं की योजना बना सकते हैं और अधिक से अधिक सामाजिक मेलजोल में हिस्सा लेंगे। आप कई पार्टियों, सामाजिक कार्यक्रमों और लंच-डिनर में शामिल होंगे, जिससे आपकी सामाजिक सक्रियता बढ़ेगी।
उपाय: सूर्य को मजबूत करने और उसकी सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पवित्र गंगा में स्नान करें या अपने स्नान के पानी में गंगाजल मिलाएं। गंगाजल की शक्तिशाली ऊर्जा आपके सूर्य को और अधिक प्रभावी बनाएगी।
धनु राशि वालों के लिए सूर्य का मकर राशि में गोचर, दूसरे भाव को प्रभावित करेगा। यह आपका कुटुंभ स्थान है और इसलिए यह धनु राशि वालों के गृह जीवन में बदलाव लाएगा। आपकी वाणी में थोड़ी कठोरता और आक्रामकता आ सकती है, इसलिए आपको इसमें स्वस्थ सीमाएं लगाने की आवश्यकता होगी। पारिवारिक जीवन समृद्ध और खुशहाल रहेगा।
उपाय: सूर्य के प्रभाव को संतुलित रखने के लिए शिव की पूजा करें और शिवलिंग पर पानी या दूध अर्पित करें ताकि सूर्य आपके चार्ट में अच्छी तरह से स्थापित रहे।
मकर राशि वालों के लिए, सूर्य का मकर राशि में प्रवेश, लग्न भाव को प्रभावित करेगा। यह समय आपके भाग्य में वृद्धि का संकेत देता है। सरकारी कार्यालयों व उच्च अधिकारियों के साथ मकर राशि वालों के संबंध मजबूत होंगे। यदि सरकार से संबंधित कोई कार्य जो अटका हुआ था, जैसे स्वीकृतियां या अन्य मुद्दे, तो इस महीने हल हो सकते हैं।
उपाय: सूर्य की ऊर्जा को संतुलित और शक्तिशाली बनाए रखने के लिए प्रतिदिन सूर्य स्नान करें। इसके लिए ध्यान मुद्रा में आंखें बंद करके पहले शरीर के सामने वाले भाग को सूर्य के सामने रखें, फिर पीछे मुड़कर शरीर के पिछले भाग को सूर्य की ऊर्जा में रखें।
कुंभ राशि वालों के लिए, सूर्य का गोचर बारहवें भाव में बदलाव लाएगा। यह आपके लिए विदेश से जुड़ी शुभ खबरें लेकर आएगा। इस समय कुंभ राशि वाले लोग विदेशों से नाम, शोहरत और पहचान प्राप्त करेंगे। यदि आपका कार्यक्षेत्र विदेशी ग्राहकों या परियोजनाओं से जुड़ा है, तो यह समय आपके लिए बहुत लाभकारी साबित होगा। हालांकि, इस दौरान आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है, लेकिन यह खर्च आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए होगा।
उपाय: सूर्य को प्रसन्न करने के लिए मांसाहारी भोजन से बचें। शाकाहारी आहार अपनाने से ग्रह का सकारात्मक प्रभाव और बढ़ेगा।
मीन राशि वालों के लिए, सूर्य का मकर राशि में गोचर, ग्यारहवें भाव में होगा, जो कि आपका लाभ स्थान है। यह समय आपके लिए अत्यंत शुभ रहेगा। आपकी आय और मुनाफे में वृद्धि होगी और आप जिस भी कार्य में हाथ लगाएंगे, उसमें सफलता प्राप्त करेंगे। यह समय मीन राशि वालों के लिए भाग्य में वृद्धि और नए अवसरों का संकेत देता है। आपकी योजनाएं सफल होंगी और समाज में आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।
उपाय: सूर्य को प्रसन्न रखने के लिए जितना संभव हो, शराब का सेवन करने से बचें। शराब का सेवन आपके आभा और ऊर्जा को कमजोर कर सकती है।
ध्यान रखें, यह सूर्य के मकर राशि में गोचर 2025 की केवल सामान्य भविष्यवाणियां हैं। अधिक व्यक्तिगत और विशेष उपायों के लिए, टैरो सोनिया से संपर्क करें, केवल एस्ट्रोयोगी पर।