Sun Transit in Taurus: ग्रहों के राजा सूर्य अपनी उच्च राशि को छोड़कर वृष राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। यह राशि परिवर्तन 15 मई 2022 को सुबह 5 बजकर 44 मिनट पर होगा, हालांकि सूर्य अपनी उच्च राशि मेष राशि में रहते हुए भी अधिक सकारात्मक प्रभाव नहीं दे पाए हैं। क्योंकि सूर्य राहु से पीड़ित थे। लेकिन अब ये ग्रहण खत्म होने वाला है, यह गोचर सभी राशियों पर कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक प्रभाव डालने वाला है। आइए ज्योतिष के माध्यम से जानते हैं कि इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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सूर्य वैदिक ज्योतिष में आत्म का कारक है। यह पिता व पुत्र के संबंधों का भी प्रतिनिधित्व करता है। सूर्य जातक को ऊर्जा व सकारात्मक प्रदान करते हैं। ज्योतिष अनुसार कुंडली में सूर्य की स्थिति जातक के मनोस्थिति व विकास की स्थिति को निर्धारित करता है। ऐसे में सूर्य का वृषभ राशि में गोचर (Sun Transit in Taurus) करना राशिचक्र के सभी राशियों के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है।
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके दूसरे भाव में गोचर करेगा, जो धन संचय के लिए बहुत ही उपयुक्त स्थान है। मेष राशि के लोगों को धन वृद्धि के अवसर प्राप्त होंगे। इस गोचर के दौरान व्यापार समृद्ध होगा। व्यापारी जातक इस समय में लाभ अर्जित करेंगे। उन जातकों के लिए भी समय सही है जो जातक नई शुरुआत करने वाले हैं। आपको सिर्फ एक बात का ध्यान रखना है कि किसी से बहस में पड़ने की जरूरत नहीं है। नौकरीपेशा जातकों के लिए समय सामान्य रहने वाला है। संबंधों में सुधार हो सकता है।
उपाय: रविवार के दिन 1 किलो गुड़ और 1 किलो गेहूं किसी मंदिर में दान करें।
वृष राशि के जातकों के लिए यह गोचर प्रसिद्धि और सम्मान का रहेगा। क्योंकि आपके लिए कुंडली में सूर्य पहले भाव में गोचर करेगा। सूर्य की उच्च स्थिति कुंडली का प्रथम भाव है, इसलिए वृष राशि वालों को यहां सर्वश्रेष्ठ परिणाम मिलने वाला है। लोग आप से सहमत होंगे और आपके विचारों की सराहना करेंगे। करियर के लिए सूर्य का वृषभ राशि में आना फायदेमंद रहेगा। आपको इस गोचर अवधि में प्रमोशन भी मिल सकता है। यहां केवल एक ही बात ध्यान में रखनी है कि आपको किसी को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए। अन्यथा हानि हो सकती है।
उपाय: तांबे के कलश में गेहूं को भरकर रविवार की सुबह किसी मंदिर में रख दें।
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह गोचर मिलाजुला परिणाम देने वाला है। मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य उनकी कुंडली के बारहवें भाव में गोचर करेगा। इस गोचर अवधि में मिथुन राशि के लोगों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। स्वास्थ्य पर पैसा खर्च हो सकता है। आप कमजोरी महसूस कर सकते हैं। व्यर्थ यात्राएं हो सकती हैं। धन कमाने के लिए आपको अपने घर से दूर जाना पड़ सकता है। वृषभ राशि में सूर्य के प्रवेश करने से जो मिथुन जातक ऑफिस पॉलिटिक्स के शिकार हो रहे थे उन्हें ऑफिस पॉलिटिक्स से निजात मिल सकती है। समय संबंधों के लिए भी सामान्य रहेगा, परंतु आपको धैर्य रखने की जरूरत है।
उपाय: माणिक्य रत्न को धारण करना आपके लिए शुभ सिद्ध होगा, लेकिन ज्योतिषीय परामर्श जरूर लें।
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य उनके एकादश भाव में गोचर करेगा, क्योंकि सूर्य उनके धन भाव का स्वामी है, इसलिए कर्क राशि वालों के लिए यह समय बहुत अच्छा रहने वाला है। आपको धन वृद्धि के नए अवसर प्राप्त होंगे। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे। सूर्य का वृषभ राशि में गोचर करना कर्क जातकों के लिए विदेश यात्रा के अवसर देगा। जो लोग पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहते हैं, उन्हें सफलता मिल सकती है। जो लोग अपनी नौकरी बदलना चाहते हैं, उन्हें भी सफलता मिलेगी, परंतु इस बारे में सोच विचार कर निर्णय लें। परिवार व प्रेम के लिए समय सामान्य रहने वाला है।
उपाय: प्रत्येक रविवार गाय को गुड़ खिलाएं।
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके प्रथम भाव का स्वामी होकर दशम भाव में गोचर करेंगे। सिंह जातक इस समय अपने कार्यक्षेत्र में अपनी छाप छोड़ सकते हैं। जो इनके करियर को नये मुकाम पर ले जाएगा। सरकार की तरफ से आपको धन की प्राप्ति हो सकती है। सरकार की ओर से प्रशंसा मिल सकती है। जो लोग सरकारी नौकरी में हैं, उन्हें प्रमोशन मिल सकता है। आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि होगी। सूर्य का वृषभ राशि में गोचर करना व्यवसायी जातकों के लिए आर्थिक प्रगति दिलाने वाला होगा। आपको व्यापार में लाभ होगा। व्यापार में वृद्धि होने से साथ आप नये व्यापार में भी निवेश कर सकते हैं।
उपाय: रोज सुबह एक तांबे के लोटे में थोड़ा सा गुड़, चावल और रोली मिलाकर सूर्य देव को जल अर्पित करें।
