प्रात:काल ध्यान

प्रात:काल ध्यान

सुबह उठकर 10 मिनट ध्यान लगाने से विश्वास कीजिए आपके जीवन में अभूतपूर्व बदलाव आ सकता है। सुबह का ध्यान व्यक्ति के अंदर एक नई चेतना का संचार करता है। वर्तमान में हम सुबह उठकर सहसे पहले अपने सेल फ़ोन को चेक करते हैं। यह देखते हैं कि हमारे फोटो पर कितने लाईक मिले हैं। जिसमें हम आपको 30 से 40 मिनट लगा देते हैं इसी समय का यदि सद् उपयोग करें तो हम सुबह ध्यान लगा सकते हैं। जो हमारे लिए बेहद फायदेमंद है। इस लेख में हम सुबह ध्यान करने क्या महत्व है? इसे कैसे करें और इसका क्या लाभ है? हम इस बारे में बात करेंगे।


 सुबह का ध्यान (मॉर्निंग मेडिटेशन) क्या है?


सुबह के ध्यान (Morning Meditation) के साथ अपने दिन की शुरुआत धीरे-धीरे कर सकते हैं और अधिक सफल दिन के लिए परिस्थितियों को निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं। चाहे आप सुबह 5 बजे उठें या 10 बजे, दैनिक जागरण ध्यान को शामिल करते हुए, अक्सर अप्रत्याशित स्थितियों और चर से भरे दिन में आपका अच्छा बन सकते हैं। सबसे अधिक प्रभावी समय सुबह का ही माना जाता है। 5 से 7 के बीच का, इस अवधी में ध्यान लगाना काफी लाभदायक होता है। इसी अवधी में किए गए ध्यान अभ्यास को सुबह ध्यान लगाना कहते हैं।


सुबह के ध्यान (मॉर्निंग मेडिटेशन) का महत्व


जब हम अपने दिन की शुरुआत सुबह के ध्यान से करते हैं, तो हम अपने आप को कुछ भी करने से पहले पूरी तरह से जागरूक, पूरी तरह से जागृत और जीवित होने का सबसे अच्छा मौका देते हैं। एक नियमित सुबह अभ्यास करके, हम मन की शांति और खुशहाल रिश्तों की नीव को और भी मजबूत कर रहते हैं। इससे हमारे भीतर गंभीरता व उदारता आती है। जिसके चलते हम दयालु बनने के साथ ही हम अपने और दूसरों के लिए सोच समझकर निर्णय लेते हैं। वर्तमान में भाग दौड़ के कारण, हमारे जीवन में थोड़ा तनाव और दबाव आ गया है। लोग मानते हैं कि इस तरह का तनाव जीवन का एक अपरिहार्य हिस्सा है, लेकिन ध्यान हमें अपने जीवन का प्रबंधन करने में सक्षम करता है और हम अपना काम अधिक कुशलता से करने में कामयाब होते हैं।
मन की सच्ची शांति हमेशा बनी रहेगी है, लेकिन हमें सबसे पहले ऐसी शांति और स्पष्टता को खराब करने वाली हर चीज को छोड़ना होगा। जैसे - हमारी उलझनें, हमारी रूहानियत, हमारी उम्मीदें, हमारे भीतर की बुराईयां। जब आप सुबह की ध्यान (Morning Meditation) के साथ तन व मन की शांति प्राप्त करते हैं, तो आपका दृष्टिकोण बदल जाता है और आप अपने और अपने दिन के बारे में अधिक सकारात्मक महसूस करना शुरू कर सकते हैं।


कैसे करें मॉर्निंग मेडिटेशन का अभ्यास?


आपको केवल एक रास्ता खोजने की जरूरत है जो आपके लिए उपयुक्त हो और इसलिए आप इसका अभ्यास करना शुरू करें।
लेकिन यह ध्यान देना थोड़ा मुश्किल हो सकता है कि यदि आप ध्यान क्रिया को पहली बार कर रहे हैं तो इसके लिए क्या सही रहेगा। इसलिए, आपके चेहरे पर एक मुस्कान और अपने विचारों में ताजगी के साथ अपने दिन की शुरुआत करने में मदद करने के लिए निम्नलिखित कुछ ध्यान हैं।


  • एक अच्छी सुबह की शुरुआत मन की शांति से होती है। सुंदर प्रकृति तक पहुंचें जो आपको शांत करने और सुबह दैनिक आनंद लेने में मदद करता है।
  • शुरुआती लोगों को आमतौर पर खुद को उस ऊर्जा ’से जुड़ना मुश्किल होता है, जिसके बारे में पारंपरिक ध्यान प्रथाओं में बात की गई है। लेकिन कठिनाई को दूर किया जा सकता है यदि आप निर्देशित ध्यान के साथ अभ्यास करना शुरू करते हैं।
  •  मॉर्निंग गाइडेड मेडिटेशन शुरू करने का एक आसान तरीका है आपको सुबह जल्दी उठकर इलके लिए तैयार होना। इसके साथ ही यह आप अपनी वरीयताओं के आधार पर सुबह के ध्यान को अनुकूलित करने में आप स्वयं का सहायता कर सकते हैं। 
  • आप अपना एक ध्यान संगीत प्लेलिस्ट तैयार कर सकते हैं जिसमें से एक संगीत को आप ध्यान को समय सुन मन को शांत करने में कामयाब हो सकते हैं। इसके बाद ध्यान क्रिया को आगे बढ़ाएं।
  • ध्यान मुद्रा में आएं और संगीत के बीच ध्यान को अपने ज्ञानेंद्री पर साधन की कोशिश करें, जो आपको अपने सच्चे शांतिपूर्ण आंतरिक स्वयं को खोजने में मदद करेगा। 
  • नतीजतन, अपने दैनिक दिनचर्या में निर्देशित सुबह के ध्यान (Morning Meditation) को शामिल करके, आप अपने दिन की शुरुआत नए जोश के साथ करने में कामयाब हो जाएंगे। ध्यान को आप योग के किसी भी आसन में लगा सकते हैं। बस उस आसन में आप सहज हों। जिससे आप ध्यान लगाने में सक्षम हो सकें।

सुबह ध्यान (मॉर्निंग मेडिटेशन) लगाने के लाभ


प्रातः ध्यान लगाने से ध्यान लगाने वाले को कई लाभ मिलते हैं। जिनमें से कुछ हम आपके लिए यहां दे रहे हैं। जो आपको ध्यान के और भी करीब ले आएगा। तो आइये जानते हैं मॉर्निंग मेडिटेशन के लाभों के बारे में –


  • मॉर्निंग मेडिटेशन करने से आपको मानसिक शांति के साथ शारीरिक शांति का भी अनुभव होता है।
  • सुबह ध्यान लगाने आप स्वयं में एक नई ऊर्जा महसूस करते हैं। जिससे आप दिन भर काम करने में सक्षम  रहते है यूं कहे कि आपकी बैटरी चार्ज रहती है।
  • सुबह ध्यान (Morning Meditation) करने से आपके ज्ञानेंद्री को बल मिलता है और इससे आप विवेकवाल व तार्किक बनते हैं।
  • ध्यान लगाने से आपकी सांस प्रक्रिया में भी सुधार होता है। इससे आप अपने सांस को भी साध सकते हैं। सांस संबंधी कुछ विकार भी सही हो जाते हैं।
  • मॉर्निंग मेडिटेशन से आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता में बृद्धि होती है। जिससे आपका शरीर कई तरह के रोगों से लड़ने में सक्षम हो पाता है। 


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