क्या ज्योतिष कर सकता है करियर के चुनाव में मदद?

Wed, Jun 01, 2022
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क्या ज्योतिष कर सकता है करियर के चुनाव में मदद?

करियर किसी भी इंसान के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र होता है जो व्यक्ति की ज़िंदगी को बदलने की क्षमता रखता है। अगर आप करियर के चुनाव में हो रहे है कंफ्यूज, तो ज्योतिष कर सकता है आपकी मदद,  जानें कैसे? 

करियर किसी भी व्यक्ति के जीवन का अहम हिस्सा है जिस पर व्यक्ति का जीवन निर्भर करता है। करियर की सफलता या असफलता ही हमारे जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आती है। यदि आप जीवन के मूल्य को प्राथमिकता देते हैं, तो यह करियर के क्षेत्र में सही होना चाहिए। करियर का चुनाव करना हमें जितना आसान लगता है, ये उतना आसान काम होता नहीं है। 

पेशेवर जीवन में लगभग हर कोई उतार-चढ़ावों से भरे समय का सामना करता है, या कई बार आपकी नौकरी में प्रगति रुक जाती है। यह सब आपके द्वारा गलत करियर को चुनने का परिणाम है। एक गलती जो जीवनभर किसी व्यक्ति के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।

ज्योतिष कैसे कर सकता है करियर के चुनाव में सहायता? 

करियर का चयन एक ऐसा महत्वपूर्ण विषय है जहां सार्वजनिक राय या दोस्त का सुझाव काम नहीं आता हैं। इस क्षेत्र में आपको व्यर्थ की क्षणिक सहानुभूति के बजाय, आपको इस बारे में अधिक सटीक जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता है कि आप अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं और कौन सा पेशेवर या व्यावसायिक मार्ग आपको सफलता की ओर ले जाएगा। इन सबके चयन में ज्योतिष विज्ञान आपकी सहायता कर सकता है।

ज्योतिष कोई रहस्यमय विद्या नहीं है, लेकिन एक उपयोगी अध्ययन है जो किसी के सही समय के बारे में ज्ञान प्रदान करता है। जहां तक करियर की बात आती है, सही समय पर सही चुनाव करना ही सर्वश्रेष्ठ है। ज्योतिष, ग्रहों की स्थिति के आधार पर आपके सही समय या सबसे उपयुक्त अवसर को निर्धारित करने के लिए जन्म कुंडली का उपयोग करता है जिसका आपको अनुसरण करना चाहिए। ज्योतिष द्वारा समय की बेहतर समझ और अनुकूल परिणाम प्राप्त करने की संभावना अधिक होती है।  

सही करियर चुनने में ज्योतिष कैसे काम करता है?

ज्योतिष के नियम के अनुसार, एक व्यक्ति की करियर सफलता कुंडली के सबसे प्रभावशाली राशि पर निर्भर करती है। यह राशि स्वामी या गुरू ग्रह द्वारा शासित होती है जो करियर को नियंत्रित करता है। ज्योतिष व्यावसायिक क्षेत्रों के बारे में भविष्यवाणी करने के साथ एक नवजात शिशु के करियर की संभावनाओं के बारे में भविष्यवाणी कर सकता है जिसका वह संभवतः चुनाव कर सकता है। 

राशि चक्र के प्रत्येक चिन्ह में चार तत्व होते हैं जैसे वायु, पृथ्वी, अग्नि और जल। ये तत्व व्यक्ति, व्यक्ति के मन, शरीर और आत्मा का निर्माण करते हैं। यह व्यक्ति की मूल समय की भावना और करियर क्षेत्र की प्रकृति के अनुरूप हैं।

  1. वायु तत्व की राशियाँ तुला, मिथुन और कुंभ हैं
  2. पृथ्वी तत्व की राशियाँ वृषभ, मकर और कन्या हैं
  3. अग्नि तत्व की राशियाँ सिंह, धनु और मेष हैं
  4. जल तत्व की राशियाँ मीन, कर्क और वृश्चिक हैं

प्रत्येक तत्व की एक निश्चित विशेषता होती है जिसका प्रभाव प्रत्येक राशि पर होता है और यही व्यक्ति के करियर को आकार देता है। आपके द्वारा चुना जाने वाला करियर इंजीनियरिंग, चिकित्सा या नेटवर्किंग है, जो आपकी राशि के ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है।

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कैसे ज्योतिष आपको सबसे बेहतर करियर चुनने में मदद करता है?

प्रत्येक जन्म-कुंडली में करियर क्षेत्रों से संबंधित अपने स्वयं के महत्व के साथ बारह घर होते हैं। ग्रहों की स्थिति जो एक व्यक्ति के पेशेवर जीवन को नियंत्रित करती है, इन दोनों में से किसी भी घर में करियर के संभावित अवसरों का संकेत मिलता है। आइये जानते है कुंडली में ग्रहों की स्थिति से कौन सा करियर चुनना होगा आपके लिए बेहतर?

  • अगर किसी व्यक्ति के लग्न, नवांश और दशमांश कुंडली में मंगल ग्रह अपनी स्वयं की राशि मेष या वृश्चिक में होता है, तो ऐसे व्यक्ति के लिए सुरक्षा के क्षेत्र या सेना में करियर बनाना अच्छा साबित होता है। 
  • किसी की कुंडली में चंद्रमा जिस राशि में स्थित हो और नवांश भी वही स्थित हो, तो जातक को फार्मेसिस्ट, डॉक्टर या चिकित्सा के क्षेत्र में ​करियर बनाना चाहिए। ये लोग पानी या दूध के व्यापार में भी सफलता प्राप्त करते हैं,लेकिन इसके लिए चंद्रमा का वृषभ का उच्च राशि एवं स्वग्रही होना आवश्यक है। 
  • यदि किसी कुंडली में सूर्य ग्रह मूल त्रिकोण में स्थित होता है, तो ऐसे जातकों के सरकारी नौकरी में जाने की प्रबल संभावना होती है. साथ ही ये ऐसे लोग राजनीति में भी प्रभावशाली पद पा सकते हैं। 
  • जिस इंसान की कुंडली में लग्न का स्वामी ग्रह द्वादश में या द्वादश का स्वामी लग्न में स्थित हो और कर्म भाव के स्वामी वाला हो, तो ये लोग नौकरी करने के लिए विदेश जाते हैं। 
  • ऐसे व्यक्ति जिनकी जन्म कुंडली में नवांश लग्नेश या दशम भाव का स्वामी अपनी स्थिति में उच्च का हो, तो ये लोग उच्च पद प्राप्त करते हैं या व्यापार में सफलता पाते हैं। 
  • अगर किसी की जन्म कुंडली में चंद्र लग्न से 6वें, 7वें और 8 वें भाव में क्रमश: बुध, गुरु तथा शुक्र स्थित हों, साथ ही सूर्य की युति भी रहे, तो ये लोग उच्च अधिकारी बनते है। 
  • जिन लोगों की नवांश और दशमांश कुंडली में दशमेश सूर्य और बुध की युति हो, तो ये लोग भी उच्च अधिकारी बनते हैं। 

करियर में उतार-चढ़ाव को लेकर हैं परेशान? तो अभी परामर्श करें एस्ट्रोयोगी के करियर विशेषज्ञ से। 

 

✍️ By- टीम एस्ट्रोयोगी

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