Shubh Muhurat 2024: इन शुभ मुहूर्त पर शिशु का कराएं अन्नप्राशन संस्कार

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Shubh Muhurat 2024: इन शुभ मुहूर्त पर शिशु का कराएं अन्नप्राशन संस्कार

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: एक बच्चे की जीवन यात्रा में, कई महत्वपूर्ण क्षण होते हैं जो उनके माता-पिता के लिए गहरे अर्थ रखते हैं। एक बच्चे के पहले कदम, उनके प्रारंभिक बोले गए शब्द और उनका नामकरण समारोह सभी महत्वपूर्ण मील के पत्थर के रूप में खड़े होते हैं। एक बच्चे को उसके पहले ठोस भोजन से परिचित कराना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, एक पवित्र हिंदू अनुष्ठान जिसे अन्नप्राशन के नाम से जाना जाता है, जो बच्चे और उनके परिवार दोनों के लिए गहरा महत्व रखता है।

हिंदू धर्म के भीतर, कई अनुष्ठान मनाए जाते हैं, और इनमें से, "सोलह संस्कार" विभिन्न पहलुओं में व्यक्तियों के जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इन महत्वपूर्ण समारोहों में से एक है अन्नप्राशन, जिसका हिंदू समुदाय निष्ठापूर्वक पालन करते हैं। अन्नप्राशन एक पवित्र कार्यक्रम है जिसे बच्चे के जन्म नक्षत्र, राशि और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक चुना जाता है।

अन्नप्राशन संस्कार क्या होता है?

अन्नप्राशन एक हिंदू अनुष्ठान है जिसमें बच्चे को उसका पहला ठोस आहार दिया जाता है। शब्द "अन्नप्राशन" की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है और इसका शाब्दिक अर्थ है "भोजन आरंभ करना।" यह समारोह हिंदू धर्म में उल्लिखित सोलह संस्कारों में से एक है और मुंडन (सिर मुंडवाना), कर्णवेध (कान छिदवाना), विवाह और नामकरण जैसे अन्य समारोहों के समानांतर महत्व रखता है।

जन्म के बाद शुरुआती छह महीनों तक बच्चा भरण-पोषण के लिए पूरी तरह से अपनी मां के दूध पर निर्भर होता है। इसलिए, उनके आहार में ठोस या पका हुआ भोजन शामिल करना एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक है। हिंदू संस्कृति में, अन्नप्राशन संस्कार होने तक किसी बच्चे द्वारा चावल का सेवन वर्जित है। इस अनुष्ठान के बाद, बच्चे में स्तन के दूध के साथ-साथ नियमित भोजन का स्वाद लेने और उपभोग करने की क्षमता आ जाती है। यह लगातार आधार पर बच्चे के आहार में ठोस भोजन को शामिल करने का प्रतीक है। इस अनुष्ठान का अंतर्निहित उद्देश्य बच्चे के पोषण सेवन और समग्र कल्याण को बढ़ाना है। यह सुनिश्चित करना कि बच्चों को छोटी उम्र से ही पौष्टिक भोजन मिले, उनके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। यह समारोह उनके पोषण में योगदान देता है और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।

ठोस आहार की शुरुआत बच्चे के जीवन में एक नया अध्याय है और इसे एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में मनाया जाता है। किसी शुभ मुहूर्त या समय का सावधानीपूर्वक चयन करने के बाद ही इस समारोह को आयोजित करने की सलाह दी जाती है। अन्नप्राशन को देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे कि उत्तराखंड में भातखुलाई, बंगाल में मुखेभट और केरल में चोरोनू आदि। आमतौर पर, अन्नप्राशन तब किया जाता है जब बच्चा छह महीने का हो जाता है।

नोट: अन्नप्राशन से जुड़े विशिष्ट नाम और प्रथाएं भारत में विभिन्न हिंदू समुदायों और क्षेत्रों के बीच भिन्न हो सकती हैं।

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अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त 2024

