Gandmool Nakshatra Dates 2025: ज्योतिष शास्त्रों में कुल 27 नक्षत्रों का उल्लेख मिलता है। जिनमें से कुछ नक्षत्र जातकों के लिए शुभ और कुछ अशुभ हो सकते हैं। ज्योतिष शास्त्रों में अश्विनी, आश्लेषा, मघा, जेष्ठा, मूल और रेवती जैसे 6 नक्षत्रों के मेल से गण्डमूल नक्षत्र बनता है। ऐसा कहा जाता है कि इन नक्षत्रों में जन्मा हुआ बालक माता-पिता, परिवार और स्वयं अपने आप को दुःख देने वाला हो सकता है। यह पूरी तरह अशुभ ही होते हैं यह कहना भी एक मात्र सत्य नहीं हैं, क्योंकि इन नक्षत्रों का बच्चे पर शुभ और अशुभ दोनों तरह से प्रभाव पड़ता है।
नक्षत्र और राशि के एक साथ मिलने या उदय होने पर गण्डमूल नक्षत्र बनते हैं, जैसे-
यदि अश्लेषा नक्षत्र और कर्क राशि का समापन एक साथ होता है। वही मघा नक्षत्र का उदय और सिंह राशि का आरम्भ एक साथ हो तो इसे मघा मूल संज्ञक और अश्लेषा गण्ड संज्ञक नक्षत्र कहा जाता है।
यदि ज्येष्ठा नक्षत्र और वृश्चिक राशि की समाप्ति एक साथ हो तथा मूल नक्षत्र और धनु राशि का आरम्भ यही से हो तो इस स्थिति को मूल नक्षत्र और ज्येष्ठा गण्ड कहा जाता है।
यदि रेवती नक्षत्र और मीन राशि एक साथ समाप्त हो तथा अश्विनी नक्षत्र व मेष राशि की शुरुआत एक साथ हो तो इस स्थिति को अश्विनी मूल और रेवती गण्ड नक्षत्र कहा जाता है।
जनवरी से लेकर दिसंबर 2025 के बीच कई गण्डमूल नक्षत्र पड़ेंगे इनके बारें में अगर आप विस्तृत जानकारी चाहते हैं तो हमारे द्वारा उपलब्ध तिथियों का पालन करें।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 30, 31 दिसंबर 2024, 1, 7, 8, 9, 17, 18, 19, 26, 27, 28 जनवरी 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इन तिथियों के दौरान कोई महत्वपूर्ण कार्य जैसे शादी, नामकरण, या अन्य शुभ कार्य करने से बचना चाहिए, क्योंकि गण्ड मूल नक्षत्र के दिनों में शुभ कार्यों की संभावना कम होती है। इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, और इसे ध्यान में रखते हुए योजना बनाना उचित रहेगा।
30 दिसंबर 2024, रविवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 09:11 बजे से 1 जनवरी 2025, मंगलवार, सुबह 03:06 बजे तक।
7 जनवरी 2025, सोमवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 04:01 बजे से 9 जनवरी 2025, बुधवार, शाम 07:28 बजे तक।
17 जनवरी 2025, गुरुवार, गण्ड मूल नक्षत्र: दोपहर 03:21 बजे से 19 जनवरी 2025, शनिवार, शाम 07:31 बजे तक।
26 जनवरी 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 06:53 बजे से 28 जनवरी 2025, सोमवार, दोपहर 01:53 बजे तक।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, 4, 5, 6, 13, 14, 15, 16, 23 और 24 फरवरी 2025 तक गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। गण्ड मूल नक्षत्र के दौरान शुभ कार्यों के होने की संभावना कम होती है। इसलिए, इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है।
4 फरवरी 2025, सोमवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 12:30 बजे से 6 फरवरी 2025, बुधवार, रात 02:43 बजे तक।
13 फरवरी 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 09:44 बजे से 16 फरवरी 2025, शनिवार, रात 01:25 बजे तक।
