Chandra Grahan 2022: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, एक पूर्ण चंद्र ग्रहण है। चंद्र ग्रहण प्रकृति की सबसे असाधारण घटनाओं में से एक है। मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण किसी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करने की शक्ति रखता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि नवंबर 2022 में पड़ने वाला चंद्र ग्रहण आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा? तो इस लेख का पढ़े।
नई दिल्ली (IST) के अनुसार, भारत में चंद्र ग्रहण 2022 की तारीख और समय नीचे दी गयी है।
चंद्र ग्रहण तिथि- 8 नवंबर 2022 (मंगलवार)। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस दिन कार्तिक पूर्णिमा भी है।
ग्रहण की शुरुआत का समय - शाम 05:32 बजे।
ग्रहण का समापन समय - सायं 06:19 बजे।
ग्रहण की कुल अवधि- 45 मिनट 48 सेकेंड
नोट: चंद्र ग्रहण का समय क्षेत्र के आधार पर अलग भी हो सकता है। इस कारण, सही समय जानने के लिए अपने क्षेत्र के पंचांग से मिलान करना सबसे अच्छा उपाय है।
8 नवंबर 2022 को, कार्तिक पूर्णिमा के दिन खगरा (जहां पृथ्वी की छत्रछाया पूरी तरह से चंद्रमा को ढक लेती है) चंद्र ग्रहण भारत के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा। चंद्रमा के इस रूप को ब्लड मून भी कहा जाता है। यह साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है। भारत में, ग्रहण स्थानीय चंद्रोदय से पहले शुरू हो जाएगा। इस ग्रहण का अंत मुख्य रूप से चंद्रमा के उदय के बाद देखा जा सकता है। चंद्र ग्रहण भारत के अलावा दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया और प्रशांत महासागर में भी दिखाई देगा।
चंद्रमा के उदय से ग्रहण के अंत तक की अवधि को पर्व काल कहा जाता है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पड़ रहे इस ग्रहण का विशेष महत्व है। वहीं, ग्रहण का सूतक 8 नवंबर 2022 की सुबह सूर्योदय के समय से शुरू होगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस दौरान चंद्रमा, राहु के करीब रहेगा। सूर्य, बुध, शुक्र और केतु, राहु और चंद्रमा से सप्तम भाव में होंगे, जिससे समसप्तक योग बनेगा, जो दैनिक घरेलू वस्तुओं की कीमत में वृद्धि का संकेत देता है। भरणी नक्षत्र में होने के कारण अनैतिक कार्यों में लगे लोगों को कष्ट होगा और तेल और मोटे अनाज जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होगी।
ग्रहण काल में पवित्र नदियों में स्नान, पूजन, मंत्रों का जाप करना चाहिए। इस दौरान चंद्रमा ग्रह से संबंधित चीजों का दान करना भी लाभकारी होता है। इस माह चंद्र ग्रहण का प्रभाव समुद्र और इससे संबंधित क्षेत्रों पर अधिक रहेगा। मंगलवार का दिन होने के कारण अग्नि, युद्ध आदि से संबंधित परेशानियां बढ़ेंगी। ऐसे में और बारिश की भी संभावना है।
