शुक्र का तुला राशि में गोचर खोलेगा आपकी किस्मत?

Tue, Oct 18, 2022
एस्ट्रो नैंसी
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Team Astroyogi
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शुक्र का तुला राशि में गोचर खोलेगा आपकी किस्मत?

18 अक्टूबर, 2022 को प्रेम और सौंदर्य के कारक शुक्र का तुला राशि में गोचर होने जा रहा है। इस गोचर का प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर अलग-अलग प्रकार से पड़ेगा। जानें 12 राशियों के जातकों के दैनिक जीवन को यह गोचर किस प्रकार से प्रभावित करेगा। 

शुक्र, प्रेम, सौंदर्य, विवाह और ऐश्वर्य के कारक हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शुक्र, वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं। इसके साथ ही शुक्र किसी जातक की कुंडली के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होते हैं। इसके अलावा, शुक्र मीन राशि में उच्च का और कन्या राशि में नीच होते हैं। शुक्र ग्रह को विलासिता और रचनात्मकता से भी जुड़ा हुआ माना जाता है। वहीं तुला, एक एयरी और मूवेबल राशि है। यह प्यार, रिश्तों और कूटनीति का प्रतिनिधित्व करती है। जब शुक्र, तुला राशि में होते हैं, तो यह जातक की रचनात्मकता और रचनात्मक रूप से सोचने की क्षमता को बढ़ावा देते हैं। शुक्र का अपनी राशि तुला में गोचर जातक के लव और रिलेशनशिप को लाभ प्रदान करेगा। इसके साथ ही शुक्र के तुला राशि में गोचर की अवधि, जातक के लिए अपने दिल के करीब लोगों के साथ नए सामाजिक रिलेशन बनाने के लिए एक अच्छा समय है। यह गोचर, समूहों में काम करने और दूसरों के साथ देने व सहयोग की क्षमता को बढ़ावा  देता है।

जानें कब हो रहा है शुक्र का तुला राशि में गोचर 2022 

शुक्र 18 अक्टूबर 2022 को रात 9:39 बजे राशि परिवर्तन करेंगे। इस दौरान शुक्र, कन्या राशि से तुला राशि में गोचर करेंगे। तुला राशि में शुक्र के गोचर का सभी राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा।  

जानें शुक्र का तुला राशि में गोचर 2022 का 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? 

शुक्र के तुला राशि में गोचर का मेष राशि पर प्रभाव 

शुक्र, मेष राशि के जातकों की कुंडली के दूसरे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, मेष राशि के सातवें भाव को प्रभावित करेंगे। इस राशि का दूसरा भाव धन, परिवार और वित्त व सातवां भाव पार्टनरशिप, विवाह और दैनिक कमाई का होता है । 

बिजनेस- शुक्र का तुला राशि में गोचर व्यापार के लिए एक अच्छा समय लेकर आएगा क्योंकि इस अवधि में आप नए उद्यम को शुरू कर सकते हैं। इस गोचर के दौरान पार्टनरशिप समृद्ध होगी, व्यापार आपके लिए लाभदायक होगा और समृद्धि में वृद्धि होगी।

नौकरी- इस गोचर के दौरान, आप अपने करियर में आगे बढ़ेंगे और प्रमोशन प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही अपने बॉस और सीनियर्स के साथ आपके संबंध सकारात्मक रहेंगे।

शिक्षा- यह गोचर पढ़ाई के लिए अच्छा समय लेकर आयेगा। इस दौरान विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पर फोकस करेंगे।

प्रेम- इस गोचर के दौरान आपका रोमांटिक पार्टनर आपके लिए प्रतिबद्ध रहेगा। यदि आप जिस व्यक्ति से प्रेम करते हैं और उससे विवाह भी करना चाहते हैं, तो इस गोचर के दौरान यह संभव होगा।