23 फरवरी 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 01:59 बजे से 24 फरवरी 2025, रविवार, रात 10:26 बजे तक।
हिंदू पंचांग की तिथियों के अनुसार, 3, 4, 5, 13, 14, 15, 22, 23, 24 मार्च 2025 तक गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। गण्ड मूल नक्षत्र के दौरान शुभ कार्यों की संभावना कम होती है। इसलिए, इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है।
3 मार्च 2025, रविवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 10:11 बजे से 5 मार्च 2025, मंगलवार, सुबह 11:20 बजे तक।
13 मार्च 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 05:06 बजे से 15 मार्च 2025, शुक्रवार, सुबह 08:32 बजे तक।
22 मार्च 2025, शुक्रवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 07:28 बजे से 24 मार्च 2025, रविवार, सुबह 04:38 बजे तक।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 30, 31 मार्च 2025, 1, 9, 10, 11, 18, 19, 20, 27, 28, और 29 अप्रैल 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इन तिथियों के दौरान कोई महत्वपूर्ण कार्य जैसे शादी, नामकरण, या अन्य शुभ कार्य करने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, और इसे ध्यान में रखते हुए योजना बनाना उचित रहेगा।
30 मार्च 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 07:33 बजे से 1 अप्रैल 2025, सोमवार, रात 08:23 बजे तक।
9 अप्रैल, 2025, मंगलवार, गण्ड मूल नक्षत्र: दोपहर 01:15 बजे से 11 अप्रैल, 2025, गुरुवार, शाम 04:53 बजे तक।
18 अप्रैल, 2025, गुरुवार, गण्ड मूल नक्षत्र: दोपहर 01:18 बजे से 20 अप्रैल, 2025, शनिवार, सुबह 10:01 बजे तक।
27 अप्रैल 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 03:26 बजे से 29 अप्रैल 2025, सोमवार, सुबह 04:43 बजे तक।
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हिन्दू पंचांग के अनुसार, 6, 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25 और 26 मई 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इन तिथियों के दौरान कोई महत्वपूर्ण कार्य जैसे शादी, नामकरण, या अन्य शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
6 मई 2025, सोमवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 09:27 बजे से 9 मई 2025, गुरुवार, रात 01:43 बजे तक।
15 मई 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 09:02 बजे से 17 मई 2025, शुक्रवार, शाम 04:33 बजे तक।
24 मई 2025, शुक्रवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 09:39 बजे से 26 मई 2025, रविवार, सुबह 11:39 बजे तक।
वैदिक पंचांग की तिथियों के अनुसार, 3, 4, 5, 12, 13, 14, 20, 21, 22, 30 जून, 1 और 2 जुलाई 2025 तक गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, और इसे ध्यान में रखते हुए योजना बनाना उचित रहेगा।
3 जून 2025, सोमवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 04:57 बजे से 5 जून 2025, बुधवार, सुबह 09:58 बजे तक।
12 जून 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 06:50 बजे से 14 जून 2025, शुक्रवार, रात 01:18 बजे तक।
20 जून 2025, गुरुवार, गण्ड मूल नक्षत्र: दोपहर 03:08 बजे से 22 जून 2025, शनिवार, शाम 05:26 बजे तक।