ज्योतिष में चंद्रमा ग्रह, माता, मन और भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है और वैदिक ज्योतिष में इसका विशेष महत्व होता है। कुंडली में खराब चंद्रमा के कारण स्वास्थ्य, व्यवहार और दैनिक गतिविधियों में भी बदलाव देखने को मिलते हैं। जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति जातक की नींद और मन से संबंधित क्रियाओं पर भी सीधा प्रभाव डालती है। ज्योतिष में, चंद्रमा आंतरिक भावनाओं, सुरक्षित महसूस करने के तरीकों और अन्य लोगों के साथ संबंधों का भी प्रतिनिधित्व करता है। कुंडली में बलवान चंद्रमा, व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत बनाता है, और कमजोर चंद्रमा व्यक्ति की निर्णय लेने की शक्ति कम को करता है। इसके साथ ही व्यक्ति की मानसिक सहनशक्ति में भी कमी होती है।
चंद्र ग्रहण में चंद्रमा प्राथमिक ग्रह हैं, जो कई तरह से प्रभाव डालते हैं। वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा को मंत्री का दर्जा दिया गया है, और चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है, मन के बिना हम कोई काम नहीं कर सकते हैं। जिस प्रकार ज्योतिष में सूर्य राजा हैं, उसी प्रकार चंद्रमा मंत्री हैं। चंद्रमा हमारे मन और भावना के प्रतीक हैं। चंद्रमा का अपना घर कर्क राशि है और चंद्रमा वृषभ राशि में उच्च होते हैं। चंद्रमा का स्वभाव बहुत ही संवेदनशील होता है। इस ग्रह की प्रकृति ठंडी होती है। ज्योतिष में चंद्रमा मन, जल, गर्भाधान, शिशु अवस्था, व्यवहार, दूध, मानसिक शांति, विदेश यात्रा और उत्तर-पश्चिम दिशा के कारक होते हैं।
मेष राशि वाले कुछ विशेष परिस्थितियों में यात्रा कर सकते हैं। इस दौरान कुछ पुराने कार्यों पर निर्णय लिए जाएंगे। इस अवधि के दौरान शरीरिक और मानसिक पीड़ा, दुर्घटना और आर्थिक नुकसान के योग हैं। मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए आपको एक अच्छे गुरु की आवश्यकता होगी। मेष राशि वालों यदि आपकी जन्म कुंडली में चंद्रमा अच्छी स्थिति में हैं, तो यह आपको मजबूत शक्ति प्रदान करते हैं। आप बेहद भावुक और संवेदनशील रहेंगे। रचनात्मक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। सोच अधिक कल्पनाशील होगी। कानूनी मामलों में आपकी जीत होगी, और आप जीवन के एक नए तरीके का भी आनंद लेंगे। आप नए परिचित बनाएंगे, लेकिन वे भरोसेमंद नहीं होंगे।
उपाय- लोगों पर एक निश्चित स्तर तक ही भरोसा करें। अपने विचारों या मन की स्थिति को किसी के सामने प्रकट न करें।
वृषभ राशि वालों, भौतिक मामलों से निपटने के लिए यह एक उत्कृष्ट समय है। आप विलासिता से संबंधित जैसे फर्नीचर और अन्य नये सामान खरीदेंगे। सीधे शब्दों में कहें तो इस समय बुनियादी जरूरतें महंगी होंगी। सीने में तकलीफ के कारण आप अस्वस्थ और चिड़चिड़े हो सकते हैं। वृषभ राशि वाले कुछ जातक अस्पतालों या धार्मिक संगठनों को दान देंगे। आप आलसी हो सकते हैं, और यह आलस्य कभी-कभी आपके द्वारा किए गए काम को बर्बाद कर देता है। आप सुंदर और प्यार करने वाले व्यक्ति हैं, और जिससे आप प्रेम करते हैं, उसके लिए कुछ भी करना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। मौका मिलने पर आप अंतरंग संबंध बनाने से भी नहीं हिचकिचाते हैं।
उपाय- पानी और ठंड के आसपास के क्षेत्रों से बचें और हर छोटी-मोटी बीमारी पर भी ध्यान दें।