उपाय- गायों और पक्षियों को रोजाना सात अलग-अलग अनाज का मिश्रण खिलाएं। 

शुक्र के तुला राशि में गोचर का वृषभ राशि पर प्रभाव

वृषभ राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र, प्रथम और छठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, वृषभ राशि के छठवें भाव में गोचर करेंगे। किसी जातक की कुंडली का प्रथम भाव स्वयं जातक व उसके व्यक्तित्व से जुड़ा होता है, जबकि छठवां भाव नौकरी, ऋण, दुश्मन और बीमारी को नियंत्रित करता है।

बिजनेस- इस गोचर के दौरान खर्चों में वृद्धि होने की आशंका है। इसी के साथ यह आपको प्रोफेशनल रूप से भी आगे बढ़ने में मदद करेगा। वहीं, इस समय आप और आपके बिजनेस पार्टनर के बीच गलतफहमी भी पैदा हो सकती है। 

नौकरी- इस अवधि में आप अपनी नौकरी को बदलने के बारे में सोच सकते हैं। इसके साथ ही, आपको अपने कार्यक्षेत्र में तरक्की पाने के बेहतरीन मौके भी मिलेंगे।

शिक्षा- यह विद्यार्थियों के लिए अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने का यह उचित समय है। इस गोचर के दौरान वे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल भी हो सकते हैं। 

प्रेम- शुक्र के गोचर का प्रभाव रोमांटिक रिश्तों के लिए अनुकूल समय लेकर आयेगा। हालांकि, आप अपने करियर के कारण अपने पार्टनर के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाएंगे।

उपाय- देवी लक्ष्मी को श्रृंगार का सामाान अर्पित करें। 

शुक्र के तुला राशि में गोचर का मिथुन राशि पर प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र, बारहवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, मिथुन राशि के पांचवे भाव में प्रवेश करेंगे। पांचवा भाव हमारे करियर, अध्ययन, बुद्धि, भावनाओं, रिश्तों और बच्चों के लिए होता है। जबकि बारहवां भाव, खर्च, नुकसान और अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं के लिए होता है। यह समय आपके लिए अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिए होगा। आप इस दौरान रियल एस्टेट और वाहनों में निवेश कर सकते हैं।

बिजनेस- इस गोचर के दौरान आपका बिजनेस आगे बढ़ेगा। इस के साथ ही जो जातक रियल एस्टेट का कारोबार करते हैं, उन्हें लाभ होगा। शेयर बाजार और ट्रेडिंग के लिए भी यह समय उत्तम रहेगा। 

नौकरी-  यदि आप नौकरी करते हैं तो यह अवधि आपके लिए लाभदायक होने वाली है। वहीं, नौकरी बदलने के लिए यह समय अच्छा नहीं होगा।

शिक्षा- विदेश में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए यह गोचर लाभकारी होगा। इस दौरान आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करेंगे और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास भी करेंगे।

प्रेम- प्रेम संबंधों के लिए यह गोचर बेहद अनुकूल रहने वाला है। यदि आप एक अच्छे पार्टनर की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए यह समय लाभकारी होगा।

उपाय- बुधवार के दिन गणेश मंदिर में गाय के शुद्ध घी से भरे 11 दीपक जलाएं।

शुक्र के तुला राशि में गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव

शुक्र, कर्क राशि के जातकों की कुंडली में ग्यारहवें और चौथे भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, कर्क राशि के चौथे भाव को प्रभावित करेंगे। ग्यारहवां भाव हमारी इच्छाओं की पूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि चौथा भाव संपत्ति, वाहन, माता और सुख-सुविधाओं का प्रतिनिधित्व करता है। यह गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा। इस गोचर के दौरान आप आनंदपूर्ण बातचीत, भौतिक अनुकूलता, वित्तीय सफलता और सामाजिक नेटवर्किंग का अनुभव करेंगे।

