शतभिषा नक्षत्र (Shatabhisha Nakshatra In Hindi)


शतभिषा नक्षत्र, जो 27 नक्षत्रों में से एक है, हम इसे इसके रहस्यमयी और हीलिंग के लिए जानते हैं। इसका नाम संस्कृत के शब्द 'शत' (100) और 'भिषज' (चिकित्सक या जड़ी-बूटी) से लिया गया है, जिसका मतलब है "सौ डॉक्टर्स।" इस नक्षत्र में ऐसी हीलिंग एनर्जी छुपी हैं, जो किसी को भी ठीक करने का शक्ति रखती हैं। शतभिषा नक्षत्र कुंभ राशि में आता है और इसे राहु का सपोर्ट भी मिलता है। इसका चिन्ह एक खाली चक्र है, जो अनंत रहस्यों की कहानी बयां करता है।

शतभिषा नक्षत्र का महत्व

शतभिषा नक्षत्र का आध्यात्मिक और हीलिंग इम्पैक्ट कुछ ऐसा है कि इसे रहस्यमयी एनर्जी का नक्षत्र माना जाता है। ये उन लोगों के लिए खास है, जो मेडिसिन, रिसर्च, स्पिरिचुएलिटी, और मिस्ट्री साइंस में इंटरेस्ट रखते हैं। ये नक्षत्र आपको अंदरूनी ज्ञान और सेल्फ-रिफ्लेक्शन की ओर खींचता है, जिससे आप अपनी समस्यों का समाधान निकाल सकते हैं।

शतभिषा नक्षत्र के चरण (Charan)

शतभिषा नक्षत्र के चार चरण होते हैं, जो प्रत्येक चरण में अलग-अलग प्रभाव डालते हैं:

पहला चरण (6°40' - 10°00' कुंभ राशि)

पहले चरण में जन्मे शतभिषा नक्षत्र के जातक विश्लेषणात्मक और तर्कशील होते हैं। आपके भीतर समस्याओं का गहन विश्लेषण करने की क्षमता होती है। जिससे आप जटिल परिस्थितियों को समझने और उनका समाधान खोजने में माहिर होते हैं। आप हर पहलू का बारीकी से निरीक्षण करते हैं और नए दृष्टिकोण अपनाने के लिए तैयार रहते हैं। तर्कशक्ति और गहनता आपके स्वभाव का हिस्सा है, जिससे आप शोध, विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। आप मानसिक रूप से बहुत मजबूत होते हैं और जीवन के कठिन प्रश्नों का समाधान ढूंढने की कला में पारंगत होते हैं।

दूसरा चरण (10°00' - 13°20' कुंभ राशि)

दूसरे चरण के जातक अत्यंत दयालु और सहायक स्वभाव के होते हैं। आपकी पहचान आपके समाज-सेवा और दूसरों की मदद के प्रति समर्पण से होती है। आप अपने आस-पास के लोगों की भलाई के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और सामाजिक कल्याण में गहरी रुचि रखते हैं। आपका स्वभाव सहानुभूतिपूर्ण और दूसरों के प्रति संवेदनशील होता है, जिससे आप समाज में सम्मानित और प्रिय होते हैं। आपका जीवन दूसरों की सेवा के उद्देश्य से प्रेरित होता है, और आप समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए अपने समय और संसाधनों का उपयोग करने में पीछे नहीं हटते।

तीसरा चरण (13°20' - 16°40' कुंभ राशि)

तीसरे चरण में जन्मे शतभिषा नक्षत्र के जातक अत्यधिक रचनात्मक और कलात्मक होते हैं। आपकी कल्पना शक्ति अनोखी होती है, जो आपको विभिन्न कलात्मक माध्यमों के जरिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में मदद करती है। आप कला, संगीत, लेखन, और अन्य सृजनात्मक गतिविधियों में उत्कृष्ट होते हैं। आपकी रचनात्मकता सिर्फ एक कला तक सीमित नहीं रहती, बल्कि आप अपने जीवन के हर पहलू में नवीनता और नयापन लाने का प्रयास करते हैं। आप अपनी कला के माध्यम से दूसरों को प्रेरित करने की क्षमता रखते हैं और समाज में अपनी सृजनात्मकता से महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