30 जून 2025, रविवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 11:30 बजे से 2 जुलाई 2025, मंगलवार, शाम 04:57 बजे तक।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, 9, 10, 11, 17, 18, 19, 27, 28 और 29 जुलाई 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इन तिथियों के दौरान कोई महत्वपूर्ण कार्य जैसे शादी, नामकरण, या अन्य शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
9 जुलाई 2025, मंगलवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 05:32 बजे से 11 जुलाई 2025, गुरुवार, सुबह 11:54 बजे तक।
17 जुलाई 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 09:28 बजे से 19 जुलाई 2025, शुक्रवार, रात 11:11 बजे तक।
27 जुलाई 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 05:29 बजे से 29 जुलाई 2025, सोमवार, रात 10:53 बजे तक।
हिन्दू पंचांग की तिथियों के अनुसार, 6, 7, 14, 15, 16, 23, 24 और 25 अगस्त 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, और इसे ध्यान में रखते हुए योजना बनाना उचित रहेगा।
6 अगस्त 2025, मंगलवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 03:18 बजे से 7 अगस्त 2025, बुधवार, रात 10:43 बजे तक।
14 अगस्त 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 05:51 बजे से 16 अगस्त 2025, शुक्रवार, सुबह 06:14 बजे तक।
23 अगस्त 2025, शुक्रवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 11:42 बजे से 26 अगस्त 2025, सोमवार, सुबह 04:46 बजे तक।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 2, 3, 4, 10, 11, 12, 20, 21, 22, 29 और 30 सितंबर 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इन तिथियों के दौरान कोई महत्वपूर्ण कार्य जैसे शादी, नामकरण, या अन्य शुभ कार्य करने से बचना चाहिए, क्योंकि गण्ड मूल नक्षत्र के दिनों में शुभ कार्यों की संभावना कम होती है।
2 सितंबर 2025, सोमवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 10:47 बजे से 4 सितंबर 2025, बुधवार, सुबह 07:47 बजे तक।
10 सितंबर 2025, मंगलवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 04:05 बजे से 12 सितंबर 2025, गुरुवार, दोपहर 03:12 बजे तक।
20 सितंबर 2025, शुक्रवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 06:48 बजे से 22 सितंबर 2025, रविवार, सुबह 11:43 बजे तक।
29 सितंबर 2025, रविवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 04:21 बजे से 1 अक्टूबर 2025, मंगलवार, दोपहर 02:16 बजे तक।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, 8, 9, 10, 17, 18, 19, 26, 27 और 28 अक्टूबर 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, और इसे ध्यान में रखते हुए योजना बनाना उचित रहेगा।
8 अक्टूबर 2025, मंगलवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 02:29 बजे से 10 अक्टूबर 2025, गुरुवार, रात 01:14 बजे तक।
17 अक्टूबर 2025, गुरुवार, गण्ड मूल नक्षत्र: दोपहर 02:49 बजे से 19 अक्टूबर 2025, शनिवार, शाम 07:59 बजे तक।
26 अक्टूबर 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 10:13 बजे से 28 अक्टूबर 2025, सोमवार, शाम 07:38 बजे तक।