मिथुन राशि वालों, आप स्वेच्छा से उन ग्रुप्स और ऑर्गनाइजेशन में नेतृत्व के पदों पर कार्य करेंगे, जिनके साथ आपका पहले से संबंध हैं। आपके फोकस का संभावित कारण सुख या बच्चे हो सकते हैं, और आप इस चंद्र ग्रहण की घटना के समय के आसपास एक बच्चे की उम्मीद कर रहे होंगे। इस बार आपका व्यक्तित्व अधिक नेचुरल और आकर्षक होगा। आपके दिमाग में लगातार कुछ न कुछ प्लान चलते रहते हैं और प्रत्येक योजना दूसरों के साथ अच्छी तरह से काम करती है। मिथुन राशि वालों, आपका स्वभाव आपको एक ऐसे व्यक्ति में बदल देता है, जो लाभ के लिए कोई प्रयास नहीं करता है। कुछ जातक अन्य देशों में रिलोकेट होना चाहते हैं और सभी भौतिक सुखों का अधिकतम लाभ उठाना चाहते हैं।
उपाय- अपने करियर और पार्टनर के प्रति समर्पित रहें। घर निर्माण से संबंधित गतिविधियों से बचें।
कर्क राशि वालों आपके लिए पारिवारिक व्यवसाय को विकसित करने और प्रोफेशन में आगे बढ़ने के लिए यह समय अच्छा रहेगा। पारिवारिक और प्रोफेशनल प्राथमिकताओं पर अधिक ध्यान दें। कुछ पारिवारिक मामलों में आपको ध्यान देने की आवश्यकता होगी। कर्क राशि वालों आप अपने काम को कुशलता से मैनेज करने में भी सक्षम होंगे। इस दौरान आप अधिक भावुक हो जाएंगे। इसके साथ ही आप विदेश में व्यापार करना शुरू कर सकते हैं। आप खुद को इंटरनेट और ऑनलाइन संबंधित कार्यों में अधिक शामिल पाएंगे। यह अन्य देशों की यात्रा करने का भी एक अच्छा समय है।
उपाय- अपनी मां के साथ गलतफहमी और कलह से बचें और कार्यस्थल पर वरिष्ठों का सम्मान करें।
सिंह राशि वालों, इस समय, आपके सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक मामलों के बारे में अधिक जागरूक होने की संभावना है। काम से संबंधित दायित्वों को छोड़ देना, एक अच्छा विचार हो सकता है ताकि आप कॉलेज लाइफ लौट सकें और उच्च शिक्षा या व्यावसायिक विकास में संलग्न हो सकें। सिंह राशि वालों आप अपने माता-पिता के प्रति अधिक समर्पित रहेंगे। कुछ जातक विदेश यात्रा कर सकते हैं और अस्पतालों और धार्मिक स्थानों पर दान, और सेवा कर सकते हैं। आपके पास आय के बहुत सारे स्रोत होंगे और फाइनेंशियल प्रॉफिट के कई अवसर होंगे। आप शारीरिक रूप से फिट रहेंगे। आप इस दौरान अपने पिता या परिवार के व्यवसाय में शामिल हो सकते हैं।
उपाय- कर्मकांड और रीति-रिवाज के प्रति सकारात्मक रहें। अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें, विशेष रूप से अपने छाती के आसपास के क्षेत्र का।
कन्या राशि वालों, इस बार आप गुप्त विज्ञान, अनुसंधान और गहन ज्ञान की खोज करेंगे। स्वाभिमान के आधार पर मूल्यों की जानकारी प्राप्त होगी। कुछ जातकों के लिए साल का यह समय स्वास्थ्य और रिश्तों के लिए अधिक भाग्यशाली नहीं है, कुछ को अवांछित संपत्तियों से जुड़े खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक मामले और पैसा आपको असुरक्षित महसूस करा सकता है। कन्या राशि वाले कुछ जातकों को विरासत से धन या संपत्ति प्राप्त हो सकती है। आपके विवाह में कोई अनबन होने से आपको कष्ट हो सकता है। अपने पार्टनर की वजह से जातक को अपने भाई-बहनों का त्याग करना पड़ सकता है और उनके बीच अनबन हो सकती है। कुछ जातकों को नया वाहन खरीदने का सुख मिल सकता है। आपकी कुंडली में यदि चंद्रमा अपनी उच्च राशि में हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य, जीवन और सुख के लिए अच्छा होगा।