चौथा चरण (16°40' - 20°00' कुंभ राशि)

चौथे चरण के जातक अत्यंत दृढ़ निश्चयी और आत्मविश्वासी होते हैं। आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और कभी हार नहीं मानते। आपका आत्मविश्वास और संकल्प इन्हें हर चुनौती का सामना करने और आपको सफलतापूर्वक पार करने में सक्षम बनाता है। आप अपने जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयासरत रहते हैं। आपके भीतर एक मजबूत इच्छाशक्ति होती है, जो आपको दूसरों से अलग बनाती है। आप न केवल अपने सपनों को पूरा करने में विश्वास रखते हैं, बल्कि अपनी मेहनत और संकल्प से दूसरों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनते हैं।

शतभिषा नक्षत्र में जन्मे व्यक्तियों के गुण

शतभिषा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति रहस्यमय, गहन और विचारशील होते हैं। उनके व्यक्तित्व में निम्नलिखित गुण होते हैं:

गहरी अंतर्दृष्टि: आप गहरी अंतर्दृष्टि और आत्मनिरीक्षण के धनी होते हैं। आप जीवन की गहराइयों को समझने और उसमें छिपी सच्चाइयों को उजागर करने में सक्षम होते हैं।

रहस्यमय प्रकृति: शतभिषा नक्षत्र के जातक रहस्यमय और गूढ़ होते हैं। आप अक्सर गूढ़ विज्ञान, ज्योतिष, और तंत्र-मंत्र में रुचि रखते हैं।

चिकित्सीय क्षमता: आपके पास प्राकृतिक रूप से हीलिंग क्षमता होती है। आप अच्छे चिकित्सक, चिकित्सक, और प्राकृतिक चिकित्सक बन सकते हैं।

आध्यात्मिकता: आप गहरी आध्यात्मिकता की ओर झुकाव रखते हैं और आत्मा की खोज में लगे रहते हैं। आप अक्सर ध्यान, योग, और अन्य आध्यात्मिक अभ्यासों में रुचि दिखाते हैं।

स्वतंत्रता: शतभिषा नक्षत्र के जातक स्वतंत्रता प्रिय होते हैं। आप स्वतंत्र रूप से सोचते और कार्य करते हैं और किसी भी प्रकार की बंधन में नहीं बंधते।

शतभिषा नक्षत्र का स्वामी ग्रह

शतभिषा नक्षत्र का स्वामी ग्रह राहु है। राहु एक छाया ग्रह है, जो भ्रम, गूढ़ता, और असमंजस का प्रतीक है। राहु के प्रभाव से शतभिषा नक्षत्र के जातक अत्यधिक रहस्यमय, अनिश्चित और असामान्य होते हैं। राहु का प्रभाव इन व्यक्तियों में अनंत संभावनाओं और संभावित खतरों को जागृत करता है। यह ग्रह जातकों को आपके आंतरिक भय और भ्रमों का सामना करने के लिए प्रेरित करता है, और आपको उन चुनौतियों से बाहर निकलने की शक्ति प्रदान करता है।

शतभिषा नक्षत्र के गुण (Shatabhisha Nakshatra Traits)

रहस्यमयता और गहनता: शतभिषा नक्षत्र के जातक अत्यंत रहस्यमय और गहरे होते हैं। आप जीवन की गहराइयों को समझने और आप में छिपे रहस्यों को उजागर करने में सक्षम होते हैं।