आपको बता दें कि साल 2024 में आप अन्नप्राशन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए कई शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) चुन सकते हैं। हम आपके लिए हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल 2024 के अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (Shubh annaprashan Muhurat 2024) लाए हैं ताकि आपके सभी कार्य उपयुक्त तिथियों पर अच्छे से सम्पन्न हो सकें।

जानिए साल 2024 में अन्नप्राशन के लिए शुभ मुहूर्त।

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: जनवरी

हिन्दू पंचांग के अनुसार 3, 12, 15, 17, 25, और 31 जनवरी 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

जनवरी अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (January Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 03 जनवरी 2024, बुधवार, सुबह 07:45 से 10:17 तक, सुबह 11:45 से शाम 16:41 तक और शाम 18:55 से रात 21:16 तक

  • 12 जनवरी 2024, शुक्रवार, शाम 18:20 से रात 22:57 तक

  • 15 जनवरी 2024,सोमवार, सुबह 07:46 से 09:30 तक

  • 17 जनवरी 2024, बुधवार, सुबह 07:46 से दोपहर 12:15 तक और दोपहर 13:50 से रात 20:21 तक

  • 25 जनवरी 2024,बृहस्पतिवार, दोपहर 13:19 से शाम 19:49 तक

  • 31 जनवरी 2024, बुधवार, सुबह 07:41 से 08:27 तक और सुबह 09:55 से दोपहर 12:55 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: फरवरी

हिन्दू पंचांग के अनुसार 2, 08, 12, 14, 19, 21, 22, 26, और 29 फरवरी 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

फरवरी अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (Feruary Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 02 फरवरी 2024, शुक्रवार, सुबह 07:40 से 09:47 तक और सुबह 11:12 से शाम 16:57 तक

  • 08 फरवरी 2024, बृहस्पतिवार, सुबह 07:56 से दोपहर 12:24 तक

  • 12 फरवरी 2024, सोमवार, शाम 16:18 से शाम 18:38 तक

  • 14 फरवरी 2024, बुधवार, सुबह 07:32 से 10:25 तक

  • 19 फरवरी 2024,सोमवार, सुबह 07:28 से 08:40 तक 

  • 21 फरवरी 2024, बुधवार, दोपहर 13:28 से शाम 18:03 तक और रात 20:20 से 22:37 तक

  • 22 फरवरी 2024, गुरुवार, सुबह 07:25 से 09:53 तक और सुबह 11:28 से दोपहर 15:39 तक

  • 26 फरवरी 2024, सोमवार, सुबह 07:21 से दोपहर 13:08 तक और दोपहर 15:23 से रात 22:17 तक

  • 29 फरवरी 2024, गुरुवार, सुबह 07:18 से 08:01 तक, सुबह 09:26 से दोपहर 15:11 तक और शाम 17:31 से रात 22:05 तक 

यह भी जानें: जानें 2024 में नए वाहन खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त।

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: मार्च

हिन्दू पंचांग के अनुसार 8, 11, और 27 मार्च 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

मार्च अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (March Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 08 मार्च 2024,शुक्रवार, सुबह 07:29 से दोपहर 12:25 तक और दोपहर 14:40 से 21:34 तक

  • 11 मार्च 2024,सोमवार, दोपहर 12:13 से शाम 16:48 तक और शाम 19:06 से रात 23:32 तक

  • 27 मार्च 2024, बुधवार, सुबह 07:40 से दोपहर 13:25 तक और दोपहर 15:45 से 22:38 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: अप्रैल

हिन्दू पंचांग के अनुसार 12, 15 और 26 अप्रैल 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

अप्रैल अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (April Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 12 अप्रैल 2024, शुक्रवार, दोपहर 14:42 से शाम 19:16 तक और रात 21:36 से 23:54 तक

  • 15 अप्रैल 2024, सोमवार, सुबह 06:26 से दोपहर 12:10 तक

  • 26 अप्रैल 2024, शुक्रवार, सुबह 07:17 से दोपहर 13:47 तक और शाम 16:05 से रात 20:40 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: मई

हिन्दू पंचांग के अनुसार 3, 6, 9, 10, 20, 23, 27 और 30 मई 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

मई अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (May Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 03 मई 2024, शुक्रवार, सुबह 06:49 से 11:00 तक

