Bhadra kaal 2025: जानें साल 2025 में भद्राकाल के समय और इसके महत्व।

Wed, Oct 09, 2024
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Bhadra kaal 2025: जानें साल 2025 में भद्राकाल के समय और इसके महत्व।

Bhadra kaal: भद्रा का नाम सुनते ही बहुत से लोग सतर्क हो जाते हैं, क्योंकि धार्मिक दृष्टि से भद्रा को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। भद्रा, भगवान शनि देव की बहन और सूर्य देव की पुत्री हैं। उनकी सुंदरता जितनी प्रसिद्ध है, उनका स्वभाव उतना ही कठोर माना जाता है। इसीलिए, पंचांग में इसे विषिष्करण के रूप में विशेष स्थान दिया गया है। जब भी कोई शुभ कार्य का समय चुना जाता है, तो भद्रा के समय को नजरअंदाज कर शुभ मुहूर्त निकाला जाता है।

भद्रा विचार या काल क्या होता है? (bhadra vichar kya hota hai)

भद्रा काल वह समय होता है जब भद्रा का प्रभाव होता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते, जैसे शादी, गृह प्रवेश, या नया काम शुरू करना। भद्रा का समय शुभ नहीं माना जाता, इसलिए इससे बचने की सलाह दी जाती है।

भद्रा में वर्जित कार्य

भद्रा के समय में कुछ कार्य वर्जित माने गए हैं, जैसे:

  • विवाह

  • गृह प्रवेश

  • नया व्यवसाय शुरू करना

  • मुंडन संस्कार

  • शुभ यात्रा

इन कार्यों को भद्रा काल (bhadra kaal) में नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे अशुभ परिणाम हो सकते हैं।

भद्रा कैसे देखते हैं?

भद्रा देखने के लिए हिन्दू पंचांग का सहारा लिया जाता है। इसमें भद्रा के समय की जानकारी दी जाती है। इसके आधार पर आप जान सकते हैं कि भद्रा कब है और कब तक चलेगी।

भद्रा काल 2025

भद्रा काल 2025 का समय हिन्दू पंचांग के अनुसार तय होता है। आप नीचे हर महीने का भद्रा काल का समय जान सकते है।

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जनवरी भद्रा काल 2025

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जनवरी 2025 में 3, 6, 9, 13, 16, 20, 24, और 27 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

जनवरी माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

जनवरी माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 3 जनवरी 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: दोपहर 12:25 बजे से 3 जनवरी 2025, रात 11:39 बजे तक।

  • 6 जनवरी 2025, सोमवार, भद्रा काल: शाम 06:23 बजे से 7 जनवरी 2025, सुबह 05:25 बजे तक।

  • 9 जनवरी 2025, गुरुवार, भद्रा काल: रात 11:20 बजे से 10 जनवरी 2025, सुबह 10:19 बजे तक।

  • 13 जनवरी 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 05:03 बजे से 13 जनवरी 2025, शाम 04:26 बजे तक।

  • 16 जनवरी 2025, गुरुवार, भद्रा काल: दोपहर 03:39 बजे से 17 जनवरी 2025, सुबह 04:06 बजे तक।

  • 20 जनवरी 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 09:58 बजे से 20 जनवरी 2025, रात 11:18 बजे तक।

  • 24 जनवरी 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: सुबह 06:36 बजे से 24 जनवरी 2025, शाम 07:25 बजे तक।

  • 27 जनवरी 2025, सोमवार, भद्रा काल: रात 08:34 बजे से 28 जनवरी 2025, सुबह 08:09 बजे तक।

फरवरी भद्रा काल 2025

हिन्दू कैलेंडर की तिथियों के अनुसार, फरवरी 2025 में 1, 5, 8, 11, 15, 19, 23, और 26 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

फरवरी माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

फरवरी माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 1 फरवरी 2025, शनिवार, भद्रा काल: रात 10:26 बजे से 2 फरवरी 2025, रविवार, सुबह 09:14 बजे तक।

  • 5 फरवरी 2025, बुधवार, भद्रा काल: रात 02:30 बजे से 5 फरवरी 2025, बुधवार, दोपहर 01:31 बजे तक।

  • 8 फरवरी 2025, शनिवार, भद्रा काल: सुबह 08:48 बजे से 8 फरवरी 2025, शनिवार, रात 08:15 बजे तक।

