भारतीय समयानुसार 24 सितंबर 2022, को सुबह 11:02 बजे शुक्र सिंह राशि से गोचर समाप्त कर कन्या राशि में प्रवेश कर रहे है। कन्या राशि में सूर्य और बुध पहले से मौजूद है तथा 25 सितम्बर चंद्रमा भी कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के राशि में होने से शुक्र का ये परिवर्तन नीच रहेगा। सारे ग्रहों की चौकड़ी सभी राशियों के जीवन में हलचल कर देंगें।
ग्रहों की चाल प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को दो तरीके से प्रभावित करती है। यह एक स्थायी प्रभाव हो सकता है, जो उसके जन्म के समय ग्रहों की स्थिति के कारण उसके जीवन को प्रभावित करता है, या यह अस्थाई प्रभाव भी हो सकता है, जो विभिन्न राशियों में ग्रहों की चाल और उनके गोचर के कारण होता है। किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार गोचर का प्रभाव शुभ या अशुभ हो सकता है।
सितम्बर 2022 में मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर छठवें भाव में होगा, जिसके परिणाम स्वरूप दुश्मनों में वृद्धि, शारीरिक कष्ट और धन संबंधी मामलों की चिंता रहेगी। इससे जातक अपने दाम्पत्य जीवन में भी नीरसता का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय- शुक्रवार के दिन भगवान शिव को इत्र चढ़ायें।
सितंबर 2022 में वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर पंचम भाव में होगा, जिसके फलस्वरूप शिक्षा प्राप्ति में रुकावट आ सकती है और संतान के मामले में असंतोष रहने की प्रबल आशंका है। हालांकि अधिक मेहनत से सामान्य परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
उपाय- शुक्रवार के दिन किसी उचित व्यक्ति को दुर्गा सप्तशती पुस्तक का दान करें।
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर सुख के भाव (चौथे घर) में होगा जिसके फलस्वरूप माता के सुख में कमी आएगी और उन्हें भौतिक सुखों का अनुभव कम होगा। कार्यक्षेत्र में कड़ी मेहनत से सफलता और मान-सम्मान मिलेगा।
उपाय- माता के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रबल स्थान पर रहेगा। परिणामस्वरूप भाई-बहन के सुख और पराक्रम में कमी आएगी। जातक की माता के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है। इस गोचर के दौरान कर्क राशि के जातकों का भाग्योदय होगा और धार्मिक कार्यों में इनकी रुचि बढ़ेगी।
उपाय- शुक्रवार के दिन दूध में सुगंधित पुष्पों को डालकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
शुक्र का गोचर सिंह राशि के जातकों के लिए दूसरे भाव में होगा, जिसके परिणामस्वरूप उनके परिवार में मतभेद और धन संचय में कमी आएगी। अधिक मेहनत करने से सामान्य परिणाम मिलेंगे। जातकों को पैतृक संपत्ति से लाभ होगा। इसके साथ ही गहन विषयों और शोध कार्यों में उनकी रुचि बढ़ेगी।
उपाय- नियमित रूप से "ॐ श्रीं श्रीये नमः" मंत्र का जाप करें।
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर उनकी जन्म राशि में होगा। इस दौरान धन और पारिवारिक सुख में कमी आएगी। शारीरिक स्वास्थ्य में भी उतार-चढ़ाव रहेगा। जातकों को धन प्राप्ति की चिंता सताएगी। साथ ही, भौतिक सुख में वृद्धि होगी और जातक को अपने जीवन साथी का सहयोग मिलेगा।
उपाय- शुक्रवार के दिन कन्याओं को भक्ति भाव से भोजन करायें।
सितंबर 2022 में तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर बारहवें भाव में होगा, जिससे परेशानी होगी। ज्यादा खर्च के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। बाहरी स्थानों को लेकर भी परेशानी होगी। साथ ही, जातकों के शारीरिक स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। किसी विवाद के संबंध में शत्रु पक्ष पर प्रभाव पड़ेगा। साहस और चातुराई से सफलता मिलेगी।
उपाय- शुक्र मंत्र, "ॐ द्रं द्रों द्रौं सह शुक्राय नमः" का नियमित जाप करें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर एकादश भाव में होगा, जिसके फलस्वरूप आय में कमी आएगी। जीवन साथी और व्यवसाय के मामलों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन इस दौरान जातकों की बौद्धिक क्षमता का विकास होगा।
उपाय- प्रत्येक शुक्रवार को श्री सूक्त का पाठ करें। इसके साथ ही किसी लक्ष्मी नारायण मंदिर के दर्शन भी करें।
सितम्बर 2022 में धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर दशम भाव में होगा, फलस्वरूप व्यापार में परेशानियां आ सकती हैं। छिपे हुए शत्रुओं के कारण रुकावट की स्थिति बन सकती है। इसके अलावा, जातकों और उनके पिता के बीच मतभेद होने की भी स्थिति बन सकती है।
उपाय- प्रत्येक शुक्रवार को सभी कष्ट निवारण स्तोत्रम का पाठ करें।
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर गतिमान रहेगा, जिसके परिणामस्वरूप भाग्य संबंधित मामलों में कष्ट , धर्म पालन में कठिनाई और पिता और संतान से संतोष का अभाव रहेगा। पराक्रम में वृद्धि होगी, और भाई-बहनों के साथ अनुकूलता रहेगी।
उपाय- चमेली के तेल की चार से पांच बूंदे शुक्रवार को नहाने के पानी में डालें।
सितम्बर 2022 में कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का कन्या राशि गोचर अष्टम भाव में होगा, जिसके अनुसार जीवन में अशांति रहेगी। मातृ सुख में कमी रहेगी। संपत्ति विवाद की भी संभावना ह। अधिक मेहनत से धन की प्राप्ति हो सकती है।
उपाय- शुक्रवार से प्रतिदन श्री दुर्गा कवच का पाठ करें।
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर सप्तम भाव में होगा, जिसके अनुसार जीवन साथी और व्यापार में समस्या होगी। संतोष में कमी रहेगी। वहीं, मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी।
उपाय- किसी सौभाग्यवती स्त्री को शुक्रवार के दिन श्रृंगार का सामान दान करें।
यह सभी शुक्र के कन्या राशि में गोचर (Shukra Ka Kanya Rashi Gochar) के प्रभावों पर आधारित सामान्य भविष्यवाणियां हैं। इस गोचर का प्रभाव जातक की राशि के अनुसार अलग-अलग होगा। गोचर प्रभाव व्यक्ति की जन्म कुंडली में वर्तमान योग और दशा चक्र के अनुरूप होगा और जिसके परिणाम स्वाभाविक रूप से प्राप्त होंगे।
सितंबर 2022 में शुक्र का कन्या राशि में गोचर कई प्रकार से लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा।
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✍️ By- ज्योतिष विनायक