  • 06 मई 2024, सोमवार, सुबह 06:38 से दोपहर 13:08 तक

  • 09 मई 2024, गुरुवार, दोपहर 12:56 से शाम 17:30 तक और शाम 19:49 से रात 22:08 तक

  • 10 मई 2024, शुक्रवार, सुबह 06:22 से 08:17 तक, सुबह 10:32 से शाम 17:26 तक और शाम 19:45 से रात 22:04 तक

  • 20 मई 2024, सोमवार, रात 21:25 से 23:29 तक

  • 23 मई 2024, गुरुवार, दोपहर 14:19 से रात 21:13 तक

  • 27 मई 2024, सोमवार, शाम 18:39 से रात 23:01 तक

  • 30 मई 2024, गुरुवार, सुबह 06:59 से 09:13 तक और सुबह 11:34 से दोपहर 13:51 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: जून

हिन्दू पंचांग के अनुसार 10, 19, 20, 24, 26, और 28 जून 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

जून अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (June Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 10 जून 2024, सोमवार, शाम 17:44 से रात 20:02 तक

  • 19 जून 2024, बुधवार, रात 21:31 से 23:13 तक

  • 20 जून 2024, गुरुवार, सुबह 05:55 से 10:11 तक

  • 24 जून 2024, सोमवार, सुबह 07:35 से दोपहर 14:29 तक

  • 26 जून 2024,बुधवार, सुबह 09:48 से शाम 16:41 तक और शाम 18:59 से रात 22:45 तक

  • 28 जून 2024, शुक्रवार, सुबह 11:57 से शाम 18:51 तक

यह भी जानें:  साल 2024 के लिए शादी शुभ मुहूर्त की तिथियां यहाँ देखें!

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: जुलाई

हिन्दू पंचांग के अनुसार 3, 12, 15, 22 और 25 जुलाई 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

जुलाई अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (July Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 03 जुलाई 2024, बुधवार, सुबह 07:40 से दोपहर 13:54 तक और शाम 16:13 से रात 22:18 तक

  • 12 जुलाई 2024, शुक्रवार, दोपहर 15:38 से रात 21:43 तक 

  • 15 जुलाई 2024, सोमवार, रात 21:31 से 22:58 तक

  • 22 जुलाई 2024, सोमवार, दोपहर 14:58 से रात 21:03 तक

  • 25 जुलाई 2024, गुरुवार, शाम 19:09 से रात 22:19 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: अगस्त

हिन्दू पंचांग के अनुसार 2, 7, 09, 12, 14, 19, 23, और 28 अगस्त 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

अगस्त अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (August Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 02 अगस्त 2024, शुक्रवार, सुबह 11:56 से दोपहर 14:15 तक

  • 07 अगस्त 2024, बुधवार, रात 21:28 से 22:36 तक

  • 09 अगस्त 2024, शुक्रवार, सुबह 06:55 से 11:28 तक, दोपहर 13:48 से शाम 19:52 तक और रात 21:20 से 22:45 तक

  • 12 अगस्त 2024, सोमवार, सुबह 06:43 से 09:00 तक

  • 14 अगस्त 2024, बुधवार, सुबह 11:09 से दोपहर 13:28 तक

  • 19 अगस्त 2024, सोमवार, दोपहर 15:27 से शाम 19:13 तक

  • 23 अगस्त 2024, शुक्रवार, दोपहर 12:53 से 15:11 तक और शाम 17:15 से रात 23:25 तक

  • 28 अगस्त 2024, बुधवार, सुबह 06:28 से दोपहर 12:33 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: सितंबर

हिन्दू पंचांग के अनुसार 04, 05, 06 और 16 सितम्बर 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

सितंबर अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (September Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 04 सितंबर 2024, बुधवार, दोपहर 12:05 से शाम 18:10 तक और शाम 19:38 से रात 22:38 तक

  • 05 सितंबर 2024, गुरुवार, सुबह 07:26 से 09:42 तक, दोपहर 12:02 से शाम 18:06 तक, शाम 19:34 से रात 22:34 तक