बिजनेस- इस अवधि में आपका बिजनेस काफी अच्छा चलेगा। आप अपनी कम्यूनिटी में अपनी एक अलग ही पहचान बनाएंगे। इसके अलावा इस समय आप अपने घर में निर्माण कार्य भी करवा सकते हैं। इस दौरान, आप घर पर अधिक समय नहीं बिता पाएंगे, क्योंकि आप ज्यादातर समय बिजनेस से जुड़ीं यात्राएं करने में व्यस्त रहेंगे।

नौकरी- इस गोचर के दौरान नौकरी करने वाले लोगों को अपने करियर में बदलाव लाने के लिए अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। इस बार अपने कार्यक्षेत्र में आपको उच्च पद पर प्रमोट किया जा सकता है।

शिक्षा- यदि स्टूडेंट्स उच्च शिक्षा के बारे में सोच रहे हैं तो उनके लिए यह समय बिलकुल उचित रहेगा। इसके लिए आपको अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आकर मेहनत करनी चाहिए। 

प्रेम- लव रिलेशनशिप्स के लिए यह समय कुछ खास नहीं होगा। इस दौरान आप और आपके पार्टनर के बीच कुछ गलतफहमियां आ सकती हैं। यह भी मुमकिन है कि आपका पार्टनर आपसे बात न करे।

उपाय- प्रतिदिन चंदन का तिलक लगाएं। अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए चंदन की सुगंध का उपयोग करें।

शुक्र के तुला राशि में गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव  

शुक्र, सिंह राशि के जातकों की कुंडली के दसवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, सिंह राशि के तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे। तीसरा भाव हमारे भाई-बहनों, प्रयासों और छोटी यात्राओं का प्रतिनिधित्व करता है और दसवां भाव हमारे कर्म से जुड़ा हुआ है। इस समय आप अधिक सामाजिक संबंध बनाने का प्रयास करेंगे। आप अधिकतर ऑनलाइन काम करेंगे और मीडिया उद्योग में सफलता भी पाएंगे। इसके अलावा आपको अपने भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा और परिवार व दोस्तों के साथ कुछ छोटी यात्राएं भी होने की संभावना है।

बिजनेस- इस गोचर के दौरान, आप अपनी प्रोफेशनल स्किल्स को बढ़ाएंगे और अपने बिजनेस में नई चीजों को विकसित करेंगे। इसके साथ ही इस अवधि में बिजनेस से जुड़ी यात्राएं भी आपके लिए फायदेमंद रहेंगी। 

नौकरी- इस गोचर के दौरान, आपको अपने कार्यक्षेत्र में सीनियर्स और सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। अगर आप अपनी नौकरी बदलना चाहते हैं तो आपको इसमें सफलता मिल सकती है। 

शिक्षा- विद्यार्थी इस समय अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान देंगे और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के लिए अपने ज्ञान का उपयोग करेंगे।

प्रेम- लव रिलेशनशिप में रहने वाले जातक इस बार अपने पार्टनर के साथ कमिटिड रहेंगे और खुशी का अनुभव करेंगे।

उपाय- अष्टमी के दिन छोटी बच्चियों को मिठाई खिलाएं। 

शुक्र के तुला राशि में गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव 

शुक्र, कन्या राशि के जातकों की कुंडली के दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, कन्या राशि के दूसरे भाव को प्रभावित करेंगे। दूसरा भाव परिवार, वाणी और धन से संबंधित होता है और नौवां भाव हमारी नियति, लंबी यात्रा और उच्च शिक्षा में सफलता से जुड़ा होता है। 

बिजनेस- इस समय लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट्स, आपके कारोबार के लिए फायदेमंद होंगी। आपको व्यावसायिक रूप से लाभ प्राप्त होगा। इसके साथ ही आप अपने धन की बचत भी कर पाएंगे।

नौकरी- इस दौरान आपकी सैलरी बढ़ सकती है। इस प्रकार यह समय आपकी फाइनेंशियल ग्रोथ का होगा। आपको अपने सीनियर्स से सहायता मिलेगी और आपके प्रयासों की सराहना होगी।