  • 11 फरवरी 2025, मंगलवार, भद्रा काल: शाम 06:55 बजे से 12 फरवरी 2025, बुधवार, सुबह 07:05 बजे तक।

  • 15 फरवरी 2025, शनिवार, भद्रा काल: सुबह 10:48 बजे से 15 फरवरी 2025, शनिवार, रात 11:52 बजे तक।

  • 19 फरवरी 2025, बुधवार, भद्रा काल: सुबह 07:32 बजे से 19 फरवरी 2025, बुधवार, रात 08:47 बजे तक।

  • 23 फरवरी 2025, रविवार, भद्रा काल: रात 01:43 बजे से 23 फरवरी 2025, रविवार, दोपहर 01:55 PM तक।

  • 26 फरवरी 2025, बुधवार, भद्रा काल: सुबह 11:08 बजे से 26 फरवरी 2025, बुधवार, रात 10:05 बजे तक।

मार्च भद्रा काल 2025

हिन्दू पंचांग के अनुसार, मार्च 2025 में 3, 6, 9, 13, 17, 21, 24, और 27 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

मार्च माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

मार्च माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 3 मार्च 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 07:30 बजे से 3 मार्च 2025, सोमवार, शाम 06:02 बजे तक।

  • 6 मार्च 2025, गुरुवार, भद्रा काल: सुबह 10:50 बजे से 6 मार्च 2025, गुरुवार, रात 10:01 बजे तक।

  • 9 मार्च 2025, रविवार, भद्रा काल: शाम 07:41 बजे से 10 मार्च 2025, सोमवार, सुबह 07:44 बजे तक।

  • 13 मार्च 2025, गुरुवार, भद्रा काल: सुबह 10:35 बजे से 13 मार्च 2025, गुरुवार, रात 11:26 बजे तक।

  • 17 मार्च 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 06:14 बजे से 17 मार्च 2025, सोमवार, शाम 07:33 बजे तक।

  • 21 मार्च 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: रात 02:45 बजे से 21 मार्च 2025, शुक्रवार, दोपहर 03:38 बजे तक।

  • 24 मार्च 2025, सोमवार, भद्रा काल: शाम 05:27 बजे से 25 मार्च 2025, मंगलवार, सुबह 05:05 बजे तक।

  • 27 मार्च 2025, गुरुवार, भद्रा काल: रात 11:03 बजे से 28 मार्च 2025, शुक्रवार, सुबह 09:32 बजे तक।

अप्रैल भद्रा काल 2025

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, अप्रैल 2025 में 1, 4, 8, 12, 16, 19, 23, और 26 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

अप्रैल माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

अप्रैल माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 1 अप्रैल 2025, मंगलवार, भद्रा काल: शाम 04:04 बजे से 2 अप्रैल 2025, बुधवार, रात 02:32 बजे तक।

  • 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: रात 08:12 बजे से 5 अप्रैल 2025, शनिवार, सुबह 07:44 बजे तक।

  • 8 अप्रैल 2025, मंगलवार, भद्रा काल: सुबह 08:32 बजे से 8 अप्रैल 2025, मंगलवार, रात 09:12 बजे तक।

  • 12 अप्रैल 2025, शनिवार, भद्रा काल: रात 03:21 बजे से 12 अप्रैल 2025, शनिवार, शाम 04:35 बजे तक।

  • 16 अप्रैल 2025, बुधवार, भद्रा काल: रात 12:07 बजे से 16 अप्रैल 2025, बुधवार, दोपहर 01:16 बजे तक।

  • 19 अप्रैल 2025, शनिवार, भद्रा काल: शाम 06:21 बजे से 20 अप्रैल 2025, रविवार, सुबह 06:46 बजे तक।

  • 23 अप्रैल 2025, बुधवार, भद्रा काल: सुबह 05:33 बजे से 23 अप्रैल 2025, बुधवार, शाम 04:43 बजे तक।

  • 26 अप्रैल 2025, शनिवार, भद्रा काल: सुबह 08:27 बजे से 26 अप्रैल 2025, शनिवार, शाम 06:40 बजे तक।

मई भद्रा काल 2025

हिन्दू पंचांग की तिथियों के अनुसार, मई 2025 में 1, 4, 7, 11, 15, 19, 22, 25, और 30 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

मई माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

मई माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 1 मई 2025, गुरुवार, भद्रा काल: रात 12:43 बजे से 1 मई 2025, गुरुवार, सुबह 11:23 बजे तक।