उपाय- ईश्वर में विश्वास रखें और किसी से भी किसी बात को लेकर वाद-विवाद करने से बचें।
तुला राशि वालों, आपके लिए विशेष रूप से रिश्तों में जुड़ाव को फिर से जगाने का यह सबसे अच्छा समय है। यह समझौते और समायोजन जैसे संकल्पों के लिए एक उत्कृष्ट समय है, इनसे आप लाभान्वित होंगे। आप शांत स्वभाव के होंगे और विदेश में किसी के साथ रिलेशनशिप शुरू करेंगे। इस दौरान कानूनी मामले भी हो सकते हैं। आप एक बिजनेस ऑनर बनेंगे और फाइनेंशियल सक्सेस प्राप्त करेंगे। तुला राशि वाले जो जातक होटल, बेकरी, बीमा या कमीशन एजेंट के रूप में काम करते हैं और इसके साथ ही किराना, दूध, दवा, मसाले या अनाज का व्यवसाय करते हैं, उन जातकों को इस समयावधि में लाभ होगा। कुछ जातक वकील बन सकते हैं और प्रोफेशन के रूप में वकालत का अभ्यास कर सकते हैं, और विपणन में काम करने वाले जातक बहुत प्रगति कर सकते हैं और सम्मान प्राप्त कर सकते हैं।
उपाय- यह अपने साथी और कार्यस्थल के प्रति वफादारी दिखाने का समय है। साथ ही कानूनी मामलों से भी बचें।
वृश्चिक राशि वालों आपके लिए यह अवधि मानसिक पीड़ा का कारण बनेगी। इस दौरान आप हमेशा कुछ न कुछ सोचते रहेंगे। आपका स्वभाव से ऐसे व्यक्ति हैं, जो बाहर से काफी सख्त दिखने की कोशिश करते हैं, लेकिन अंदर से काफी संवेदनशील हैं। इसके अतिरिक्त, आप परिवारों और समाज में हो रहे सामाजिक अन्याय के प्रति बहुत संवेदनशील होंगे, लेकिन उनके बारे में बात करने से डरेंगे। आप न्याय के लिए लड़ने की बात कर सकते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा करते नहीं हैं। चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले जातक डॉक्टर के रूप में उत्कृष्टता के साथ ही नाम और सम्मान भी प्राप्त करेंगे। वृश्चिक राशि वाले कुछ जातक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में आगे बढ़ेंगे और धर्मार्थ कार्यों में गहरी रुचि दिखाएंगे। ससुराल पक्ष से संबंध सुधरेंगे और लंबे समय से लंबित मामले सुलझेंगे। आप इस बार कोई त्वरित निर्णय नहीं ले पाएंगे। यदि कोई निर्णय लेना ही है तो विश्वस्त मित्रों से सलाह लेने के बाद ही करें। इसके साथ ही, आप अपने दुश्मनों को आसानी से पहचान सकते हैं।
उपाय- हर प्रतियोगिता को बहुत गंभीरता से लें। पारिवारिक कानूनी मामलों से बचना चाहिए।
धनुराशि वालों आपको बता दें कि यह अक्सर ऐसा समय होता है जब लोग अपनी नौकरी में नेतृत्व की भूमिका निभाते हैं। कुछ जातकों को संतान की प्राप्ति होगी और संतान के कारण वे अधिक प्रसिद्धि प्राप्त करेंगे। कुछ जातक अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए पढ़ाई पर वापस लौट सकते हैं और विदेश में अपनी पढ़ाई कर सकते हैं। आप एक अधिक प्यार करने वाले व्यक्ति के रूप में विकसित होंगे, जो आपके लिए रोमांचक और मजेदार भी होगा। इसके साथ ही, आप बुद्धिमान और बहादुर होंगे। आप संतुष्ट, ईमानदार और उत्साहित रहना सीखेंगे। धनुराशि वालों आपको अलग-अलग चीजें इकट्ठा करने में मजा आएगा। एक नयी लव रिलेशनशिप की शुरुआत हो सकती है या एक पुराने रिलेशनशिप को फिर से शुरू किया जा सकता है। नकारात्मक विचार कभी-कभी मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