शिक्षा- उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए यह बिलकुल सही समय रहेगा। इस गोचर के दौरान, आप शिक्षा से जुड़े अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे।

प्रेम- यह समय आपकी लव लाइफ के लिए काफी बेहतर होने वाला है। इसके साथ ही आप अपने पार्टनर के साथ एक अच्छा समय भी बिताएंगे।

 उपाय- शुक्रवार और शनिवार के दिन गरीबों व जरूरतमंदों की सहायता करें।

शुक्र के तुला राशि में गोचर का तुला राशि पर प्रभाव

शुक्र, तुला राशि के जातकों की कुंडली के प्रथम और आठवें भाव पर शासन करते हैं। शुक्र के तुला राशि में प्रवेश के दौरान शुक्र, तुला राशि के प्रथम भाव को प्रभावित करेंगे। प्रथम भाव, सौभाग्य और व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं आठवां भाव हमारे अप्रत्याशित नुकसान और लाभ को नियंत्रित करता है। शुक्र का यह गोचर आपके व्यक्तित्व को मजबूत करेगा और आपकी फैमिली व प्रोफेशनल लाइफ को भी प्रभावित करेगा। 

बिजनेस- इस गोचर के दौरान आप कारोबार में अपनी आर्थिक स्थिति को ठीक प्रकार से संभालेंगे और लॉन्ग टर्म इन्वेस्मेंट्स करने की भी कोशिश करेंगे। इसके साथ ही इस गोचर के दौरान आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए अधिक पैसा खर्च कर सकते हैं।  

नौकरी- अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न करें, इस समय आपको धैर्य बनाये रखना होगा। यदि आप इस दौरान नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो अभी इस दिशा में कोई प्रयास न करें। अपनी नौकरी में आपको सहकर्मियों की राजनीति और काम के दबाव का सामना करना पड़ सकता है। 

शिक्षा- आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम नहीं होंगे क्योंकि आप इस समय अपने व्यक्तित्व को सुधारने में ज्यादा समय देंगे। इस गोचर के दौरान, शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको बहुत अधिक प्रयास करने होंगे।

प्रेम- अपनी लव लाइफ को लेकर आपको अपने पार्टनर से बहुत उम्मीदें हैं। इस कारण आपके रिश्तों में  मनमुटाव आ सकते हैं

उपाय- घोड़े को प्रतिदिन चने की दाल भिगोकर खिलाएं। 

शुक्र के तुला राशि में गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव

शुक्र, वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली के सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, वृश्चिक राशि के बारहवें भाव को नियंत्रित करेंगे। किसी जातक की कुंडली का बारहवां भाव मोक्ष, ध्यान, हानि, खर्च, स्वास्थ्य और विदेश यात्रा से संबंधित होता है। इस दौरान अपने पार्टनर के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे और आप एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिताएंगे। इसी के साथ आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा।

बिजनेस- इस गोचर के दौरान आपके कारोबार में अधिक खर्चे की आशंका है। यदि आप अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं तो इस अवधि में अपनी कंपनी को वैश्विक स्तर पर भी विकसित कर सकते हैं। इस दौरान समय का उपयोग करते हुए आपको अपने काम से संबंधित यात्रा करनी चाहिए। 

नौकरी- अगर आप किसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो आपके लिए यह एक अच्छा समय होगा। इस समय आपको अपनी पसंद के अनुसार नौकरी का एक अच्छा अच्छा अवसर प्राप्त होगा। 

शिक्षा- वृश्चिक राशि के विद्यार्थियों को इस दौरान अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देना चाहिए। यदि आप उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं तो इस अवधि में आपको इससे संबंधित अवसर प्राप्त होंगे। इसके अलावा आप लंबे समय तक विदेश में बसने की भी योजना भी बना सकते हैं। 