  • 4 मई 2025, रविवार, भद्रा काल: सुबह 07:18 बजे से 4 मई 2025, रविवार, शाम 07:21 बजे तक।

  • 7 मई 2025, बुधवार, भद्रा काल: रात 11:21 बजे से 8 मई 2025, गुरुवार, दोपहर 12:29 बजे तक।

  • 11 मई 2025, रविवार, भद्रा काल: रात 08:01 बजे से 12 मई 2025, सोमवार, सुबह 09:14 बजे तक।

  • 15 मई 2025, गुरुवार, भद्रा काल: दोपहर 03:18 बजे से 16 मई 2025, शुक्रवार, सुबह 04:02 बजे तक।

  • 19 मई 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 06:11 बजे से 19 मई 2025, सोमवार, शाम 06:05 बजे तक।

  • 22 मई 2025, गुरुवार, भद्रा काल: दोपहर 02:21 बजे से 23 मई 2025, शुक्रवार, रात 01:12 बजे तक।

  • 25 मई 2025, रविवार, भद्रा काल: दोपहर 03:51 बजे से 26 मई 2025, सोमवार, रात 02:01 बजे तक।

  • 30 मई 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: सुबह 10:14 बजे से 30 मई 2025, शुक्रवार, रात 09:22 बजे तक।

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जून भद्रा काल 2025

हिन्दू कैलेंडर की तिथियों के अनुसार, जून 2025 में 2, 6, 10, 14, 17, 20, 23, और 28 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

जून माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

जून माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 2 जून 2025, सोमवार, भद्रा काल: रात 08:34 बजे से 3 जून 2025, मंगलवार, सुबह 09:10 बजे तक।

  • 6 जून 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: दोपहर 03:31 बजे से 7 जून 2025, शनिवार, सुबह 04:47 बजे तक।

  • 10 जून 2025, मंगलवार, भद्रा काल: सुबह 11:35 बजे से 11 जून 2025, बुधवार, सुबह 12:27 बजे तक।

  • 14 जून 2025, शनिवार, भद्रा काल: सुबह 03:35 बजे से 14 जून 2025, शनिवार, दोपहर 03:46 बजे तक।

  • 17 जून 2025, मंगलवार, भद्रा काल: दोपहर 02:46 बजे से 18 जून 2025, बुधवार, रात 02:13 बजे तक।

  • 20 जून 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: रात 08:36 बजे से 21 जून 2025, शनिवार, सुबह 07:18 बजे तक।

  • 23 जून 2025, सोमवार, भद्रा काल: रात 10:09 बजे से 24 जून 2025, मंगलवार, सुबह 08:33 बजे तक।

  • 28 जून 2025, शनिवार, भद्रा काल: रात 09:28 बजे से 29 जून 2025, रविवार, सुबह 09:14 बजे तक।

जुलाई भद्रा काल 2025

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जुलाई 2025 में 2, 6, 10, 13, 16, 20, 23, और 28 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

जुलाई माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

जुलाई माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 2 जुलाई 2025, बुधवार, भद्रा काल: सुबह 11:58 बजे से 3 जुलाई 2025, गुरुवार, दोपहर 12:59 बजे तक।

  • 6 जुलाई 2025, रविवार, भद्रा काल: सुबह 08:08 बजे से 6 जुलाई 2025, रविवार, रात 09:14 बजे तक।

  • 10 जुलाई 2025, गुरुवार, भद्रा काल: रात 01:36 बजे से 10 जुलाई 2025, गुरुवार, दोपहर 01:55 बजे तक।

  • 13 जुलाई 2025, रविवार, भद्रा काल: दोपहर 01:26 बजे से 14 जुलाई 2025, सोमवार, 01:02 बजे तक।

  • 16 जुलाई 2025, बुधवार, भद्रा काल: रात 09:01 बजे से 17 जुलाई 2025, गुरुवार, सुबह 08:07 बजे तक।

  • 20 जुलाई 2025, रविवार, भद्रा काल: रात 01:28 बजे से 20 जुलाई 2025, रविवार, दोपहर 12:12 बजे तक।

  • 23 जुलाई 2025, बुधवार, भद्रा काल: सुबह 04:39 बजे से 23 जुलाई 2025, बुधवार, दोपहर 03:31 बजे तक।