  • 06 सितंबर 2024, शुक्रवार, सुबह 07:22 से 09:38 तक और सुबह 11:58 से शाम 16:20 तक

  • 16 सितंबर 2024, सोमवार, सुबह 06:42 से 11:18 तक और दोपहर 13:37 से 15:41 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: अक्टूबर

हिन्दू पंचांग के अनुसार 4, 7, 17, 21, 23 और 30 अक्टूबर 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

अक्टूबर अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (October Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 04 अक्टूबर 2024, शुक्रवार, सुबह 06:47 से 10:08 तक, दोपहर 12:26 से शाम 17:40 तक और शाम 19:05 से रात 22:35 तक

  • 07 अक्टूबर 2024, सोमवार, दोपहर 14:18 से शाम 18:53 तक और रात 20:28 से 22:24 तक

  • 17 अक्टूबर 2024, गुरुवार, सुबह 07:18 से 11:35 तक और दोपहर 13:39 से शाम 18:14 तक

  • 21 अक्टूबर 2024, सोमवार, शाम 09:01 से दोपहर 15:05 तक और शाम 16:33 से दोपहर 23:43 तक

  • 23 अक्टूबर 2024, बुधवार, दोपहर 14:58 से शाम 16:25 तक और शाम 17:50 से रात 23:35 तक

  • 30 अक्टूबर 2024, बुधवार, सुबह 08:25 से दोपहर 14:30 तक

यह भी जानें: साल 2024 के लिए गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त की तिथियां यहाँ देखें!

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: नवंबर

हिन्दू पंचांग के अनुसार 4, 08, 11, 13, 14, 20, 25, 28 और 29 नवंबर 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

नवंबर अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (November Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 04 नवंबर 2024, सोमवार, सुबह 07:07 से 10:24 तक

  • 08 नवंबर 2024, शुक्रवार, सुबह 07:50 से दोपहर 13:55 तक और दोपहर 15:22 से रात 20:18 तक 

  • 11 नवंबर 2024, सोमवार, सुबह 09:57 से दोपहर 12:00 तक

  • 13 नवंबर 2024, बुधवार, दोपहर 13:35 से शाम 16:27 तक और शाम 18:03 से रात 22:13 तक 

  • 14 नवंबर 2024, गुरुवार, सुबह 07:26 से 11:49 तक

  • 20 नवंबर 2024, बुधवार, सुबह 11:25 से शाम 16:00 तक

  • 25 नवंबर 2024, सोमवार, सुबह 07:23 से दोपहर 12:48 तक

  • 28 नवंबर 2024, गुरुवार, सुबह 08:50 से दोपहर 14:04 तक और  दोपहर 15:28 से रात 21:14 तक, 

  • 29 नवंबर 2024, शुक्रवार, सुबह 08:46 से 10:50 तक

अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: दिसंबर

हिन्दू पंचांग के अनुसार 3, 12, 15, 22 और 25 दिसंबर 2024 आदि तिथियां अन्नप्राशन करने के लिए शुभ होंगी। अगर आप विस्तृत शुभ मुहूर्त जानना चाहते है तो नीचे दिए मुहूर्त का उपयोग करें।

दिसंबर अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त (December Annaprashan Shubh Muhurat) यहाँ देखें!

  • 05 दिसंबर 2024, गुरुवार, दोपहर 13:36 से शाम 18:32 तक और रात 20:46 से 23:07 तक 

  • 06 दिसंबर 2024, शुक्रवार, सुबह 07:32 से दोपहर 12:05 तक

  • 25 दिसंबर 2024, बुधवार , सुबह 07:43 से सुबह10:50 तक

क्यों विशेष होता है अन्नप्राशन मुहूर्त?