प्रेम- इस दौरान आपके लव रिलेशनशिप काफी मजबूत होंगे। इसके साथ ही आप अपने पार्टनर को बहुत सारे गिफ्ट्स देकर स्पेशल भी फील करवाएंगे। 

उपाय- शुक्र गोचर के दौरान रोजाना शिवलिंग पर दही चढ़ाएं। 

शुक्र के तुला राशि में गोचर का धनु राशि पर प्रभाव 

शुक्र, धनु राशि के जातकों की कुंडली के छठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, धनु राशि के ग्यारहवें भाव को प्रभावित करेंगे। ग्यारहवां भाव हमारे वित्तीय लक्ष्यों की पूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि छठवां भाव हमारे रोजगार, बीमारियों, दुश्मनों और प्रतिद्वंद्वियों से जुड़ा होता है। इस गोचर के दौरान आपको अपने परिचितों और मित्रों का सहयोग मिलेगा और वह हर परिस्थिति में आपके साथ खड़े रहेंगे। इस अवधि में आपको इन्वेस्ट करने या पैसे बचाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि आपका खर्च बढ़ सकता है। इसके आलावा आपको भाई-बहनों का सहयोग भी प्राप्त होगा। 

बिजनेस- आपका बिजनेस पार्टनर, पार्टनरशिप में काम करने वालों का सपोर्ट करेगा। इस समय आपकी कंपनी का विस्तार होने की पूरी संभावना है। अगर आप कर्ज लेने का सोच रहे हैं तो आपको सरकारी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।

नौकरी- इस गोचर में नौकरी करने वाले लोगों को प्रमोशन मिलने की संभावना है, या उनके वेतन में वृद्धि भी हो सकती है। इस प्रकार यह समय नौकरी करने वाले लोगों के लिए फायदेमंद रहेगा।

शिक्षा- यह गोचर विद्यार्थियों के लिए उचित नहीं होगा क्योंकि इस अवधि में आप अपनी पढ़ाई पर फोकस करने में असमर्थ रहेंगे। 

प्रेम- आपको अपने लव रिलेशन्स में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस कारण इस गोचर के दौरान आपको किसी भी रिलेशन में आने से फिलहाल बचना चाहिए। 

उपाय- शुक्रवार को देवी लक्ष्मी को केसर के साथ मिठाई अर्पित करें।

शुक्र के तुला राशि में गोचर का मकर राशि पर प्रभाव 

शुक्र, मकर राशि के जातकों की कुंडली के पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, मकर राशि के दसवें भाव को प्रभावित करेंगे। कुंडली में दसवां भाव कर्म, करियर, नाम और प्रसिद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। जबकि पांचवा भाव हमारी भावनाओं, बाधाओं और नौकरी में परिवर्तन को नियंत्रित करता है। आप इस गोचर के दौरान अपने जीवन में कुछ बाधाओं का अनुभव करेंगे और आपके प्रयास भी उचित परिणाम नहीं देंगे। आपको इस दौरान काम में होने वाली मुश्किलों को पार करने और गलतफहमियों से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए। आपके करियर के लिए यह थोड़ा मुश्किल समय होगा।

बिजनेस- इस दौरान अपने बिजनेस में इन्वेस्ट करने से बचने का प्रयास करें। यह समय बिजनेस को सुचारू रूप से चलाने का है।

नौकरी- जो जातक अपनी नौकरी में बदलाव चाहते हैं, उन लोगों को उचित अवसर प्राप्त नहीं होंगे। नौकरी बदलने के लिए सही समय का इंतजार करें, इसके साथ ही आप अपने वर्तमान कार्यस्थल के अनुरूप कार्य करने की भी कोशिश करते रहें।

शिक्षा- सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को अभी धैर्य रखना चाहिए। अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयास जरूर करें।

प्रेम- इस दौरान आपके लव रिलेशन में चुनौतियां आ सकती हैं और आपकी अपने पार्टनर के साथ बहस भी हो सकती है। जो लोग शादीशुदा हैं उनको अपने वैवाहिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव का अनुभव हो सकता है।  