  • 28 जुलाई 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 10:57 बजे से 28 जुलाई 2025, सोमवार, रात 11:24 बजे तक।

अगस्त भद्रा काल 2025

हिन्दू पंचांग के अनुसार, अगस्त 2025 में 1, 5, 8, 11, 15, 18, 21, 27, और 30 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

अगस्त माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

अगस्त माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 1 अगस्त 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: सुबह 04:58 बजे से 1 अगस्त 2025, शुक्रवार, शाम 06:10 बजे तक।

  • 5 अगस्त 2025, मंगलवार, भद्रा काल: रात 12:31 बजे से 5 अगस्त 2025, मंगलवार, दोपहर 01:12 बजे तक।

  • 8 अगस्त 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: दोपहर 02:12 बजे से 9 अगस्त 2025, शनिवार, रात 01:52 बजे तक।

  • 11 अगस्त 2025, सोमवार, भद्रा काल: रात 09:38 बजे से 12 अगस्त 2025, मंगलवार, सुबह 08:40 बजे तक।

  • 15 अगस्त 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: रात 02:07 बजे से 15 अगस्त 2025, शुक्रवार, दोपहर 12:58 बजे तक।

  • 18 अगस्त 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 06:22 बजे से 18 अगस्त 2025, सोमवार, शाम 05:22 बजे तक।

  • 21 अगस्त 2025, गुरुवार, भद्रा काल: दोपहर 12:44 बजे से 22 अगस्त 2025, शुक्रवार, 12:16 बजे तक।

  • 27 अगस्त 2025, बुधवार, भद्रा काल: रात 02:46 बजे से 27 अगस्त 2025, बुधवार, दोपहर 03:44 बजे तक।

  • 30 अगस्त 2025, शनिवार, भद्रा काल: रात 10:46 बजे से 31 अगस्त 2025, रविवार, सुबह 11:54 बजे तक।

सितंबर भद्रा काल 2025

हिन्दू पंचांग की तिथियों के अनुसार, सितंबर 2025 में 3, 7, 10, 13, 16, 19, 25, और 29 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

सितंबर माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

सितंबर माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 3 सितंबर 2025, बुधवार, भद्रा काल: शाम 04:12 बजे से 4 सितंबर 2025, गुरुवार, सुबह 04:21 बजे तक।

  • 7 सितंबर 2025, रविवार, भद्रा काल: रात 01:41 बजे से 7 सितंबर 2025, रविवार, दोपहर 12:43 बजे तक।

  • 10 सितंबर 2025, बुधवार, भद्रा काल: सुबह 05:03 बजे से 10 सितंबर 2025, बुधवार, दोपहर 03:37 बजे तक।

  • 13 सितंबर 2025, शनिवार, भद्रा काल: सुबह 07:23 बजे से 13 सितंबर 2025, शनिवार, शाम 06:11 बजे तक।

  • 16 सितंबर 2025, मंगलवार, भद्रा काल: दोपहर 12:53 बजे से 17 सितंबर 2025, बुधवार, रात 12:21 बजे तक।

  • 19 सितंबर 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: रात 11:36 बजे से 20 सितंबर 2025, शनिवार, सुबह 11:53 बजे तक।

  • 25 सितंबर 2025, गुरुवार, भद्रा काल: रात 08:18 बजे से 26 सितंबर 2025, शुक्रवार, सुबह 09:32 बजे तक।

  • 29 सितंबर 2025, सोमवार, भद्रा काल: शाम 04:31 बजे से 30 सितंबर 2025, मंगलवार, सुबह 05:23 बजे तक।

अक्टूबर भद्रा काल 2025

हिन्दू कैलेंडर की तिथियों के अनुसार, अक्टूबर 2025 में 3, 6, 9, 12, 15, 19, 25, और 29 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

अक्टूबर माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

अक्टूबर माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 3 अक्टूबर 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: सुबह 06:57 बजे से 3 अक्टूबर 2025, शुक्रवार, शाम 06:32 बजे तक।

  • 6 अक्टूबर 2025, सोमवार, भद्रा काल: दोपहर 12:23 बजे से 6 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 10:53 बजे तक।

  • 9 अक्टूबर 2025, गुरुवार, भद्रा काल: दोपहर 12:37 बजे से 9 अक्टूबर 2025, गुरुवार, रात 10:54 बजे तक।

  • 12 अक्टूबर 2025, रविवार, भद्रा काल: दोपहर 02:16 बजे से 13 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 01:15 बजे तक।

