21/3-19/4
20/4-20/5
21/5-20/6
21/6-22/7
23/7-22/8
23/8-22/9
23/9-22/10
23/10-21/11
22/11-21/12
22/12-19/1
20/1-18/2
19/2-20/3
तुला राशि के जातक एक दर्शनीय व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। इनका राशि चिन्ह तुला होता है जो कि इनके संतुलित होने की और ईशारा करता है। इस राशि के जातकों में गजब का संयम होता है विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने की अद्भुत शक्ति इनमें होती है। इनका राशि चिन्ह इनके न्यायप्रिय होने की ओर भी संकेत करता है। ये बहुत ही मृदुभाषी होते हैं टकराव से हमेशा बचकर चलते हैं। हर विवाद को बातचीत के जरिये सुलझाने का हुनर इनमें स्वाभाविक रुप से समाहित होता है। ये बहुत ही सामाजिक होते हैं। अकेले में इन्हें बहुत अजीब लगता है लेकिन जैसे ही ये किसी के साथ मिलकर काम करते हैं तो इनका प्रदर्शन आश्चर्यजनक रुप से बेहतर होने लगता है। ये कुशल रणनीतिकार होते हैं, कूटनीति भी इनमें कूट-कूट कर भरी होती है। इनका कोई निश्चित सिद्धांत नहीं होता मौका देखकर ये समझौता भी कर सकते हैं। ये जल्द बाजी में कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहते इसी कमी के कारण कई बार इनके काम भी लटके रहते हैं जिससे इन पर आलसी होने का आरोप भी लगता है।
व्यवहार कुशल तुला जातक कार्यस्थल पर सहकर्मियों से बहुत जल्द मेल-मिलाप स्थापित कर लेते हैं। अपनी मधुर वाणी और व्यवहार कुशलता से ये लोगों को आकर्षित कर अपनी मित्र मंडली का विस्तार कर लेते हैं। लोगों से अपना काम आसानी से निकलवा लेने की क्षमता भी इनके अंदर होती है। व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में कार्यरत जातक तो काफी सफलता अर्जित करते हैं। वहीं अपने संचार कौशल की वजह से कार्यस्थल पर आसानी से तरक्की भी पा लेते हैं। राजनीति का रुख करने वाले जातक भी अपने मंतव्यों में कामयाबी हासिल कर लेते हैं फिर वह राजनीति चाहे कार्यस्थल की ही क्यों न हो।
रोमांटिक जीवन में ये अपने साथी को काफी इज्जत देते हैं और समानता का व्यवहार करते हैं। हालाकिं बदले में वैसी भावनाएं अपने साथी से अपने लिये भी चाहते हैं। तुला राशि के कुछ जातक बहु प्रेमी भी हो सकते हैं लेकिन इनकी खासियत यह भी है कि ये अपने किसी भी साथी को नाराज नहीं होने देते। इनके जुदा होने का अंदाज भी सबसे जुदा होता है। जितनी जल्दी ये विपरीत लिंगी के प्रति आकर्षित होते हैं उतना ही देर विवाह जैसा महत्वपूर्ण निर्णय लेने में करते हैं दरअसल इस मामले में ये काफी सचेत होते हैं और सोच समझकर सारे नफे-नुक्सान का आकलन करने के बाद ही आगे बढ़ते हैं।