उपाय- जिद्दी होने से बचें। शादी के उस प्रस्ताव को स्वीकार करें, जो काफी समय से लंबित है।
मकर राशि वालों, आप पारिवारिक चर्चा में शामिल होंगे या पारिवारिक स्थिति में आपको काफी अधिकार प्राप्त होंगे। आपकी प्राथमिकता आपका परिवार और करियर होगा। कुछ संपत्ति और अचल संपत्ति के मामलों पर भी आपको ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। विवाहित महिलाएं लंबे समय के प्रयास के बाद संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त करेंगी और उनको काफी प्यार मिलेगा। मकर राशि वालों आप समय पर कार्यों को पूरा करेंगे और विभिन्न प्रकार के सुख प्राप्त करेंगे। कुछ जातक नए वाहन को खरीदेंगे। आप पर सरकार की ओर से जुर्माना लगाया जा सकता है। आप स्वभाव से भावुक रहेंगे। जीवन में प्रतिबद्धता और पूर्ति की भावना अधिक होगी। आप व्यावसायिक या किराये के उद्देश्यों के लिए एक संपत्ति खरीदेंगे।
उपाय- ऐसा कोई भी काम करने से बचें, जिससे आपका स्वाभिमान कम हो। कोशिश करें कि अपनी मां से बहस न करें।
कुंभ राशि वालों, यह समय नई सांस्कृतिक जागरूकता का सपोर्ट करेगा। अल्प सूचना पर लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। कड़ी मेहनत और साहसी होने से आपको धन लाभ होगा। भाइयों से सुख मिलेगा। आपकी धार्मिक प्रवृत्तियों में वृद्धि होगी, साथ ही आपकी कलात्मक क्षमताएं भी बढ़ेंगी। सभी विषयों के प्रति आपकी जिज्ञासा और ज्ञान आपमें अंतर्निहित रहेगा। आप अकारण धन खर्च नहीं करेंगे। बचत करना आपका स्वाभाविक गुण है। कुंभ राशि वालों आप अपनी भलाई के लिए पैसा खर्च करने में कोई झिझक महसूस नहीं करेंगे। कुंभ राशि वालों आप बहुत भावुक होते हैं और अक्सर अपने शौक बदलते हैं। इतना ही नहीं अगर आप एक बिजनेस पर्सन हैं तो आपको बिजनेस में बार-बार बदलाव का अनुभव हो सकता है। आपको भाई-बहनों का सुख मिलता है। आप अपने पड़ोसियों के साथ सकारात्मक संबंधों का आनंद लेते हैं और उनसे लाभ प्राप्त करते हैं।
उपाय- अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
मीन राशि वालों यह चंद्र ग्रहण मूल्यों के आधार पर आत्म-मूल्य प्रदान करेगा। अन्य लोग इस बार आपकी नीतियों और कॉमन सेंस को मान्यता देंगे। हर शब्द या वाणी का मूल्य होता है, जो समाज में आपका निर्माण या पतन कर सकता है। इसमें कोई शक नहीं है कि यह ग्रह चाल आपको धन लाभ देगी। मीन राशि वालों आपके आय के कई स्रोत होंगे, जिसमें चंद्रमा अधिकांश लाभ प्रदान करेगा। आपकी आय अच्छी होगी और आप पैसे बचाने में सक्षम होंगे। कर्ज के कारण कुछ जातकों को आर्थिक उतार-चढ़ाव का अनुभव हो सकता है। वहीं, एक नए सदस्य के साथ परिवार का विस्तार होने की संभावना है।
उपाय- कोशिश करें कि दूसरों से कटु शब्द न बोलें। इसके अलावा, परिवार, दोस्तों और परिचितों सहित जान-पहचान वाले व्यक्तियों के साथ वित्तीय सौदे करने से बचें।
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क्या होता है चंद्र ग्रहण?