प्राचीन धर्मग्रंथों में मानव जीवन के महत्वपूर्ण 16 संस्कारों को परिभाषित किया गया है। मनुष्य के जन्म से पूर्व इन संस्कारों का आरंभ हो जाता है और जिनकी समाप्ति मरणोपरांत ही होती हैं। शास्त्रों में वर्णित 16 संस्कारों में से अन्नप्राशन को सांतवां संस्कार माना गया है, जिसे बच्चे के जन्म के 6 महीने बाद सम्पन्न किया जाता है। अन्नप्राशन संस्कार के अंतर्गत नवजात शिशु को पहली बार अन्न का सेवन करवाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस संस्कार के अंतर्गत ऐसा पहली बार होता है जब शिशु को भोजन करवाया जाता है। इस परंपरा के उपरांत बच्चा दूध के साथ अन्न का सेवन भी कर सकता है। अन्नप्राशन संस्कार को अत्यंत शुभ माना जाता है और इस समारोह के दौरान हवन या यज्ञ विधि के बाद बच्चे को पहली बार अन्न खिलाया जाता हैं। 

अन्नप्राशन की विधि?

  1. किसी शुभ तिथि एवं मुहूर्त के चयन के बाद अन्नप्राशन तिथि पर सबसे पहले पूरे घर की साफ़-सफाई करके घर की शुद्धि कर लें।  

  2. अब नवजात शिशु के माता-पिता को स्नान करने के बाद नए वस्त्र धारण करें और शिशु को भी नए वस्त्र पहनाएं।

  3. इसके उपरांत अन्नप्राशन पूजा के लिए शिशु को लेकर आसन पर बैठें और ईश्वर के समक्ष एक दीपक प्रज्जवलित करें। 

  4. अन्नप्राशन हवन के दौरान परिवार के सभी सदस्यों का शामिल होना आवश्यक है। इस पूजा में शिशु के माता-पिता के साथ परिवार के बड़ों का बैठना भी अनिवार्य होता है। 

  5. इस पूजा के दौरान पंडित जी उत्तर दिशा की तरफ बैठें, वहीं माता-पिता शिशु को गोद में लेकर पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बैठें।

  6.  सबसे पहले शिशु को पंडित जी खीर खिलाएं। पंडित जी के बाद बच्चे के माता-पिता उसे खीर खिलाएं। 

  7. इस संस्कार के दौरान बच्चे को खिलाई जाने वाली खीर केवल परिवार की विवाहित स्त्रियों द्वारा ही बनाई जानी चाहिए। 

  8. इस दौरान परिवार के अन्य सदस्य भी शिशु को खीर खिलाएं और बच्चे व नए माता-पिता को अपना आशीर्वाद दें।

किस मंत्र का करें उच्चारण ?

ये संस्कार बच्चे के साथ-साथ उसके माता पिता के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। हर माता-पिता की ईश्वर से यही कामना होती है कि उके बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा बना रहे। इस प्रकार अन्नप्राशन संस्कार के दौरान, नवजात शिशु को खीर खिलाते समय माता-पिता को कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखना चाहिए और ईश्वर का आभारी रहना चाहिए। इसके साथ ही नीचे दिए गए मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए।

शिवौ ते स्तां व्रीहीयवावबलासावदोमधौ।

एतौ यक्ष्मं वि बाधेते एतौ मुंचतौ अंहस:।।

यह भी है महत्वपूर्ण 

अन्नप्राशन की पूजा विधि के बाद एक महत्वपूर्ण रिवाज़ को सम्पन्न किया जाता है। इसमें शिशु के सामने कई वस्तुओं को रखा जाता है। शिशु सामने रखी गई कई वस्तुओं में से वो किसी एक वस्तु को उठाता है या हांथ लगाता है। ऐसा माना जाता है कि, शिशु जिस वस्तु को चुनता है, वे उसके भविष्य की योजनाओं की तरफ इशारा करती हैं। अन्नप्राशन के दौरान चांदी की थाली में निम्नलिखित वस्तुओं को रखना आवश्यक माना गया है (चांदी की थाली न होने पर सामान्य थाली का उपयोग कर सकते है)।

  • किताबें: ज्ञानार्जन

  • आभूषण:धनार्जन

  • कलम:बुद्धि अर्जन

  • मिट्टी:संपत्ति अर्जन

  • खाने-पीने की वस्तुएं: भोजन अर्जन

अगर आप 2024 में अन्नप्राशन संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त की तलाश कर रहे हैं तो आप एस्ट्रोयोगी के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर्स की सहायता ले सकते हैं। 

 

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