पेड़ पौधे मनुष्य जीवन के लिये कितने अहम हैं यह बताने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इनके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इन्हीं पेड़ पौधों के महत्व को, इनके संरक्षण को हिंदू धर्म के धार्मिक ग्रंथों में भी बताया गया है। हरियाली अमावस्या का दिन वृक्षारोपण के लिये बहुत ही शुभ फलदायी माना जाता है। आइये आपको बताते हैं कि इस दिन कौन से वृक्षों का रोपण आपकी किस्मत को बदल सकता, आपका भाग्य बुलंद होने लगता है?
हरियाली अमावस्या इस बार पंचांग के मुताबिक 08 अगस्त 2021 को मनाया जाएगा।
हरियाली अमावस्या - रविवार, 08 अगस्त 2021
अमावस्या तिथि प्रारंभ - 07 अगस्त 2021 को शाम 07 बजकर 11 मिनट से
अमावस्या तिथि समाप्त - 08 अगस्त 2021 को शाम 07 बजकर 19 मिनट तक
पीपल – पीपल के महत्व को कौन नहीं जानता। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार मान्यता है कि पीपल पर त्रिदवों यानि ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। पीपल की जड़ को प्रात दूध या जल चढ़ाने सांयकाल में सरसों के तेल का दिया लगाने का विधान भी है। अत: हरियाली अमावस्या पर यदि कहीं पीपल का पेड़ लगाया जाये तो बहुत सौभाग्यशाली माना जाता है।
वटवृक्ष (बरगद, बड़) - बड़ की पूजा भी सौभाग्य प्रदान करने वाली मानी जाती है। ज्येष्ठ माह में तो वट सावित्रि नामक व्रत में विशेष रूप से वटवृक्ष यानि बरगद की पूजा की जाती है। इसलिये बरगद का पेड़ लगाना भी बहुत ही पुण्य फलदायी माना जाता है।
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केला – भगवान विष्णु की पूजा के लिये केले को श्रेष्ठ माना जाता है। बृहस्पतिवार के दिन देवगुरु बृहस्पति की पूजा में भी केले का पूजन आवश्यक माना जाता है। मान्यता है कि विद्यार्थियों को अच्छी विद्या तो कन्याओं को अच्छा वर पाने के लिये केले की पूजा हल्दी, पीले चंदन, चने की दाल, गुड़ आदि से करनी चाहिये। हरियाली तीज पर केले का वृक्षारोपण भी शुभ माना जाता है।
तुलसी – तुलसी एक औषधि तो है ही साथ ही पौराणिक ग्रंथों के अनुसार जिस घर में तुलसी होती है वह घर तीर्थ के समान माना जाता है। भगवान विष्णु की प्रिया के रूप में तो तुलसी जानी ही जाती हैं। इसलिये हरियाली तीज पर तुलसी को आप लगा सकते हैं।
हरियाली अमावस्या पर यह कतई आवश्यक नहीं है कि आप उरोक्त धार्मिक महत्व वाले वृक्षों को ही लगायें वरन कोई भी वृक्ष आप लगा सकते हैं लेकिन उपयोगी वृक्ष जो कि फलदायी हों, छाया देने वाले हों आदि लगायें तो बेहतर रहता है। कई बार हम जाने अंजाने मात्र घर की शोभा बढ़ाने के लिये कुछ ऐसे वृक्ष अपने घर में लगा लेते हैं जिनके ज्योतिषीय और वास्तु दृष्टि से नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। इसलिये कुछ सावधानियां अवश्य रखनी जैसे-
कुल मिलाकर हरियाली अमावस्या पर वृक्ष लगाने का संकल्प हमें अवश्य लेना चाहिये साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिये कि मात्र वृक्षारोपण से ही इति श्री नहीं हो जाती बल्कि निरंतरता में आप द्वारा लगाये गये पौधे की देखभाल आवश्यक है। इसी के जरिये हम अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं और प्रकृति में जैविक संतुलन कायम कर सकते हैं।
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