  • 15 अक्टूबर 2025, बुधवार, भद्रा काल: रात 10:29 बजे से 16 अक्टूबर 2025, गुरुवार, सुबह 10:35 बजे तक।

  • 19 अक्टूबर 2025, रविवार, भद्रा काल: दोपहर 01:51 बजे से 20 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 02:45 बजे तक।

  • 25 अक्टूबर 2025, शनिवार, भद्रा काल: दोपहर 02:34 बजे से 26 अक्टूबर 2025, रविवार, रात 03:48 बजे तक।

  • 29 अक्टूबर 2025, बुधवार, भद्रा काल: सुबह 09:23 बजे से 29 अक्टूबर 2025, बुधवार, रात 09:50 बजे तक।

नवंबर भद्रा काल 2025

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार,नवंबर 2025 में 1, 4, 7, 11, 14, 18, 24, और 28 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

नवंबर माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

नवंबर माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 1 नवंबर 2025, शनिवार, भद्रा काल: रात 08:27 बजे से 2 नवंबर 2025, रविवार, सुबह 07:31 बजे तक।

  • 4 नवंबर 2025, मंगलवार, भद्रा काल: रात 10:36 बजे से 5 नवंबर 2025, बुधवार, सुबह 08:44 बजे तक।

  • 7 नवंबर 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: रात 09:16 बजे से 8 नवंबर 2025, शनिवार, सुबह 07:32 बजे तक।

  • 11 नवंबर 2025, मंगलवार, भद्रा काल: रात 12:07 बजे से 11 नवंबर 2025, मंगलवार, सुबह 11:32 बजे तक।

  • 14 नवंबर 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: दोपहर 12:07 बजे से 15 नवंबर 2025, शनिवार, सुबह 12:49 बजे तक।

  • 18 नवंबर 2025, मंगलवार, भद्रा काल: सुबह 07:12 बजे से 18 नवंबर 2025, मंगलवार, रात 08:27 बजे तक।

  • 24 नवंबर 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 08:25 बजे से 24 नवंबर 2025, सोमवार, रात 09:22 बजे तक।

  • 28 नवंबर 2025, शुक्रवार, भद्रा काल: रात 12:29 बजे से 28 नवंबर 2025, शुक्रवार, दोपहर 12:28 बजे तक।

दिसंबर भद्रा काल 2025

हिन्दू पंचांग के अनुसार, दिसंबर 2025 में 1, 4, 7, 10, 14, 18, 24, 27, और 30 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

दिसंबर माह 2025 में कब है भ्रदा काल?

दिसंबर माह 2025 के भद्रा काल की विस्तृत समय सारणी नीचे दी गई है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सही समय पर निर्धारित कर सकें।

  • 1 दिसंबर 2025, सोमवार, भद्रा काल: सुबह 08:20 बजे से 1 दिसंबर 2025, शाम 07:01 बजे तक।

  • 4 दिसंबर 2025, गुरुवार, भद्रा काल: सुबह 08:37 बजे से 4 दिसंबर 2025, शाम 06:40 बजे तक।

  • 7 दिसंबर 2025, रविवार, भद्रा काल: सुबह 07:50 बजे से 7 दिसंबर 2025, शाम 06:24 बजे तक।

  • 10 दिसंबर 2025, बुधवार, भद्रा काल: दोपहर 01:46 बजे से 11 दिसंबर 2025, रात 01:45 बजे तक।

  • 14 दिसंबर 2025, रविवार, भद्रा काल: सुबह 05:40 बजे से 14 दिसंबर 2025, शाम 06:49 बजे तक।

  • 18 दिसंबर 2025, गुरुवार, भद्रा काल: रात 02:32 बजे से 18 दिसंबर 2025, दोपहर 03:47 बजे तक।

  • 24 दिसंबर 2025, बुधवार, भद्रा काल: दोपहर 12:45 बजे से 24 दिसंबर 2025, दोपहर 01:11 बजे तक।

  • 27 दिसंबर 2025, शनिवार, भद्रा काल: दोपहर 01:09 बजे से 28 दिसंबर 2025, रात 12:39 बजे तक।

  • 30 दिसंबर 2025, मंगलवार, भद्रा काल: शाम 06:28 बजे से 31 दिसंबर 2025, सुबह 05:00 बजे तक।

भद्रा कब आती है और इसकी गणना कैसे होती है?

