इस संबंध के बारे में सावधान रहना बहुत जरूरी है। कर्क राशि वाले धनु की हर बात की प्रशंसा करते हैं और यहीं से परेशानी पैदा होती है। एक बार अगर कर्क धनु पर कब्जा कर ले तो उसे लगता है कि उसने किला जीत लिया। कर्क फिर उसे अपने घर के नज़दीक भी नहीं जाने देती। कर्क का घर उसका किला होता है, लेकिन धनु के लिए घर का मतलब सिर्फ वो जगह होती है जहाँ वो अपनी हैट टांग सके। वो अपने इस साथी के साथ ही रहना चाहता है, जिससे वो जुड़ जाता है। इसलिए, जिस दिन ये दोनों एक दूसरे से जुड़ने के बारे में सोचना शुरू करते हैं वास्तव में समस्या उसी दिन से पैदा होनी शुरू हो जाती है, जब तक कि दोनों ही अपने ग्रहों को झुठला ना दें। आपका रिश्ता पानी और आग का संयोग है। आपके व्यवहार में बहुत अंतर होता है तथा आप दोनों का कोई मेल नहीं हो सकता, जब तक कि आप को शांत ना रखा जाए। धनु के ज्यादा बोलने की आदत कर्क को पसंद नहीं आती। कर्क को धनु की बहुत जरूरत होती है, लेकिन अच्छी बात ये है कि आप दोनों ही दयावान व भले इंसान होते हैं। आप दोनों को ही प्यार की जरूरत होती है। तथा आप एक दूसरे के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित रहते हैं।