इस गोचर अवधि में सूर्य कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके बारहवें भाव का स्वामी होकर नवम भाव में गोचर करेगा। यह गोचर कन्या जातकों के लिए अच्छा साबित होगा। इस गोचर अवधि में आपका भाग्य सक्रिय रहेगा। जिन लोगों को उनके कर्मों का फल नहीं मिल रहा था, अब उनका भाग्य उन्हें यह फल देगा। जातक की प्रवृत्ति धार्मिक होगी। तीर्थयात्रा के लिए भी योग बन सकते हैं। अनावश्यक खर्च से बचें। स्वस्थ रहें। खानपान पर विशेष ध्यान रखें।
उपाय: रोज सुबह अपने पिता के चरण स्पर्श करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य इस गोचर में उनके एकादश भाव के स्वामी होंगे और अष्टम भाव में गोचर करेंगे। इस अवधि में जो लोग शोध के क्षेत्र से जुड़े हैं, उन्हें सफलता मिलेगी। अन्य सभी जातकों के लिए यह समय इतना अच्छा नहीं रहेगा। मान-सम्मान की हानि हो सकती है। इसलिए आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। काम पूरा होने में रुकावटें आएंगी। किया जा रहा काम बिगड़ सकता है। हालांकि जो जातक शादीशुदा हैं और उनके संबंधों में आयी समस्याओं से निजात निलेगी। झगड़ें सुलझेंगे।
उपाय: रोज सुबह 7 बजे से पहले गुड़ मिश्रित जल सूर्य देव को अर्पित करें।
इस गोचर के दौरान वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दशम भाव के स्वामी होंगे और सप्तम भाव में गोचर करेंगे। सप्तम भाव में सूर्य सही प्रभाव नहीं देते हैं, क्योंकि इसका स्वामी शुक्र उनके शत्रु हैं। इससे व्यक्ति का निजी जीवन खराब हो सकता है। पति-पत्नी के बीच वाद-विवाद बढ़ सकता है। जो लोग नौकरी कर रहे हैं उन्हें अपने वरिष्ठ की फटकार का भी सामना करना पड़ सकता है। आपका अपमान हो सकता है इसलिए किसी भी तरह के वाद-विवाद से दूर रहें।
उपाय: हर रविवार को 1 किलो गुड़ और 1 किलो गेहूं मंदिर में दान करें।
धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य देव छठे भाव में इनके भाग्य के स्वामी के रूप में गोचर करेंगे। धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर शुभ नहीं है। इसके प्रभाव से जातक अपने भाग्य में कमी महसूस करेंगे। उन्हें उनके काम का क्रेडिट नहीं मिलेगा। सूर्य का वृषभ राशि में आना धनु जातकों के शत्रु को बल देगा। ये आपको परेशान कर सकते हैं। भाग्य की कमी के कारण इस समय आप जातकों का कोई भी काम समय पर पूरा नहीं होगा। आपको शारीरिक कष्ट का भी सामना करना पड़ सकता है। उधार लेने या उधार देने से बचें। अन्यथा धन हानि का सामना करना पड़ेगा।
उपाय: प्रातःकाल सूर्योदय के समय सूर्य देव को प्रणाम करें और प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
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मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके अष्टम भाव के स्वामी होंगे और पंचम भाव में गोचर करेंगे। छात्रों के लिए यह समय सबसे अच्छा कहा जा सकता है। जो छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं उन्हें सफलता मिलेगी। मकर राशि के जातकों के स्वास्थ्य में सुधार होगा। भाग्य का साथ मिलेगा। अचानक धन लाभ होने की संभावना है। इस गोचर के दौरान मकर जातक अपने करियर में बढ़त हासिल कर सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार की शाम को 1 किलो ज्वार किसी मंदिर में दान करें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य इस गोचर अवधि में सप्तम भाव के स्वामी होंगे और चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। इस समय में आपको कार्यों का उचित फल प्राप्त होगा। कुंभ जातकों का अपने पिता से अनबन हो सकती है या पिता के स्वास्थ्य में समस्या आ सकती है। इसलिए इस मामले में आपको सावधान रहना है। पत्नी के साथ तालमेल भी खराब हो सकता है। प्रॉपर्टी खरीदने के लिए यह सबसे अच्छा समय है। जो लोग लंबे समय से कोई संपत्ति खरीदना चाह रहे थे, वे संपत्ति खरीदने में सक्षम होंगे। शक्ति में वृद्धि होगी।
उपाय: हर शाम पूर्व दिशा की ओर मुख करके हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मीन राशि के लोगों के लिए सूर्य उनके छठे भाव के स्वामी होंगे और तीसरे भाव में गोचर करेंगे। मीन राशि के लोगों के लिए यह समय शुभ रहेगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। कर्ज में दबे जातक इससे राहत पाएंगे, कर्ज उतरना शुरू हो जाएगा। जो जातक किसी शारीरिक समस्या से जूझ रहे हैं उनका स्वास्थ्य ठीक होगा। भाई-बहनों से संबंध सुधरेंगे। कुल मिलाकर यह गोचर आपके लिए अच्छा रहने वाला है।
उपाय: मैदे का पेड़ा बनाकर गाय को खिलाएं।
नोट- यह भविष्यफल सामान्य ज्योतिषीय आकलन पर आधारित है। कुंडली विश्लेषण करने पर परिणाम भिन्न हो सकते हैं। व्यक्तिगत गोचर फल जानने के लिए आप एस्ट्रोयोगी पर ज्योतिषाचार्य एस्ट्रो सुदीप से बात कर सकते हैं। अभी परामर्श करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।
✍️ By- एस्ट्रो सुदीप