भद्रा महीने में चार बार आती है—दो बार शुक्ल पक्ष और दो बार कृष्ण पक्ष में। शुक्ल पक्ष में यह अष्टमी और पूर्णिमा के पहले भाग में होती है, जबकि कृष्ण पक्ष में यह तृतीया और दशमी तिथि के उत्तरार्ध में आती है। पंचांग में इसका खास महत्व है और इसे ध्यान में रखते हुए ही मुहूर्त निकाले जाते हैं।

भद्रा कितने घंटे की होती है?

भद्रा का मुख 5 घाटियों (2 घंटे) तक होता है, जिस दौरान कोई भी शुभ काम करना वर्जित माना गया है। पूंछ वाले हिस्से में 3 घाटियों (1 घंटा 12 मिनट) होते हैं, जो शुभ मानी जाती हैं।

कौन सी भद्रा शुभ होती है?

शुक्ल पक्ष की चतुर्थी, एकादशी, और तृतीया की भद्रा शुभ मानी जाती है, जबकि कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि भी शुभ मानी जाती है।

भद्रा में क्या नहीं करना चाहिए?

भद्रा के समय में शुभ कार्य जैसे मुंडन, गृह प्रवेश, विवाह, रक्षाबंधन, नई यात्रा या व्यवसाय शुरू करना वर्जित होते हैं। ऐसा माना जाता है कि भद्रा में किए गए शुभ कार्य अशुभ परिणाम देते हैं।

भद्रा के बुरे प्रभाव से कैसे बचें?

भद्रा के बुरे प्रभाव से बचने के लिए, सुबह उठकर भद्रा के 12 नामों का जाप करने की सलाह दी जाती है। ये नाम हैं: धन्या, दधि मुखी, भद्र, महामरी, खराना, कालरात्रि, महारुद्र, विष्टी, कुलपुत्रिका, भैरवी, महाकाली, और असुरक्षयकारी। माना जाता है कि इन नामों का जाप करने से भद्रा का बुरा प्रभाव कम हो जाता है, और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर हो सकती हैं।

इस तरह, भद्रा का सही समय और उसकी स्थिति जानकर आप अपने शुभ कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं और भद्रा के बुरे प्रभाव से खुद को बचा सकते हैं।

भद्रा विचार क्या होता है?

भद्रा विचार का मतलब है भद्रा के समय की जांच करना ताकि कोई भी शुभ कार्य उस दौरान न हो। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भद्रा के समय में शुभ कार्य करने से अशुभ परिणाम मिल सकते हैं, इसलिए इसे पंचांग में देखकर भद्रा समय से बचना जरूरी होता है।

भद्रा काल में पूजा करना चाहिए?

भद्रा काल में शुभ पूजा-पाठ जैसे गृह प्रवेश, विवाह, और नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि भद्रा काल में की गई पूजा का शुभ फल नहीं मिलता।

भद्रा विचार कैसे करें?

भद्रा विचार करने के लिए आपको पंचांग की मदद लेनी चाहिए। पंचांग में भद्रा के समय का उल्लेख होता है, जिससे आप जान सकते हैं कि किस समय भद्रा चल रही है। इसके अनुसार, आप अपने कार्यों को प्लान कर सकते हैं ताकि भद्रा के दौरान कोई शुभ काम न हो।

भद्रा काल में शिव पूजा कर सकते हैं?

भद्रा काल में शिव पूजा करना वर्जित नहीं है। आप इस दौरान भगवान शिव की आराधना कर सकते हैं, लेकिन अन्य शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है।

भद्रा काल में क्या नहीं करना चाहिए?

भद्रा काल में निम्न कार्य नहीं करने चाहिए:

  • विवाह

  • गृह प्रवेश

  • रक्षाबंधन

  • नया व्यवसाय शुरू करना

  • कोई भी शुभ यात्रा

भद्रा में रुद्राभिषेक करना चाहिए?

हां, भद्रा काल में रुद्राभिषेक किया जा सकता है। शिव पूजा और रुद्राभिषेक को भद्रा काल में वर्जित नहीं माना गया है, इसलिए आप इस पूजा को कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: अमावस्या 2025 | पूर्णिमा 2025

भद्रा काल से सम्बंधित किसी भी व्यक्तिगत सवाल के लिए अभी संपर्क करें, एस्ट्रोयोगी के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर से

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