वैदिक पंचांग की तिथियों के अनुसार, 4, 5, 6, 13, 14, 15, 23, 24, और 25 नवंबर 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इन तिथियों के दौरान कोई महत्वपूर्ण कार्य जैसे शादी, नामकरण, या अन्य शुभ कार्य करने से बचना चाहिए, क्योंकि गण्ड मूल नक्षत्र के दिनों में शुभ कार्यों की संभावना कम होती है।
4 नवंबर 2025, सोमवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 11:05 बजे से 6 नवंबर 2025, बुधवार, सुबह 10:31 बजे तक।
13 नवंबर 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 11:07 बजे से 16 नवंबर 2025, शनिवार, सुबह 04:46 बजे तक।
23 नवंबर 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 06:23 बजे से 25 नवंबर 2025, सोमवार, रात 02:27 बजे तक।
हिन्दू पंचांग की तिथियों के अनुसार, 1, 2, 3, 11, 12, 13, 20, 21, 22, 28, 29 और 30 दिसंबर 2025 तक भी गण्ड मूल नक्षत्र रहेगा। इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, और इसे ध्यान में रखते हुए योजना बनाना उचित रहेगा।
1 दिसंबर 2025, रविवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 05:19 बजे से 3 दिसंबर 2025, मंगलवार, शाम 05:45 बजे तक।
11 दिसंबर 2025, बुधवार, गण्ड मूल नक्षत्र: सुबह 06:56 बजे से 13 दिसंबर 2025, शुक्रवार, दोपहर 12:57 बजे तक।
20 दिसंबर 2025, शुक्रवार, गण्ड मूल नक्षत्र: शाम 04:42 बजे से 22 दिसंबर 2025, रविवार, सुबह 11:55 बजे तक।
28 दिसंबर 2025, शनिवार, गण्ड मूल नक्षत्र: रात 10:42 बजे से 30 दिसंबर 2025, सोमवार, रात 11:20 बजे तक।
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जनवरी से लेकर दिसंबर 2024 के बीच कई गण्डमूल नक्षत्र पड़ेंगे इनके बारें में अगर आप विस्तृत जानकारी चाहते हैं तो हमारे द्वारा उपलब्ध तिथियों का पालन करें।
30 दिसंबर 2024, शनिवार, रात 03:10 बजे से 1 जनवरी 2024, सोमवार, सुबह 08:36 बजे तक।
8 जनवरी 2024, सोमवार, रात 10:03 बजे से 10 जनवरी 2024, बुधवार, शाम 07:40 बजे तक।
17 जनवरी 2024, बुधवार, सुबह 04:38 बजे से 19 जनवरी 2024, शुक्रवार, रात 02:58 बजे तक।
26 जनवरी 2024, शुक्रवार, सुबह 10:28 बजे से 28 जनवरी 2024, रविवार, दोपहर 03:53 बजे तक।
5 फ़रवरी 2024, सोमवार, सुबह 07:54 बजे से 7 फ़रवरी 2024, बुधवार, सुबह 06:27 बजे तक।
13 फ़रवरी 2024, मंगलवार, दोपहर 12:35 बजे से 15 फ़रवरी 2024, गुरूवार, सुबह 09:26 बजे तक।
22 फ़रवरी 2024, गुरूवार, शाम 04:43 बजे से 24 फ़रवरी 2024, शनिवार, रात 10:20 बजे तक।
3 मार्च 2024, रविवार, दोपहर 03:55 बजे से 5 मार्च 2024, मंगलवार, शाम 04:00 बजे तक।
11 मार्च 2024, सोमवार, रात 11:02 बजे से 13 मार्च 2024, बुधवार, शाम 06:24 बजे तक।
20 मार्च 2024, बुधवार, रात10:38 बजे से 23 मार्च 2024, शनिवार, सुबह 04:28 बजे तक।
30 मार्च 2024, शनिवार, रात 10:03 बजे से 1 अप्रैल 2024, सोमवार, रात 11:12 बजे तक।
30 मार्च 2024, शनिवार, रात 10:03 बजे से 1 अप्रैल 2024, सोमवार, रात 11:12 बजे तक।
8 अप्रैल 2024, सोमवार, सुबह 10:12 बजे से 10 अप्रैल 2024, बुधवार, सुबह 05:06 बजे तक।
17 अप्रैल 2024, बुधवार, सुबह 05:16 बजे से 19 अप्रैल 2024, शुक्रवार, सुबह 10:57 बजे तक।
27 अप्रैल 2024, शनिवार, रात 03:40 बजे से 29 अप्रैल 2024, सोमवार, सुबह 04:49 बजे तक।
5 मई 2024, रविवार, शाम 07:57 बजे से 7 मई 2024, मंगलवार, दोपहर 03:32 बजे तक।