स्वतंत्रता और स्वतंत्र विचारधारा: आप स्वतंत्रता को बहुत महत्व देते हैं और अपने विचारों और कार्यों में स्वायत्तता पसंद करते हैं। आप किसी भी प्रकार के बंधनों को सहन नहीं कर पाते।

चिकित्सीय क्षमता और हीलिंग शक्ति: आपके पास प्राकृतिक रूप से हीलिंग शक्ति होती है। आप चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट होते हैं और दूसरों की मदद करने में आनंद महसूस करते हैं।

आध्यात्मिकता और आत्मनिरीक्षण: आप आध्यात्मिकता की ओर गहरी रुचि रखते हैं। आप आत्मनिरीक्षण और ध्यान के माध्यम से अपने जीवन के उद्देश्य और अर्थ को खोजने की कोशिश करते हैं।

विचारशीलता और गहनता: शतभिषा नक्षत्र के जातक अत्यधिक विचारशील और गहरे होते हैं। आप समस्याओं का समाधान करने के लिए गहन विचार और विश्लेषण का सहारा लेते हैं।

शतभिषा नक्षत्र के लिए नाम अक्षर

शतभिषा नक्षत्र के तहत जन्मे लोगों के नाम आमतौर पर निम्नलिखित अक्षरों से शुरू होते हैं:

  • गो (Go)
  • सा (Sa)
  • सी (Si)
  • सू (Su)

इन अक्षरों से शुरू होने वाले नाम शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए शुभ माने जाते हैं और आपकी जीवन यात्रा को सकारात्मक दिशा देने में सहायक होते हैं।

शतभिषा नक्षत्र के अनुकूल नक्षत्र

शतभिषा नक्षत्र वाले व्यक्तियों के लिए कुछ नक्षत्रों के साथ उनकी अनुकूलता बहुत अच्छी होती है। इन नक्षत्रों के जातक शतभिषा नक्षत्र के लोगों के साथ अच्छे संबंध बना सकते हैं:

स्वाती नक्षत्र: स्वाती नक्षत्र के जातक शतभिषा नक्षत्र के लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाते हैं। ये दोनों एक-दूसरे को अच्छे से समझते हैं और एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं।

पुष्य नक्षत्र: पुष्य नक्षत्र के जातक शतभिषा नक्षत्र के लोगों को समर्थन और सुरक्षा प्रदान करते हैं। इस संबंध में आपसी समझ और सहयोग की भावना प्रबल होती है।

श्रवण नक्षत्र: श्रवण नक्षत्र के जातक शतभिषा नक्षत्र के लोगों के साथ एक स्थिर और मजबूत संबंध बना सकते हैं। ये दोनों नक्षत्र एक-दूसरे के पूरक होते हैं और जीवन में संतुलन बनाते हैं।

शतभिषा नक्षत्र के अशुभ नक्षत्र

शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए कुछ नक्षत्रों के साथ उनकी अनुकूलता कम होती है। इन नक्षत्रों के जातक शतभिषा नक्षत्र के लोगों के साथ सामंजस्य नहीं बना पाते:

मूल नक्षत्र: मूल नक्षत्र के जातक शतभिषा नक्षत्र के लोगों के साथ संघर्ष और तनाव का अनुभव कर सकते हैं। इस संबंध में आपसी समझ की कमी होती है।

अश्लेषा नक्षत्र: अश्लेषा नक्षत्र के जातक शतभिषा नक्षत्र के लोगों के साथ मेलजोल में कठिनाई का अनुभव कर सकते हैं। इस संबंध में भावनात्मक दूरी हो सकती है।

शतभिषा नक्षत्र के उपाय (Shatabhisha Nakshatra Remedies)

शतभिषा नक्षत्र में जन्मे लोगों को जीवन में सफलता और शांति प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष उपायों का पालन करना चाहिए:

चंद्रमा की पूजा: चंद्रमा की पूजा और अर्चना करना शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए लाभकारी होता है। इससे मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता प्राप्त होती है।