उपाय- हर बुधवार या शुक्रवार के दिन गाय को हरी घास खिलाएं। इसके साथ ही बुजुर्गों के साथ अच्छी तरह से पेश आएं। 

शुक्र के तुला राशि में गोचर का कुंभ राशि पर प्रभाव 

शुक्र, कुंभ राशि के जातकों की कुंडली के चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, कुंभ राशि के जातकों की कुंडली के नौवें भाव को प्रभावित करेंगे। कुंडली का नौवां भाव हमारी नियति, किस्मत, भाग्य, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा और आध्यात्मिकता का प्रतिनिधित्व करता है। इस दौरान कुंभ राशि के जातक अपना समय परिवार के साथ बिताएंगे। हर दिन आपके भाग्य में वृद्धि होगी। आपको परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा और समाज में आपकी अलग पहचान बनेगी।

बिजनेस-  यह गोचर कारोबार करने वालों के आर्थिक विकास में बेहद फायदेमंद होगा। इस दौरान आप एक नई कंपनी लॉन्च कर सकते हैं और अपनी कंपनी का विकास भी कर सकते हैं। आप अपने व्यवसाय से जुड़ी एक लंबी दूरी की यात्रा तय कर सकते हैं। 

नौकरी- नौकरी करने वालों को उनके वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। आपकी सराहना होगी और आपके प्रयासों से आपको प्रमोशन भी मिल सकता है।

शिक्षा- इस गोचर से आपकी उच्च शिक्षा को लाभ पहुंचेगा। यदि आप विदेश जाना चाहते हैं तो आप अपने पसंदीदा स्थान पर विदेश में पढ़ाई भी कर सकते हैं।

प्रेम- अपने पार्टनर के साथ आपके संबंध मधुर रहेंगे, लेकिन अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण आप अपने पार्टनर पर पूरा ध्यान नहीं दे पाएंगे। 

उपाय- हर सुबह अपने कार्यस्थल पर या घर पर दो लौंग के साथ एक कपूर जलाएं।

शुक्र के तुला राशि में गोचर का मीन राशि पर प्रभाव  

शुक्र, मीन राशि के जातकों की कुंडली के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान शुक्र, मीन राशि के आठवें भाव को नियंत्रित करेंगे। आठवां भाव अप्रत्याशित लाभ- हानि, विरासत, आध्यात्मिकता और गुप्त रहस्यों को नियंत्रित करता है, जबकि तीसरा भाव भाई-बहनों, हमारे प्रयासों, छोटी यात्राओं और कानूनी मामलों का प्रतिनिधित्व करता है। 

बिजनेस- यह अवधि किसी भी प्रकार से निवेश करने के लिए फायदेमंद नहीं होगी। इस दौरान कोई भी कानूनी कार्य करते समय आप अपने दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच कर लें।

नौकरी- आपको अपने कार्यक्षेत्र में चल रही राजनीति के कारण उचित अवसर प्राप्त नहीं होंगे। इसके अलावा कार्य के दौरान होने वाली बहस से बचने की कोशिश करें।

शिक्षा- इस गोचर के दौरान आपको अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देना चाहिए, क्योंकि आप अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद भी आप अनुकूल परिणाम प्राप्त नहीं कर पाते हैं।

प्रेम-  यदि आप किसी लव रिलेशन में हैं तो अपना धैर्य बनाये रखें। इस दौरान आपके रिश्ते में तनाव आ सकता है।

उपाय- मंदिर में पीले वस्त्रों का दान करें।

तुला राशि में हो रहे शुक्र गोचर के बारे में अधिक जानने के लिए और व्यक्तिगत परामर्श के लिए बात करें एस्ट्रो नैन्सी से केवल एस्ट्रोयोगी पर।

✍️ By- एस्ट्रो नैन्सी

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