शुक्र जिसे अंग्रेजी में वीनस यानि सुंदरता की देवी कहा जाता है। जिसे ज्योतिष में स्त्री ग्रह भी माना जाता है। जो वृषभ व तुला राशियों के स्वामी हैं। जिन्हें दैत्यगुरु भी माना जाता है। जो जातक की कुंडली में विवाह से लेकर संतान तक के योग बनाते हैं। लाभ का कारक भी शुक्र को माना जाता है। जीवन में सुख-समृद्धि भी शुक्र के शुभ प्रभाव से आती है। शुक्र जातक में कला के प्रति आकर्षण पैदा करते हैं। कलात्मकता का विकास करते हैं। शुक्र का जातक की कुंडली में कमजोर या मजबूत होना बहुत मायने रखता है मीन राशि में शुक्र उच्च के होते हैं तो कन्या राशि में इन्हें नीच का माना जाता है। शुक्र जो सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद आकाश में अपनी चमक से एक विशेष पहचान रखते हैं। शनि, बुध व केतु के साथ इनकी मित्रता है तो सूर्य, चंद्रमा व राहू के साथ इनका शत्रुवत संबंध है। मंगल व बृहस्पति के साथ इनका संबंध सामान्य है। शुक्र ही वह ग्रह हैं जिन्हें हम भोर का तारा कहते हैं। शुक्र का राशि परिवर्तन करना ज्योतिष शास्त्र के नज़रिये से एक अहम गतिविधि है। इस पेज पर शुक्र ग्रह के गोचर के बारे में जानकारी तो मिलेगी ही साथ ही आप यह भी जान पायेंगें शुक्र कब राशि परिवर्तन करेंगें और आपकी राशि पर शुक्र के गोचर का क्या प्रभाव रहेगा?
आपकी कुंडली के अनुसार ग्रहों की दशा क्या कहती है, जानें एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्यों से। अभी परामर्श करें।शुक्र का मीन राशि में गोचर | 28 जनवरी 2025 07:12 पूर्वाह्न |
शुक्र का मेष राशि में गोचर | 31 मई 2025 11:42 पूर्वाह्न |
शुक्र का वृषभ राशि में गोचर | 29 जून 2025 02:17 अपराह्न |
शुक्र का मिथुन राशि में गोचर | 26 जुलाई 2025 09:02 पूर्वाह्न |
शुक्र का कर्क राशि में गोचर | 21 अगस्त 2025 01:25 पूर्वाह्न |
शुक्र का सिंह राशि में गोचर | 15 सितम्बर 2025 12:23 पूर्वाह्न |
शुक्र का कन्या राशि में गोचर | 09 अक्तूबर 2025 10:55 पूर्वाह्न |
शुक्र का तुला राशि में गोचर | 02 नवम्बर 2025 01:21 अपराह्न |
शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर | 26 नवम्बर 2025 11:27 पूर्वाह्न |
शुक्र का धनु राशि में गोचर | 20 दिसम्बर 2025 07:50 पूर्वाह्न |