राहु के उपाय: राहु के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए राहु मंत्र का जाप करें। "ॐ राहवे नमः" मंत्र का 108 बार जाप करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।

नीला और काला रंग: शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए नीला और काला रंग शुभ होते हैं। इन रंगों का उपयोग करने से राहु का शुभ प्रभाव बढ़ता है।

तांबे का दान: तांबे का दान करना और तांबे के बर्तन में पानी पीना शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए लाभकारी होता है।

पारिवारिक सहयोग: शतभिषा नक्षत्र के जातकों को परिवार के सदस्यों के साथ अच्छे संबंध बनाने और उनका समर्थन प्राप्त करने के लिए प्रयास करना चाहिए। पारिवारिक सहयोग से मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है।

शतभिषा नक्षत्र एक अत्यंत महत्वपूर्ण और रहस्यमय नक्षत्र है, जो गहन चिंतन, चिकित्सा, और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। इस नक्षत्र के जातक अत्यधिक विचारशील, रहस्यमय, और स्वतंत्र होते हैं, जो जीवन की गहराइयों को समझने और उनमें छिपी सच्चाइयों को उजागर करने में सक्षम होते हैं। शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए उचित उपाय और ध्यान से उनके जीवन में शांति और समृद्धि बनी रहती है।

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FAQs

शतभिषा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के मुख्य गुण क्या होते हैं?

शतभिषा नक्षत्र के जातक विश्लेषणात्मक, तर्कशील, दयालु, रचनात्मक, और दृढ़ निश्चयी होते हैं। इनके भीतर समस्याओं का गहन विश्लेषण करने और नए दृष्टिकोण अपनाने की क्षमता होती है। ये समाज की सेवा करने के प्रति समर्पित रहते हैं और कला में गहरी रुचि रखते हैं। साथ ही, ये अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और आत्मविश्वास से भरे होते हैं।

शतभिषा नक्षत्र के किस चरण में जन्मे लोग सबसे अधिक रचनात्मक होते हैं?

शतभिषा नक्षत्र के तीसरे चरण (13°20' - 16°40' कुंभ राशि) में जन्मे लोग सबसे अधिक रचनात्मक और कलात्मक होते हैं। इनकी कल्पना शक्ति अद्वितीय होती है, और वे अपनी भावनाओं को कला, संगीत, लेखन, और अन्य सृजनात्मक माध्यमों से व्यक्त करने में सक्षम होते हैं।

शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए कौन से पेशे उपयुक्त होते हैं?

शतभिषा नक्षत्र के जातकों के लिए विश्लेषण, शोध, विज्ञान, तकनीकी क्षेत्र, सामाजिक कार्य, कला, संगीत, लेखन, और सृजनात्मक गतिविधियाँ उपयुक्त होती हैं। ये लोग अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं और दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं।

क्या शतभिषा नक्षत्र के जातक समाज में प्रभावशाली होते हैं?

हाँ, शतभिषा नक्षत्र के जातक समाज में अत्यंत प्रभावशाली होते हैं। उनके विश्लेषणात्मक और तर्कशील स्वभाव के साथ-साथ उनकी दयालुता, रचनात्मकता, और दृढ़ निश्चय उन्हें समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा दिलाते हैं। वे दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं और समाज के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

शतभिषा नक्षत्र के चौथे चरण में जन्मे लोगों के क्या विशेष गुण होते हैं?

शतभिषा नक्षत्र के चौथे चरण (16°40' - 20°00' कुंभ राशि) में जन्मे लोग अत्यंत दृढ़ निश्चयी और आत्मविश्वासी होते हैं। ये अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और कभी हार नहीं मानते। इनके भीतर एक मजबूत इच्छाशक्ति होती है, जिससे वे हर चुनौती का सामना सफलतापूर्वक कर पाते हैं और अपने जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं।

27 नक्षत्रों के नाम इस प्रकार हैं:


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