14 मई 2024, मंगलवार, दोपहर 01:05 बजे से 16 मई 2024, गुरूवार, शाम 06:14 बजे तक।
24 मई 2024, शुक्रवार, सुबह 10:10 बजे से 26 मई 2024, रविवार, सुबह 10:36 बजे तक।
2 जून 2024, रविवार, सुबह 03:16 बजे से 4 जून 2024, मंगलवार, सुबह 12:05 बजे तक।
10 जून 2024, सोमवार, रात 09:40 बजे से 13 जून 2024, गुरूवार, रात 02:12 बजे तक।
20 जून 2024, गुरूवार, शाम 06:10 बजे से 22 जून 2024, शनिवार, शाम 05:54 बजे तक।
29 जून 2024, शनिवार, सुबह 08:49 बजे से 1 जुलाई 2024, सोमवार, सुबह 06:26 बजे तक।
29 जून 2024, शनिवार, सुबह 08:49 बजे से 1 जुलाई 2024, सोमवार, सुबह 06:26 बजे तक।
8 जुलाई 2024, सोमवार, सुबह 06:03 बजे से 10 जुलाई 2024, बुधवार, सुबह 10:15 बजे तक।
18 जुलाई 2024, गुरूवार, रात 03:13 बजे से 20 जुलाई 2024, शनिवार, सुबह 02:55 बजे तक।
26 जुलाई 2024, शुक्रवार, शाम 02:30 बजे से 28 जुलाई 2024, रविवार, सुबह 11:47 बजे तक।
4 अगस्त 2024, रविवार, दोपहर 01:26 बजे से 6 अगस्त 2024, मंगलवार, शाम 05:44 बजे तक।
14 अगस्त 2024, बुधवार, दोपहर 12:13 बजे से 16 अगस्त 2024, शुक्रवार, दोपहर 12:44 बजे तक।
22 अगस्त 2024, गुरूवार, रात 10:05 बजे से 24 अगस्त 2024, शनिवार, शाम 06:06 बजे तक।
31 अगस्त 2024, शनिवार, शाम 07:39 बजे से 3 सितंबर 2024, मंगलवार, रात 12:20 बजे तक।
10 सितंबर 2024, मंगलवार, रात 08:04 बजे से 12 सितंबर 2024, गुरूवार, रात 09:53 बजे तक।
19 सितंबर 2024, गुरूवार, सुबह 08:04 बजे से 21 सितंबर 2024, शनिवार, रात 02:43 बजे तक।
28 सितंबर 2024, शनिवार, रात 01:20 बजे से 30 सितंबर 2024, सोमवार, सुबह 06:19 बजे तक।
8 अक्टूबर 2024, मंगलवार, रात 02:25 बजे से10 अक्टूबर 2024, गुरूवार, सुबह 05:15 बजे तक।
16 अक्टूबर 2024, बुधवार, शाम 07:18 बजे से 18 अक्टूबर 2024, शुक्रवार, दोपहर 01:26 बजे तक।
25 अक्टूबर 2024, शुक्रवार, सुबह 07:40 बजे से 27 अक्टूबर 2024, रविवार, दोपहर 12:24 बजे तक।
4 नवंबर 2024, सोमवार, सुबह 08:04 बजे से 6 नवंबर 2024, बुधवार, सुबह 11:00 बजे तक।
13 नवंबर 2024, बुधवार, सुबह 05:40 बजे से 15 नवंबर 2024, शुक्रवार, रात 12:33 बजे तक।
21 नवंबर 2024, गुरूवार, दोपहर 03:35 बजे से 23 नवंबर 2024, शनिवार, शाम 07:27 बजे तक।
1 दिसंबर 2024, रविवार, दोपहर 02:24 बजे से 3 दिसंबर 2024, मंगलवार, शाम 04:42 बजे तक।
10 दिसंबर 2024, मंगलवार, दोपहर 01:30 बजे से 12 दिसंबर 2024, गुरूवार, सुबह 09:52 बजे तक।
19 दिसंबर 2024, गुरूवार,रात 12:58 बजे से 21 दिसंबर 2024, शनिवार, रात 03:47 बजे तक।
28 दिसंबर 2024, शनिवार, रात 10:13 बजे से 30 दिसंबर 2024, सोमवार, सुबह 11:57 बजे तक।
ज्योतिष के अनुसार लग्न, नक्षत्र और राशि के संधि काल को सही नहीं माना जाता है और गंड मूल नक्षत्र संधि नक्षत्र होते हैं, इसलिए जातक पर इसके अशुभ प्रभाव पड़ते है। इसके साथ ही गंडमूल नक्षत्रों के देवता भी बुरे प्रभाव देने वाले होते हैं। ये नक्षत्र मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन राशी के शुरू और अंत में आते हैं। काल पुरुष चक्र के अनुसार इन राशियों का प्रभाव जातक के मन शरीर, बुद्धि, आयु, भाग्य आदि पर पड़ता है।
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