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जब चंद्रमा, पृथ्वी के ठीक पीछे आ जाता है। इस दौरान चंद्रमा को सूर्य की रोशनी नहीं मिलती है व चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ती है। इस घटना को चंद्र ग्रहण कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में हों तो चंद्र ग्रहण होता है। इस प्रकार के ज्यामितीय संयम के कारण चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा पर ही हो सकता है। चंद्रमा और चंद्र नोड्स के बीच संबंध चंद्र ग्रहण के प्रकार और लंबाई को निर्धारित करता है।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण दो ऐसी घटनाएं हैं, जब पूरी सृष्टि और ब्रह्मांड में उथल-पुथल होती है। इस दौरान बहुत सारी नकारात्मक ऊर्जाएं भी काफी सक्रिय हो जाती हैं और पृथ्वी के चुंबकीय गुण के चलते ये इसकी ओर खींची चली आती हैं। इन घटनाओं ने हमेशा से लोगों में एक सरप्राइज या फिर भय उत्पन्न किया है। चंद्र ग्रहण नग्न आंखों को दिखाई देता है। हालांकि यह सिर्फ एक खगोलीय घटना है, भारतीयों में इससे कई मान्यताएं जुड़ी हुईं हैं। कुछ लोग इसे अपने व्यवसाय, करियर या स्वास्थ्य के लिए अच्छा मानते हैं तो कुछ इसे अशुभ मानते हैं। जीवन के कई विषयों में ग्रहण का उपयोग और इसकी संभावनाएं प्राचीन काल से ही देखी जाती रही हैं।
महाकाव्य महाभारत में भी भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के जीवन को बचाने के लिए कई बार ग्रहण की भविष्यवाणी कीं और उसे युद्ध में बार-बार उपयोग करने के लिए कहा था। एक अन्य कथा के अनुसार, देवताओं और असुरों द्वारा समुद्र मंथन से अमृत प्राप्त करने के समय, भगवान विष्णु ने अमृत को देवताओं और असुरों के बीच समान रूप से वितरित करने का नियम बनाया। देवता और असुर शुरू में अमृत को समान रूप से साझा करने के लिए सहमत हुए, लेकिन जब मंथन से भगवान धनवंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए, तो असुर, उनसे अमृत कलश लेकर भाग गये। हालांकि भगवान धनवंतरि, विष्णु के ही अवतार थे। इसपर भगवान विष्णु ने काफी सुंदर स्त्री का रूप धारण किया। इस रूप का नाम उन्होंने मोहनी रखा। मोहिनी ने सभी असुरों को मोहित कर लिया व उनसे अमृत कलश लेकर देवताओं के पास आ गयीं और देवताओं को अमृत पान कराने लगीं।
भगवान विष्णु की इस लीला को स्वरभानु नाम का असुर समझ गया। इस पर वह देवता का रूप धारण करके अमृत पान करने चला गया। इस दौरान मोहिनी रूपी भगवान विष्णु ने देवताओं की पंक्ति में बैठे असुर स्वरभानु को भी अमृत पान करा दिया। वहीं, सूर्य और चंद्रमा ने उस असुर को पहचान लिया और मोहिनी को इसकी जानकारी दी। जब भगवान विष्णु को असुर के इस छल का पता चला तो उन्होंने अपने सुदर्शन चक्र से असुर स्वरभानु का सिर काट दिया, लेकिन तब तक उसके गले से अमृत की घूंट नीचे चली गयी थी, इस कारण वह अमर हो गया। इससे उसका सिर और धड़ दो अलग-अलग भागों में विभाजित हो गया। उसके सिर को राहु और शरीर को केतु के नाम से जाना गया। तब से, राहु, सूर्य और चंद्रमा को अपना दुश्मन मानते हैं। इस कारण राहु कभी-कभी अपने प्रभाव से सूर्य और चंद्रमा के प्रकाश और ऊर्जा को कम करने का प्रयास करते हैं, जिसे ग्रहण के रूप में देखा जाता है।
अगर आप व्यक्तिगत रूप से जानना चाहते हैं कि साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा? तो अभी बात करें एस्ट्रोलॉजर राजदीप पंडित से केवल एस्ट्रोयोगी पर।
✍️ By - राजदीप पंडित