रुद्राक्ष (Rudraksha) Elaeocarpus ganitrus पेड़ का उत्पाद है जो । एक पवित्र मनके के रूप में जाना जाता है। यह ऋषियों, ज्योतिषियों और अन्य आध्यात्मिक संस्थाओं द्वारा पहने जाने वाले प्रसिद्ध रत्नों में से एक है। मनके का उपयोग ज्यादातर छोटे या बड़े धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है। यह न केवल हिंदू धर्म बल्कि अन्य धर्मों द्वारा भी पूजा जाता है। इस मनके के वैज्ञानिक और ज्योतिषीय लाभ भी हैं।
पौराणिक मान्यता है कि रुद्राक्ष का उद्भव भगवान शिव के आंसू से हुआ था। इसे स्वर्ग से पृथ्वी के बीच सेतु माना जाता है। रुद्राक्ष ज्यादातर इंडोनेशिया, नेपाल और भारत में पाया जाता है। दुनिया में 1 से लेकर 21 मुखी तक रुद्राक्ष उपलब्ध हैं। प्रत्येक मनके का एक अलग उद्देश्य और उपाय है। उन्हें मुख के अनुसार विभाजित किया जाता है जिसे मुखी भी कहा जाता है। रुद्राक्ष ऊर्जा से भरा हुआ एक शक्तिशाली आभूषण है, कमजोर दिल वाले उसे पहन नहीं सकते हैं। हालांकि, यह व्यापक रूप से स्वास्थ्य मन और आत्मा के लिए जाना जाता है। इसे पहने से पहले आपको किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए। वह आपकी जन्मकुंडली की जांच करेगा और आपको बताएगा कि आपको इसे कैसे और कब पहनना चाहिए। ध्यान दें कि इसे अपने मन से पहनने की गलती न करें यह नकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है।
रुद्राक्ष (Rudraksha) पहनने के लिए आपको पैसे से खरीदने की जरूरत है, किसी और के पैसे से खरीदा गया रुद्राक्ष आपको लाभ नहीं देगा।
किसी भी प्रकास का रुद्राक्ष पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से इसे अभिमंत्रित जरूर करा लें और जन्मकुंडली के अनुसार रुद्राक्ष को धारण करें ताकि यह मनका आपको प्रभावी लाभ दे सके।
इस रुद्राक्ष को ग्रहण करने से पहले, किसी शुभ दिन आपको एक पूजा करवानी होगी और मंत्रोच्चार करते हैं इसे पहनना होगा।
रुद्राक्ष को गंदे हाथों से ना छुए वरना यह अपवित्र हो सकता है।
रुद्राक्ष धारी को माँस और मदिरा का सेवन करना त्याग देना चाहिए।
रुद्राक्ष को धारण करने से पहले हमेशा तेल से साफ करके पहनना चाहिए।
वैसे तो बाजार में कई तरह के रुद्राक्ष उपलब्ध हैं लेकिन आपको जिस मुखी रुद्राक्ष की जरूरत है उसकी पहचान करके ही धारण करें।
ररुद्राक्षधारियों को नियमित रूप से भगवान शिव की प्रार्थना करनी चाहिए।
जिन लोगों ने जीवन में पाप किया है और मुक्ति चाहते हैं तो उनके लिए यह मनका फायदेमंद है।
यह मनका आपकी जन्मकुंडली में क्रूर ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
यह पहनने वाले को ऊर्जा और शक्ति प्रदान करता है।
यह पहनने वाले को तनाव और हाईब्लडप्रेशर को कम करने में मदद करता है।
यह रुद्राक्षधारी को ऊर्जा और शक्ति प्रदान करता है।
यह चेचक जैसे सभी प्रकार के त्वचा रोगों को ठीक करने में मदद करता है।
यह मिर्गी और जहर के घावों को ठीक करने में मदद करता है।
यह पहनने वाले के चारों तरफ एक सुरक्षा कवच बना देता है।
खासतौर पर खानाबदोश लोगों के लिए, यह निपटान, स्थिरता और सहायता प्रदान करता है।
राशि अनुसार रुद्राक्ष पहनने से इसका प्रभाव बढ़ जाता है। यह आपके जीवन पर लाभकारी असर डालता है। यह पहनने वाले को सकारात्मकता देता है और गुस्सा भी कम करता है।
पौराणिक रूप से रुद्राक्ष को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह सभी प्रकार के ग्रहों का इलाज करने और अप्रत्याशित घटनाओं को संभालने में मदद करता है। यह एक शक्तिशाली उपाय है जिसने बहुत से लोगों को राशि चक्र, ज्योतिषीय महत्व और स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं का इलाज करने में मदद की है।
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