इक्कीस मुखी रुद्राक्ष ( 21 Mukhi Rudraksha) भगवान कुबेर का आशीर्वाद है। उन्हें भगवानों के बीच इंश्वरीय संपत्ति का सरंक्षक भी कहा जाता है। माना जाता है यह मनका सबसे दुर्लभ है। यह धन और भौतिक विलासिता की प्रचुरता प्रदान कता है और बुराई या तांत्रिक प्रभाव से भी बचाता है। कुबेर एक यक्ष दिक्पाल हैं जो किसी के जीवन में वित्त का शासन करते हैं। उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त है और उन्हें यह जिम्मेदारी त्रिदेवों की ओर से दी गई है। इसलिए 21 मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले को सफलता और समृद्धि के साथ आशीर्वाद देने के लिए जाना जाता है।
आमतौर पर देखा जाता है कि जो लोग धन-धान्य से फल-फूल रहे हैं, वे ऐसे लोगों को आकर्षित करने की संभावना रखते हैं जो उनकी सफलता से ईषर्या करते हैं। इस मनके को पहनने से उन्हें ऐसे लोगों से बचाया जा सकता है जो उनकी वित्तीय सफलता को देखकर उन्हें नुकसान पहुंचाने के बारे में सोचते हैं। 21 मुखी रुद्राक्ष का स्वामी ग्रह शुक्र है और यह आपको उसके नकारात्मक प्रभाव से बचाता है।
रुद्राक्ष एक प्राकृतिक उपचार है जो हर किसी के जीवन में ग्रहों के दुष्प्रभाव का इलाज करता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रह मनुष्यों के जीवन को प्रभावित करते हैं। चूंकि ग्रह हमेशा चलायमान होते हैं, ज्योतिष के संदर्भ में, यह गोचर समय-समय पर एक राशि से दूसरी राशि में होता है। कुछ ग्रहों की चाल धीमी होती है तो कुछ ग्रहों की चाल तेज होती है। ये सभी ग्रह हर गोचर के साथ नकारात्मक और सकारात्मक रुप से अपने व्यवहार को बदलते रहते हैं। इसे समझने के लिए किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श करना चाहिए और क्रूर ग्रहों के लिए प्रभावी उपायों की खोज करनी चाहिए। वह आपकी जन्मकुंडली का अध्ययन करेंगे और आपको उचित सलाह देंगे। एस्ट्रोयोगी पर 1000 से अधिक अनुभवी ज्योतिषी हैं, जो आपकी सभी समस्याओं और जीवन में कठिन समय से निपटने में मदद कर सकते हैं। आप अपनी समस्याओं का हल पाने के लिए अभी यहां पर क्लिक करें।
21 मुखी रुद्राक्ष (21 Mukhi Rudraksha) पारिवारिक स्वास्थ्य और धन की रक्षा करने में भी मदद करता है। यह पहनने वाले को सच्चा और ईमानदार बनाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मनके को पहनने से एक गरीब व्यक्ति भी अमीर बन सकता है।
रूद्राक्ष ऊर्जा से भरे हुए शक्तिशाली मोती हैं। प्रत्येक मनका एक ग्रह के साथ जुड़ा हुआ है और इसका एक उद्देश्य है। किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी की सलाह के बिना इसे नहीं पहनना चाहिए। अन्यथा, यह पहनने वाले को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। प्रत्येक व्यक्ति का एक अद्वितीय जन्म कुंडली होता है जो दूसरे के समान नहीं होता है। इसी तरह, प्रत्येक रुद्राक्ष भी सभी के लिए उचित नहीं होता है। इसलिए, इसे पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेना आवश्यक है। इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि आप अपने पैसे से खरीदारी करें अन्यथा यह आपके पक्ष में काम नहीं करेगा।
पहनने का दिन: सोमवार के दिन मनके को पहनने की सलाह दी जाती है।
पहनने से पहले क्या करें: सुबह जल्दी उठें, नहाएं और साफ कपड़े पहनें। फिर मंदिर के पूर्व दिशा में बैठकर 9 बार “ओम ह्रीं श्रीं वसुदाय नमः ” का जाप करने के बाद इसे पहनें ।
धातु का इस्तेमाल किया: आप मनके को चांदी या सोने में जड़कर और लाल धागे में पिरोकर पेंडेंट के रूप में धारण कर सकते हैं।